मुंबईः पंकज त्रिपाठी ने बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में विभिन्न किरदारों को बड़ी ही खूबसूरती से जीया है और वह इस फिल्म इंडस्ट्री में रमे रहना चहना चाहते हैं। फिलहाल उनकी योजना किसी अन्य भाषा की फिल्मों में काम करने की नहीं है।

मौजूदा समय में एक ओर जहां दक्षिण भारतीय फिल्मों के स्टार्स बॉलिवुड फिल्मों में और हिन्दी फिल्मों के स्टार्स साउथ सिनेमा में धड़ल्ले से काम कर रहे हैं, वहीं पंकज त्रिपाठी इस भीड़ से काफी दूर हैं। पंकज ने यह भी बताया कि आखिर क्यों वह दूसरी भाषा की फिल्मों में काम नहीं करना चाहते।

पंकज त्रिपाठी का कहना है कि यदि वह अपनी आवाज का वह प्रॉपर इस्तेमाल नहीं कर पाए,  तो वह दूसरी भाषा में बोलते हुए उस किरदार के साथ न्याय ही नहीं कर पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें डबिंग जैसे चीजें पसंद नहीं हैं। पंकज त्रिपाठी ने यह जरूर कहा कि वह अन्य भाषा की फिल्मों में ऐसा किरदार जरूर करना पसंद करेंगे जो हिन्दी में बोलता हो।

बॉलीवुड स्टार ने कहा, “मुझे फिल्मों या वेब सीरीज़ में उस भाषा में बात करना पसंद नहीं जिसमें मैं खुद कम्फर्टेबल नहीं हूं। मैं इस बात के फेवर में बिल्कुल नहीं हूं कि मेरा डायलॉग कोई और बोल रहा हो। मेरी ऐक्टिंग और एक्सप्रेशंस की खूबसूरती मेरी आवाज से ही है, वर्ना मेरा रोल अधूरा है।“

पंकज ने कहा कि क्या वह कभी बंगाली फिल्मों में काम कर सकते हैं जो कि वह समझ सकते हैं। पंकज ने इस सवाल के जवाब पर कहा कि इस भाषा की भी जानकारी उनके पास काफी कम ही है। उन्होंने कहा, “आमी अल्पो अल्पो बांगला जानी, भालोई बुझी किन्तु भालो बोलते पारी ना। इतनी सी जानकारी बंगाली किरदार को पर्दे पर जीने के लिए काफी नहीं है।“

अब बात वर्कफ्रंट की करें तो पंकज त्रिपाठी ‘शेरदिल: द पीलीभीत सागा’ में नजर आनेवाले हैं, जो श्रीजीत मुखर्जी की फिल्म है। पंकज त्रिपाठी ने बताया कि उन्हें श्रीजीत ने इस फिल्म का आइडिया तब बताया था जब वह साल 2019 में दुर्गा पूजा के दौरान कोलकाता गए थे।

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