लंदनः कांग्रेस नेता राहुल गांधी आरएसएस (‘RSS) यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर एक बार फिर विवादित बयान दिया है। दरअसल राहुल ने आरएसएस की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड की है। सात दिवसी ब्रिटेन दौरे पर पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को लंदन में चैथम हाउस थिंक टैंक में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत में लोकतांत्रिक प्रतियोगिता की प्रकृति पूरी तरह से बदल गई है। इसका कारण यह है ‘RSS’ नाम का एक संगठन है। यह एक कट्टरपंथी, फासीवादी संगठन है, जिसने मूल रूप से भारत के लगभग सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है। राहुल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को यह विश्वास है कि वह हमेशा भारत में सत्ता में रहेगी, लेकिन हमारा (कांग्रेस) का मानना है कि उनकी ये सोच हास्यास्पद है।
केरल के वायनाड से सांसद राहुल ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी RSS की तुलना मुस्लिम ब्रदरहुड से कर दी। उन्होंने कहा, “आरएसएस एक गुप्त समाज है। यह मुस्लिम ब्रदरहुड की तर्ज पर बनाया गया है और इनका विचार यह है कि सत्ता में आने के लिए लोकतांत्रिक प्रतियोगिता का उपयोग किया जाए और फिर बाद में लोकतांत्रिक प्रतियोगिता को खत्म कर दिया जाए।“
इस कार्यक्रम में राहुल ने कांग्रेस की अगुआई वाली यूपीए सरकार की विफलता का कारण भी बताया। उन्होंने कहा कि भारत में राजनीतिक प्रवचन की बदलती प्रकृति पर ध्यान केंद्रित करने की कमी के चलते यूपीए सरकार विफल हुई है। उन्होंने कहा, ‘इस परिप्रेक्ष्य में अगर आप आजादी से लेकर अब तक के समय को देखें तो ज्यादातर समय कांग्रेस पार्टी सत्ता में रही है।’
उन्होंने कहा, “बीजेपी के 10 साल सत्ता में रहने से पहले हम 10 साल सत्ता में थे। भाजपा यह मानती है कि वह भारत में सत्ता में आई है और हमेशा सत्ता में रहेगी, लेकिन ऐसा नहीं है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार 2014 में भारत में सत्ता में आई थी। अब जाएगी भी।“
राहुल गांधी ने कांग्रेस कर कमियों और खाामियों पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने भारत में हो रहे बदलावों की ओर इशारा किया। कहा, ‘यूपीए सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित किया। हम शुरुआत में शहरी क्षेत्र में चूक गए। यह एक सच्चाई है। लेकिन यह कहना कि भाजपा सत्ता में है और कांग्रेस चली गई है, यह वास्तव में है एक हास्यास्पद विचार।’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने भारत में दलितों और अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर भी अपनी बात कही। उन्होंने कहा, “आप देख सकते हैं कि भारत में दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के साथ क्या किया जा रहा है? ऐसा नहीं है कि ये केवल कांग्रेस कह रही है। विदेशी प्रेस में हर समय ऐसे लेख आते हैं कि भारतीय लोकतंत्र के साथ गंभीर समस्या है।“
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि देश में विभिन्न संस्थान खतरे में हैं। राहुल ने कहा, “इसने मुझे झकझोर दिया कि वे हमारे देश के विभिन्न संस्थानों पर कब्जा करने में कितने सफल रहे हैं। प्रेस, न्यायपालिका, संसद और चुनाव आयोग सभी खतरे में हैं और किसी न किसी तरह से नियंत्रित हैं।“
राहुल बोले, “आप किसी भी विपक्षी नेता से पूछ सकते हैं कि एजेंसियों का उपयोग कैसे किया जाता है। मेरे फोन में पेगासस था जो तब नहीं हो रहा था जब हम सत्ता में थे।“
उधर, बीजेपी ने राहुल गांधी के बयानों पर पलटवार किया है। बीजेपी ने राहुल गांधी पर चीन की प्रशंसा करते हुए विदेशी धरती पर भारत को बदनाम करने का आरोप लगाया है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत के साथ विश्वासघात मत करो, राहुल गांधी जी। भारत की विदेश नीति पर आपत्तियां आपकी अल्प समझ का प्रमाण हैं, कोई भी उस झूठ पर विश्वास नहीं करेगा, जो आपने भारत के बारे में विदेशी धरती से फैलाया है।