स्पोर्ट्सः इंग्लैंड रविवार को टी-20 क्रिकेट इतिहास का पहला डबल वर्ल्ड चैंपियन बन गया है। ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में रविवार को खेले गए फाइनल में इंग्लैंड टीम ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर दूसरी बार टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया। आपको बता दें कि मौजूदा समय में इंग्लैंड के नाम वनडे वर्ल्ड कप खिताब भी है। इस तरह से पहली बार किसी टीम के पास एक साथ वनडे और टी-20 दोनों का वर्ल्ड टाइटल हैं।
ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी-20 विश्व कप के फाइनल में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 137 रन बनाए। इंग्लैंड के सामने छोटा लक्ष्य देने के बावजूद पाकिस्तान ने हार नहीं मानी और टीम के गेंदबाजों ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को तेजी से रन बनाने का मौका नहीं दिया और 13वें ओवर तक मैच में पकड़ बनाए हुए थे, लेकिन हैरी ब्रुक का कैच पकड़ते समय शाहीन अफरीदी को चोट लग गई। इसके बाद जब वह 16वें ओवर में गेंदबाजी करने के लिए आए तो एक गेंद डालकर फिर वापस मैदान के बाहर चले गए, इसका फायदा उठाते हुए इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने ताबड़तोड़ बड़े शॉट खेलकर पाकिस्तान को बैकफुट पर धकेल दिया।
इंग्लैंड ने टी20 विश्व कप के फाइनल में रविवार को पाकिस्तान को पांच विकेट से शिकस्त देकर दूसरी बार इस खिताब को अपने नाम किया। पाकिस्तान को आठ विकेट पर 137 रन पर रोकने के बाद इंग्लैंड ने 19 ओवर में पांच विकेट गंवा कर लक्ष्य हासिल किया। इंग्लैंड की ओर से बेन स्टोक्स ने 42 गेंद में 45 रन बनाए। इंग्लैंड की खिताबी जीत में स्टोक्स का योगदान काफी शानदार था। चलिए आपको बताते हैं इंग्लैंड की खिताबी जीत की पांच बड़ी वजहें क्या रहीं।
सैम का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शनः टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम को सैम करन ने अच्छी शुरुआत दिलाई। सैम ने मोहम्मद रिजवान को आउट करके पाकिस्तान को पहला झटका दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए। सैम ने शान मसूद को आउट किया, जोकि अच्छी पारी खेल रहे थे। इसके बाद उन्होंने नवाज को आउट किया। सैम करन ने इस मैच में तीन विकेट झटके और इसके साथ ही वह इंग्लैंड के लिए टी20 वर्ल्ड कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप 2022 में 13 विकेट लिए। करन के अलावा आदिल रशिद और जॉर्डन ने भी किफायती गेंदबाजी की।
वहीं, इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं। उन्होंने इंग्लैंड को दूसरी बार विश्व चैंपियन बनाया है। इससे पहले वनडे विश्व कप 2019 में उन्होंने इंग्लैंड को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और इस बार ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी20 विश्व कप के फाइनल में भी उन्होंने कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है। फाइनल में उन्होंने 49 गेंद में नाबाद 52 रन की पारी खेली। गेंदबाजी में भी उन्होंने 4 ओवर में 32 रन देकर 1 विकेट झटका था।
फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी के चोटिल होने से इंग्लैंड को बड़ा फायदा पहुंचा। अफरीदी पारी के 13वें ओवर में ब्रुक का कैच लेते समय अपना पैरा चोटिल कर बैठे और जब वह गेंदबाजी करने के लिए आए तो एक गेंद डालने के बाद वह फिर मैदान के बाहर चले गए। मैच का ये सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट रहा। इंग्लैंड ने इसका फायदा उठाते हुए अफरीदी की जगह गेंदबाजी करने आए इफ्तिखार के खिलाफ चौके और छक्के लगाए और मैच में पाकिस्तान को बैकफुट पर धकेल दिया।
138 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने 15 ओवर तक 4 विकेट खोकर 97 रन बना लिए थे और उसे जीत के लिए 30 गेंद में 41 रन चाहिए थे, लेकिन अफरीदी की चोट से पाकिस्तानी खेमे को बहुत बड़ा धक्का लगा, जिसके कारण पाकिस्तान ने 15वें ओवर तक मैच में पकड़ बनाए रखने के बावजूद मैच गंवा दिया। 16वें ओवर में 13 रन बने क्योंकि अफरीदी की जगह इफ्तिखार से ओवर पूरा करवाया गया और यहीं पर इंग्लैंड ने मैच में अपनी पकड़ मजूबत कर ली और पाकिस्तान को मैच से बाहर कर दिया। फिर अगले ओवर में भी वसीम ने तीन चौके लुटाए, जिसके बाद पाकिस्तान ने अपनी हार लगभग मान ली थी।
वहीं, पाकिस्तान के लिए बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान ने अच्छी शुरुआत नहीं दी। हालांकि इसके अलावा मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। पाकिस्तान ने शुरुआती 4 ओवर में 28 रन बना लिए थे, लेकिन उसके बाद इंग्लैंड ने जबरदस्त वापसी की है और पाकिस्तान के रनों पर अकुंश लगाने के साथ-साथ विकेट भी चटकाया। फाइनल में पाकिस्तान के 4 बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा छू सके। बाबर आजम ने 32 और मसूद ने 38 रन बनाए। इनके अलावा पाकिस्तान का कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका।