दिल्लीः मौजूदा समय में अधिकतर लोग अनिद्रा से ग्रसित हैं। अक्सर आप ऐसे लोग मिल जाएंगे, जो इस बात की शिकायत करें कि उन्हें नींद नहीं आती है। यह समस्या सबसे ज्यादा उन लोगों के साथ होती है, जिन्हें किसी तरह की चिंता या डिप्रेशन होता है। हालांकि अनिद्रा और मानसिक विकार एक दूसरे से संबंधित होते हैं। इसके अलावा शारीरिक बीमारी भी आपके नींद में रुकावट का कारण बन सकती है। वैसे तो अनिद्रा के उपचार के लिए दवाएं भी उपलब्ध है, लेकिन एक्सपर्ट इसे जल्दी लेने की सलाह नहीं देते हैं। क्योंकि इससे हार्मोनल असंतुलन का खतरा होता है, जो लंबे समय में गंभीर परिणाम दिखा सकता है।
पोषण विशेषज्ञ समय-समय पर सोशल मीडिया में इस समस्या से छुटकार पाने के उपाय शेयर करते रहते हैं। आज हम आपको पोषण विशेषज्ञों द्वारा बताए गए कुछ ऐसे ही उपाय बताने जा रहे हैं, जो आपको अनिद्रा की समस्या से मुक्ति दिलाने में मददगार साबित होंगे।
एक ही समय पर सोने की आदत डालें…विशेषज्ञों के मुताबिक आयुर्वेद जीवन में एक ऐसी दिनचर्या का पालन करने को बहुत महत्व देता है जहां चीजें समय पर की जाती हैं। ऐसे में यदि आप नींद से जुड़ी परेशानियों का सामना कर रहे हैं, तो एक निश्चित समय पर सोना आपके लिए दवा का काम कर सकता है। निश्चित सोने का समय आपके शरीर को प्राकृतिक लय के साथ तालमेल बिठाने में मदद करता है। साथ ही पाचन में सुधार और बीमारियों, उम्र को बढ़ने से रोकने का काम भी करता है।
गर्म पानी में नीम के पत्ते/जायफल मिलाकर करें स्नानाः आपको बता दें कि नीम को संक्रमण से लड़ने और प्रतिरक्षा को बनाए रखने के लिए जाना जाता है। इसके अलावा जायफल भी अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है। इनमें से किसी एक या दोनों के साथ रात में गुनगुने पानी से स्नान करने से दिमाग शांत होता है, जो नींद की गुणवत्ता को बढ़ाता है।
तलवों की घी से करें मालिशः तलवों में मालिश बहुत फायदेमंद होता है, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो रात में ब्लॉटिंग या गैस की वजह से सो नहीं पाते हैं। रोज घी से तलवों की हल्की मालिश करने से चिंता और थकान से राहत मिलती है। साथ ही नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। इससे आप सुबह ताजा महसूस कर पाते हैं।
रखें स्लीपिंग हाइजीन का ध्यानः बेहतर नींद और इससे जुड़ी समस्याओं के लिए विशेषज्ञ स्लीपिंग हाइजीन का ध्यान रखने की सलाह देते हैं। इसके लिए वे रात में खाने और सोने के समय के बीच 2-3 घंटे का अंतर रखने से लेकर, सोने से 60 मिनट पहले कोई गैजेट इस्तेमाल न करने, रात को हल्दी-दूध का सेवन, ठंडे और अंधेरे कमरे में सोना और सोने से पहले प्रार्थना करने जैसे बातों को शामिल करने की सलाह देते हैं।