नई दिल्ली: दिव्यांग जनों के लिए काम करने वाले संगठन सक्षम यानी सामदृष्टि, क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद (एनईसी) की बैठक एक अक्टूबर और दो अक्टूबर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के तेरा पंथ, छत्तरपुर होने वाली है। इसको लेकर सक्षम के पदाधिकारियों ने शु्क्रवार को यहां स्थित प्रेस क्लब में संवाददाताओं को संबोधित किया, जिसमें सक्षम की भावी योजनाओं और एनईसी की बैठक को लेकर जानकारी दी गई।
सक्षम के पदाधिकारियों के मुताबिक एनईसी में देश के विभिन्न हिस्सों से 250 से अधिक प्रबुद्धजन सहभागी होंगे। उन्होंने बताया कि सक्षम का मुख्य उदेश्य एक ऐसे बेहतर समाज का निर्माण करना है जहाँ दिव्यांग व्यक्ति एक स्वावलम्बी एवं आत्मनिर्भर समुदाय के सदस्य के रूप में प्रगति कर सकें।
सक्षम दृढ़तापूर्वक दिव्यांगो के गौरवपूर्ण समरसता हेतु 21 विविध क्षेत्रों में सतत् कार्यरत है,। सक्षम का मिशन सर्वग्रहणी रूप से है, जिसमें दृष्टिबाधिता से जूझ रहे व्यक्तियों का समर्थन करने से लेकर मानसिक बीमारियों से पीड़ित लोगों के अधिकारों की रक्षा करने तक कई क्षेत्रों में फैला हुआ है। यह एक ऐसे वातावरण की रचना करने की कोशिश कर रहे हैं जहाँ विकलांग व्यक्ति अपनी आकांक्षाओं की पीछा कर सकें, और जहाँ उनकी अन्य मानव के साथ बराबरी और गरिमा से व्यवहार करने का संकल्प किया जा सके।
सक्षम के पदाधिकारियों ने बताया कि यह एक स्वयंसेवी संगठन है, जिससे समाज के विभिन्न वर्गों के लोग जुड़े हुए हैं। इसकी स्थापनी 2008 में महाराष्ट्र के नागपुर में हुई थी। उन्होंने बताया कि उनकी योजना देश के विभिन्न हिस्सों में सक्षम का केंद्र स्थापित करने की है, ताकि दिव्यांग जनों को होने वाली कठिनाइयों को कम किया जा सके। साथ ही उन्होंने बताया कि दिव्यांग को आधुनिक तकनीक के बारे में जानकारी देने के लिए मॉडर्न संस्थान स्थापित करने के विषय में भी सक्षम गंभीरता से विचार कर रहा है।
एक सवाल के जवाब में सक्षम के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक यह संगठन सरकार की ओर से आर्थिक सहयोग नहीं प्राप्त कर रहा है। यह समाजसेवियों के सहयोग से संचालित हो रहा है और इसके सभी पदाधिकारी अपने खर्चे से जहां जरूरत होती है, वहां जाते हैं और दिव्यांग जनों की सहायता करते हैं। इसमें समाज के हर वर्ग के लोग, जैसे शिक्षक, डॉक्टर शामिल हैं।