दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों से अपने सरकारी आवास पर मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने ज्यादातर खिलाड़ियों से खेल और उनके अनुभव को जाना तथा एशियन गेम्स और ओलिंपिक की तैयारी में अभी जुट जाने की सलाह दी।

पीएम मोदी ने कहा, “हॉकी में हम जिस तरह अपना पुराना रुतबा हासिल कर रहे हैं वह काबिले तारीफ है। मेंस और विमेंस दोनों टीमें बधाई हैं। हमें खुशी है कि कई खेलों में मेडल जीतने के करीब थे। यह सुकून देने वाला था। बेटियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। पूजा ने सिल्वर मेडल जीतने के बाद देश से माफी मांगी और भावुक हो गईं। उनके साथ पूरा देश भावुक हुआ और सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा कि उन्हें माफी मांगने की जरूरत नहीं है।“

आपको बता दें कि ब्रिटेन के बर्मिंघम में इस साल आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने 22 गोल्ड के साथ कुल 61 मेडल जीते हैं। खेलों के इस महाकुंभ में भारतीय खिलाड़ियों ने 22 गोल्ड के अलावा 16 सिल्वर और 23 ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफलता हासिल की है। पीएम मोदी ने बर्मिंघम में सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाले टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल से भी बातचीत की और उनके अनुभव को जाना। उनसे फिटनेस को लेकर भी बात की।

पीएम मोदी ने कहा कि ओलिंपिक के बाद मैंने विनेश से कहा था कि निराश होने की जरूरत नहीं है। मुझे खुशी है कि विनेश ने निराशा को आशा में बदलने में सफल हुई हैं। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। आपकी जज्बा देश की बेटियों को प्रेरित करेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि गर्व की बात है कि आपकी मेहनत और प्रेरणादायी उपलब्धि से देश आजादी के अमृत काल में प्रवेश कर रहा है। पिछले कुछ हफ्तों में, राष्ट्र ने खेल के क्षेत्र में दो प्रमुख उपलब्धियां दर्ज की हैं। राष्ट्रमंडल खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन के अलावा, देश ने पहली बार शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी की

उन्होंने कहा कि मैंने आपसे कॉमनवेल्थ गेम्स में जाने से पहले कहा था कि आप जीतकर आओगे तो आप लोगों के साथ विजय उत्सव मानऊंगा। आप सभी को मेडल जीतने पर बधाई। आप बर्मिंघम में मुकाबला कर रहे थे, वहीं करोड़ों भारतीय रात में जागकर आपकी जीत के लिए दुआ करते थे। खेलों के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने में आप लोगों का बहुत बड़ा योगदान रहा है।

इस दौरान पीएम ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जिस तरह से देश की आजादी के लिए हमारे वीर सपूत उतरे थे, उसी तरह आप भी मैदान में क्षेत्रीय भेदभाव को भूलकर एक साथ देश के लिए मेडल जीतने के लिए उतरते हैं। अभी ये शुरुआत है। हम इतने संतुष्ट होकर बैठने वाले नहीं हैं। भारत का खेलों का स्वर्णिम काल शुरू हो चुका है। खेलों इंडिया और टॉप्स ने नई प्रतिभाओं को आगे लाने में महत्वूपर्ण योगदान है।

आप एशियन गेम्स और ओलिंपिक गेम्स की तैयारी करें। आप लोग स्कूलों में जाएं और आज के युवा आपको रोल मॉडल के रूप में देखते हैं। आपसे से प्रेरित होकर आपके जैसा बनने की कोशिश करता है, इसलिए आप जरूर जाएं।

बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सबसे ज्यादा मेडल रेसलिंग और वेटलिफ्टिंग में जीते हैं। भारत 18वीं बार इन खेलों में हिस्सा ले रहा था और इसमें कुल 104 पुरुष और 103 महिलाओं ने हिस्सा लिया। भारत के लिए पुरुषों ने 35 और महिलाओं ने 26 मेडल अपने नाम किए। रेसलिंग में भारत ने कुल 12 मेडल अपने नाम किए। इस खेल में भारतीय पहलवानों ने 6 गोल्ड एक सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल जीते।

वहीं, वेटलिफ्टिंग में भारत ने कुल 10 मेडल जीते। स्टार वेटलिफ्टर मीराबाई चानू, अचंता शेउली और जेरेमी लालरिनुंगा ने गोल्ड पर कब्जा जमाया। वेटलिफ्टिंग के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने सबसे ज्यादा बॉक्सिंग में 7 मेडल जीते।

मेडल जीतने वाले खिलाड़ी
22 गोल्ड- मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा, अंचिता शेउली, महिला लॉन बॉल टीम, टीटी पुरुष टीम, सुधीर, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, दीपक पूनिया, रवि दहिया, विनेश, नवीन, भाविना, नीतू, अमित पंघाल, एल्डहॉस पॉल, निकहत जरीन, शरत-श्रीजा, पीवी सिंधु, लक्ष्य सेन, सात्विक-चिराग, शरत।

16 सिल्वर- संकेत सरगर, बिंदियारानी देवी, सुशीला देवी, विकास ठाकुर, भारतीय बैडमिंटन टीम, तूलिका मान, मुरली श्रीशंकर, अंशु मलिक, प्रियंका, अविनाश साबले, पुरुष लॉन बॉल टीम, अब्दुल्ला अबोबैकर, शरथ-साथियान, महिला क्रिकेट टीम, सागर, पुरुष हॉकी टीम।
23 ब्रॉन्ज- गुरुराजा, विजय कुमार यादव, हरजिंदर कौर, लवप्रीत सिंह, सौरव घोषाल, गुरदीप सिंह, तेजस्विन शंकर, दिव्या काकरन, मोहित ग्रेवाल, जैस्मिन, पूजा गहलोत, पूजा सिहाग, मोहम्मद हुसामुद्दीन, दीपक नेहरा, रोहित टोकस, सोनलबेन, महिला हॉकी टीम, संदीप कुमार, अन्नू रानी, सौरव-दीपिका, किदांबी श्रीकांत, त्रिषा-गायत्री, साथियान।

 

 

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