मुंबईः साठ और सत्तर के दशक में जहां फिल्मी पर्दे पर काका यानी राजेश खन्ना,  अमिताभ बच्चन, ऋषि कपूर और मिथुन चक्रवर्ती जैसे अभिनेताओं की तूती बोलती थी। ऐसे समय में एक अभिनेता ने विलेन की भूमिका के जरिए मायानगरी में कदम रखा और फिर हर किसी को पीछे छोड़ दिया। वह और कोई नहीं, बल्कि विनोद खन्ना थे। विनोद खन्ना, अभिनेता सुनील दत्त की खोज थे। सुनील दत्त ने विनोद खन्ना को 1968 में आई फिल्म ‘मन का मीत’ से लॉन्च किया था। इसके बाद विनोद खन्ना ने 1971 तक फिल्मों में विलेन के रोल किए और फिर हीरो बन गए। बतौर हीरो विनोद खन्ना ने एक सफल पारी खेली और उनकी गिनती उस दौर के सुपरस्टार्स में होने लगी। विनोद खन्ना का जादू फिल्मी पर्दे पर ही नहीं,बल्कि लड़कियों और हीरोइनों पर दिखने लगा था।

आपको बता दें कि अभिनेता विनोद खन्ना अपनी फिल्मों और चार्म को लेकर ही चर्चा में नहीं रहे, बल्कि उनकी बोल्ड सोच ने भी खूब सूर्खियां बटोरीं। विनोद खन्ना ने एक बार इंटरव्यू में अपनी इच्छाओं पर खुलकर बात की थी और बताया था कि उनकी जिंदगी में इंटीमेट रिलेशनशिप यानी यौन रिश्तों की कितनी अहमियत है। तो चलिए आज हम विनोद खन्ना की बोल्ड सोच के बारे में जानकारी देते हैं..

अभिनेता विनोद खन्ना ने कहा था कि वह कोई संत नहीं हैं जो किसी महिला से प्यार नहीं करेंगे या उसके साथ संबंध नहीं बनाएंगे। उस इंटरव्यू का वीडियो हाल ही इंस्टाग्राम पर भी खूब चर्चित रहा। इसमें विनोद खन्ना सेक्स की जरूरत और महिलाओं को लेकर कहते नजर आ रहे थे। उन्होंने कहा, “मैं एक बैचलर था और जहां तक महिलाओं की बात है तो मैं कोई संत नहीं हूं। मुझे सेक्स की उतनी ही जरूरत है, जितनी किसी और को होती है। महिलाओं के बिना हम यहां नहीं होते। यौन संबंध नहीं होते तो हम यहां नहीं होते। तो फिर किसी को मेरे महिलाओं के साथ होने पर आपत्ति क्यों होनी चाहिए?”

गीतांजलि को दिया दिल, फिर की शादीः  पंजाबी परिवार में जन्मे विनोद खन्ना ने बॉम्बे से स्कूली पढ़ाई की थी और इसके बाद वह दिल्ली शिफ्ट हो गए थे। साल 1960 में परिवार ने विनोद खन्ना तो बोर्डिंग स्कूल भेज दिया, जहां पर विनोद खन्ना ने ‘सोलहवां साल’ और ‘मुगल-ए-आजम’ जैसी फिल्में देखीं। इन्हें देख विनोद खन्ना को फिल्मों से प्यार हो गया। विनोद खन्ना जब कॉलेज में आए तो उनकी मुलाकात गीतांजलि नाम की लड़की से हुई। विनोद खन्ना को गीतांजलि से प्यार हो गया और बाद में दोनों ने शादी कर ली। विनोद खन्ना ने 1971 में गीतांजलि से शादी की और दो बेटों-अक्षय खन्ना और राहुल खन्ना के पिता बने।

अमृता संग जुड़ा नामः अभिनेता विनोद खन्ना की शादीशुदा जिंदगी अच्छी चल रही थी, लेकिन इसमें तब खलल पड़ गया जब उनकी जिंदगी में अमृता सिंह की एंट्री हुई। साल 1989 में आई फिल्म ‘बंटवारा’ में विनोद खन्ना और अमृता सिंह की जोड़ी थी। इसी फिल्म में साथ काम करते हुए अमृता सिंह, विनोद खन्ना को दिल दे बैठीं। हालांकि जब फिल्म की शूटिंग खत्म हुई तो विनोद और अमृता का रिश्ता भी खत्म हो गया। विनोद खन्ना की पत्नी ने जैसे-तैसे इस तूफान से अपनी शादी को बचाया था,  बड़ा तूफान तब आया जब विनोद खन्ना घर-बार और फिल्में छोड़कर संन्यासी बन गए और ओशो के आश्रम में चले गए। तभी गीतांजलि ने विनोद खन्ना को तलाक देने का फैसला कर लिया।

कविता से प्यार और दूसरी शादीः अभिनेता विनोद खन्ना जब कुछ साल बाद ओशो के आश्रम से वापस लौटे तो उनकी मुलाकात कविता नाम की एक महिला से हुई और वह उन्हें दिल दे बैठे। इस तरह विनोद खन्ना और कविता की लव स्टोरी शुरू हो गई और फिर 1990 में उन्होंने शादी कर ली। कविता से शादी के बाद विनोद खन्ना बेटे साक्षी और बेटी श्रद्धा के पिता बने।

पर्दे पर भी बोल्ड रहे विनोदः अभिनेता विनोद खन्ना असल जिंदगी में ही बोल्ड नहीं रहे, बल्कि फिल्मी पर्दे पर भी वह काफी बोल्ड थे। ऐसे कई फिल्मों के किस्से हैं, जब रोमांटिक या इंटीमेट सीन करते हुए विनोद खन्ना बेकाबू हो गए। फिल्म ‘दयावान’ में माधुरी दीक्षित के साथ फिल्माया रोमांटिक सीन और ‘हमशक्ल’ का मीनाक्षी शेषाद्रि संग किया किसिंग सीन खूब सुर्खियों में रहा। इन पर काफी बवाल भी मचा था। विनोद खन्ना बेशक इंडस्ट्री के बोल्ड स्टार्स में शुमार थे, लेकिन वह कभी किसी बड़े विवाद में नहीं फंसे। साल 2017 में विनोद खन्ना का निधन हो गया।

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