दिल्लीः सेक्स स्टेल्थिंग (Sex Stealthing) क्या आप इस शब्द से वाकिफ है। अगर नहीं तो इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़िए और इसके फायदे और नुकसान के बारे में समझिए। सेक्स स्टेल्थिंग (Sex Stealthing) यानी वो चीटिंग जो कुछ देर का सुख पाने के लिए अपने पार्टनर के साथ बेड पर की जाती है, यानी सेक्स के दौरान पार्टनर को बिना बताए कंडोम (Condom) हटा लेना। आमतौर पर लड़के चंद पल के मजे के लिए इस तरह की चीटिंग करते हैं, लेकिन अब इस तरह के मामले गंभीर रूप लेते जा रहे हैं। कई देशों ने सेक्स स्टेल्थिंग को क्राइम माना है। इसे सीधे शब्दों में इस तरह से समझिए सेक्स स्टेल्थिंग (Sex Stealthing) यानी बेड पर पार्टनर द्वारा पार्टनर से की गई धोखाड़ी।
Sex Stealthing सिर्फ धोखा नहीं अपराध हैः नीदरलैंड में सेक्स के दौरान पार्टनर की मर्जी के बिना कंडोम उतारने के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। लड़की ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। कोर्ट ने कहा कि लड़के ने ऐसा करके लड़की के विश्वास के साथ धोखा किया है। लड़की की पर्सनल फ्रीडम को खत्म किया है। कोर्ट ने लड़के ऊपर फाइन लगाया।
बेड पर पार्टनर से चीटिंग पहुचा सकती है जेलः इसके पहले भी सेक्स स्टेल्थिंग के मामले सामने आ चुके हैं। न्यूजीलैंड में साल 2018 में 50 साल के जेसी नाम के एक शख्स पर संभोग के दौरान कंडोम हटाने की वजह से रेप के चार्ज लगे। दरअसल जेसी ने एक सेक्स वर्कर के साथ एक घंटे की डील की थी, लेकिन सेक्स दौरान लड़की ने मना करने के बावजूद आरोपी ने जबरदस्ती कंडोम हटा दिया। इस घटना के बाद सेक्स वर्कर ने कोर्ट का सहारा लिया और फिर लंबे समय तक ये केस चला। आखिरकार कोर्ट ने इस घटना को रेप बताया और जेसी को 3 साल 9 महीने की सजा हुई।
कंडोम हटाने को लेकर कई देशों में कानूनः न्यूजीलैंड में ही अभी कुछ समय पहले 28 साल के एक लड़के को सेक्स स्टेल्थिंग की वजह से जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा। वहीं जर्मनी में एक पुलिसवाले को ही इस मामले में सजा मिली। अब पूरी दुनिया में इसको लेकर बहस छिड़ गई है। कई युरोपियन देशों में चीटिंग से कंडोम हटाने को लेकर कानून भी बन गए हैं। अनसेफ सेक्स अक्सर मुसीबत का सबब बनता है, खासकर लड़कियों के लिए और इसके खिलाफ जैसे-जैसे जागरूकता बढ़ रही है लड़कियां अपने पार्टनर की बेड चीटिंग के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटा रही हैं।