बेंगलुरुः कर्नाटक में आरक्षण के मुद्दे पर सोमवार को बंजारा और भोवी समुदाय के लोगों ने शिवमोगा में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के घर और दफ्तर के बाहर हिंसकर प्रदर्शन किया। इस दौरान येदियुरप्पा के घर पर पत्थरबाजी हुई। इसके बाद इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।
आपको बता दें कि राज्य सरकार ने फैसला किया है कि शेड्यूल कास्ट (SC) को मिलने वाले आरक्षण को इस वर्ग की अलग-अलग जातियों में बांट दिया जाएगा। बंजारा और भोवी समुदाय इसी का विरोध कर रहा है। उनका कहना है कि इससे उनके समुदाय के लोगों के साथ अन्याय होगा।
वहीं पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने कहा, “बंजारा समुदाय के नेताओं को गलतफहमी हुई है। मैं एक-दो दिन में उनसे बात करूंगा और उन्हें सीएम के पास भी लेकर जाऊंगा, जिससे उनकी शिकायतों का हल निकाला जा सके। बंजारा समुदाय के लोगों ने मुख्यमंत्री बनने में मेरा साथ दिया है। मैंने एसपी और डीसी से कड़ी कार्रवाई नहीं करने को कहा है। मैं इस घटना के लिए कांग्रेस या किसी और को दोष नहीं दूंगा।“
#WATCH | Karnataka: Protestors were lathicharged by the police in Shivamogga as they were protesting against the implementation of the former Justice Sadashiva Commission's report. pic.twitter.com/eEg4HmpTQ6
— ANI (@ANI) March 27, 2023
आपको बता दें कि राज्य सरकार ने SC समुदाय के आरक्षण को इसके अंदर आने वाली जातियों में बांटने का रिकमेंडेशन केंद्र सरकार को भेजा है। ये रिकमेंडेशन जस्टिस सदाशिव कमीशन की रिपोर्ट के आधार पर भेजा गया है। प्रदर्शनकारी इसी रिकमेंडेशन को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
इस कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में SC कम्युनिटी के अंदर आने वाली जातियों को प्रपोशनल रिजर्वेशन (आनुपातिक आरक्षण) देने की सलाह दी थी। बंजारा समुदाय के लोगों ने आरोप लगाया है कि ये रिपोर्ट SC कम्युनिटी के अंदर आने वाली जातियों को बांटने का काम करेगी।
बंजारा और भोवी समुदाय के हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और राज्य सरकार के फैसले का विरोध करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने येदियुरप्पा और सीएम बसवराज बोम्मई के पोस्टर भी जलाए। पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।