दिल्ली डेस्कः भूकंप के कारण तुर्किये और सीरिया में हालात बदतर होते जा रहे हैं। 06 फरवरी यानी गत सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप के कारण अब तक 19,332 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, करीब 40 हजार लोग घायल हुए हैं। इन दोनों देशों में कई इमारतें धराशायी हो गई हैं। भूकंप के कारण बेघर लोगों के लिए शेल्टर बनाए गए हैं। इस बीच अमेरिकी कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजी ने कुछ सैटेलाइट तस्वीरें जारी की है। इनमें तबाही और शेल्टर के लिए बनाए गए टेंट दिख रहे हैं।
भूकंप के कारण हुई तबाही का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि सीरिया में मारे गए लोगों को दफनाने के लिए सामूहिक कब्रें बनाई जा रही हैं। यहां मदद करने वाली व्हाइट हेलमेट्स की टीम ने एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि मृत लोगों को एक साथ दफनाया जा रहा है।
तुर्किये में भूकंप के कारण अब तक 16,170 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 35 हजार से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। वहीं, सीरिया में 3,162 लोग मारे गए हैं और 4 हजार से ज्यादा जख्मी हैं। तुर्किये में 28 हजार से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 60 हजार से ज्यादा बचावकर्मी तैनात किए हैं। उधर, वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने कहा है कि उसके पास सीरिया में एक हफ्ते के लिए लोगों को खिलाने के लिए पर्याप्त खाना है
तुर्किय में लोग समय पर मदद नहीं पहुंचने की शिकायत कर रहे हैं। इस बीची तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने इस बात को स्वीकार किया है। उन्होंने सरकार के प्रति लोगों के गुस्से को देखते हुए कहा कि भूकंप के बाद सरकार की शुरुआती प्रतिक्रियाओं में कमियां थीं।
दरअसल, भूकंप के बाद कई इलाकों में लोगों तक बचावकर्मी या राहत समग्री नहीं पहुंची थी। हालांकि, राष्ट्रपति एर्दोगन ने कहा कि सभी लोगों की मदद के लिए सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है और देश में कोई भी बेघर नहीं रहेगा।
आपको बता दें कि तुर्किये भूकंप का केंद्र था। इसे देखते हुए एक्सपर्ट्स का कहना है कि यहां टैक्टोनिक प्लेट्स 10 फीट (3 मीटर) तक खिसक गईं। दरअसल, तुर्किये 03 टैक्टोनिक प्लेट्स के बीच बसा हुआ है। ये प्लेट्स हैं- एनाटोलियन टैक्टोनिक प्लेट, यूरोशियन और अरबियन प्लेट।
विशेषज्ञों का कहना है कि एनाटोलियन टैक्टोनिक प्लेट और अरबियन प्लेट एक दूसरे से 225 किलोमीटर दूर खिसक गई हैं। इसके चलते तुर्किये अपनी भौगोलिक जगह से 10 फीट खिसक गया है। इटली के सीस्मोलॉजिस्ट डॉक्टर कार्लो डोग्लियोनी ने बताया कि टैक्टोनिक प्लेट्स में हुए इस बदलाव के चलते हो सकता है कि तुर्किये, सीरिया की तुलना में 5 से 6 मीटर (लगभग 20 फीट) और अंदर धस गया हो। उन्होंने कहा- हालांकि ये जानकारी शुरुआती डेटा से मिली है। आने वाले दिनों में सैटेलाइट इमेज से सटीक जानकारी मिल सकेगी। आइए एक नजर डालते हैं तुर्किये तथा सीरियों में आए विनाशकारी भूकंप से जुड़ी अहम जानकारियों पर…
- तुर्किये में 9,057 लोगों की जान जा चुकी है और 35 हजार से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है।
- सीरिया में करीब 3 हजार लोग मारे गए और 4 हजार से ज्यादा जख्मी हैं।
- वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने कहा है कि उसके पास सीरिया में एक हफ्ते के लिए लोगों को खिलाने के लिए पर्याप्त खाना है।
- तुर्किये में 8 हजार से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 60 हजार से ज्यादा बचावकर्मी तैनात किए हैं।
- भूकंप से तुर्किये 10 फीट खिसका
आपको बता दें कि तुर्किये और सीरिया में ये तबाही सोमवार को आए तीन बड़े भूकंपों के कारण आई है। प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक पहला तुर्किये के वक्त के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब चार बजे (7.8) और दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0)। इसके अलावा 243 आफ्टर शॉक्स दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही।
यूएन (UN) यानी संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि हिमपात और बारिश के कारण भूकंप से प्रभावित दोनों ही देशों में बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है। इमरजेंसी सर्विसेज की टीमों को रेस्क्यू में काफी दिक्कत हो रही है। तुर्किये के हताय प्रांत में एक आदमी ने रोते हुए न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि इमारतों के ढेर में दबे लोग जान बचाने के लिए चीख रहे हैं। भूख, चोट और कड़ाके की ठंड से परेशान हैं।
वहीं, सीरिया में बचाव कार्यों में लगी व्हाइट हेलमेट्स की टीम के सदस्य रायद अल सालेह ने बताया कि जगह-जगह दबे लोगों को बचाने का काम वक्त के खिलाफ रेस की तरह लग रहा है।
भूकंप प्रभावित तुर्किये तथा की मदद के लिए दुनियाभर के देशों ने हाथ बढ़या है। विभिन्न देशों में तुर्किये और सहायता सामग्रियां भेजीं है।
देश का नाम………………….तुर्किये और सीरिया के लिए मदद
दक्षिणइ कोरिया………………5 मिलियन की मदद देने की घोषणा की है।
चीन…………………………….6 मिलियन की मदद देन की घोषणा की है।
ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड…………11 मिलियन की मदद देने की घोषणा की है।
भारत……………………………इंडियन एयरफोर्स का C-17 विमान 2 NDRF टीमों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ भेजा।
अमेरिका………………………..79 लोगों की दो सर्च ऑपरेशन टीम, 100 फायर फाइटर्स और इंजीनियर भेजें।
यूरोपियन यूनियन………………सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन टीम भेजी
रूस……………………………..बचाव कार्य के लिए 300 सैनिक और हेलीकोप्टर्स
इजरायल………………………..बचाव कार्य के लिए 150 इंजीनियर, मेडिकल स्टाफ
ब्रिटेन…………………………….76 रेस्क्यू स्पेशलिस्ट की टीम
पाकिस्तान………………………सर्च रेस्क्यू टीम और 25 टन की राहत सामग्री भेजी।
इनके अलावा चेक रिपब्लिक, फ्रांस, माल्ता, नीदरलैंड, पोलैंड, अल्जेरिया, इटली, मोल्दोवा, अल्बानिया, उज्बेकिस्तान, हंगरी, जर्मनी, सर्बिया, स्लोवाकिया, आर्मेनिया और कतर ने भी तुर्किये और सीरिया में मदद भेजने का ऐलान किया है।