संवाददाता

प्रखर प्रहरी

पटनाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 सितंबर को ऐतिहासिक कोसी महासेतु 12 रेल परियोजनाएं बिहार की जनता को समर्पित करेंगे। मोदी वीडियो कांफ्रिसिंग के जरिये इन परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। इस बात की जानकारी ईसीआर यानी पूर्व-मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने 16 सितंबर को यहां दी। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी 18 सितंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ऐतिहासिक कोसी महासेतु सहित यात्री सुविधा से जुड़ी 12 रेल परियोजनाएं बिहार की जनता को समर्पित करेंगे। मोदी जिन परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे, उनमें कोसी महासेतु, किउल नदी पर नया रेल पुल, दो नई रेल लाइन परियोजना, पांच विद्युतीकरण परियोजना, एक इलेक्ट्रिक लोको शेड एवं एक तीसरी रेल लाइन परियोजना शामिल है।

कुमार ने बतया कि कि 1887 में ब्रिटिश काल के दौरान निर्मली और भपटियाही के बीच कोसी की सहायक तिलयुगा नदी पर लगभग 250 फुट लंबा मीटर गेज रेल पुल का निर्माण किया गया था, लेकिन साल 1934 में आई भीषण बाढ और विनाशकारी भूकंप में यह मीटर गेज रेल पुल ध्वस्त हो गया था। उन्होंने बताया कि  2003-04 में कोसी महासेतु नई रेल लाइन परियोजना को मंजूरी प्रदान की गई थी।  उन्होंने बताया कि कोसी रेल महासेतु की कुल लंबाई 1.9 किलोमीटर है, जिसका निर्माण 516 करोड़ रुपये की लागत की गई है। भारत-नेपाल सीमा के लिए सामरिक दृष्किोण से भी यह रेल महासेतु काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना को कोविड महामारी के दौरान ही अंतिम रूप दिया गया, जिसमें प्रवासी श्रमिकों की भी सेवा ली गई। इस तरह बिहार विशेषकर कोसी क्षेत्र के लोगों का 86 वर्ष पुराना सपना अब साकार होने जा रहा है।

कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री ऐतिहासिक और चिर-प्रतीक्षित कोसी रेल महासेतु  के साथ ही सहरसा-आसनपुर कुपहा डेमू ट्रेन का सुपौल स्टेशन से शुभारंभ  करेंगे। इन सभी के शुरू हो जाने के बाद सुपौल, अररिया और सहरसा जिले के  लोगों को काफी लाभ होगा। साथ ही इस क्षेत्र के लोगों के लिए कोलकाता,  दिल्ली और मुंबई तक की लंबी दूरी की ट्रेनों से यात्रा करना काफी सुविधा होगी।   उन्होंने बताया कि  सहरसा-सरायगढ़-आसनपुर कुपहा रेलखंड की कुल लंबाई 64 किलोमीटर है, जिसमें  सहरसा से सुपौल 26 किलोमीटर तक ट्रेनों का परिचालन जारी है। अब कोसी रेल  महासेतु बन जाने के बाद सुपौल से आसनपुर कुपहा तक ट्रेन परिचालन का मार्ग  प्रशस्त हो गया है।

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि पीएम मोदी 450 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हाजीपुर-घोसवर-वैशाली  तथा 409 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इसलामपुर-नटेसर   नई रेल लाइन परियोजना एवं करनौती-बख्तियारपुर लिंक बाईपास  तथा 240 करोड़ रुपये लागत की बख्तियारपुर-बाढ़ के बीच तीसरी लाईन परियोजना का भी लोकार्पण करेंगे। साथ ही 65 करोड़ रुपये की लागत वाली मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी ,  505 करोड़ रुपये की लागत वाली कटिहार-न्यू जलपाईगुड़ी , 390 करोड़ रुपये से निर्मित समस्तीपुर-दरभंगा-जयनगर), 120 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित समस्तीपुर-खगड़िया,75 करोड़ रुपये की लागत वाली  भागलपुर-शिवनारायणपुर विद्युतीकृत रेलखंड को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

उन्होंने बताया कि  बिहार के राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, रेल,  वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय खाद्य, सार्वजनिक वितरण  एवं उपभोक्ता मामले मंत्री रामविलास पासवान, केंद्रीय विधि मंत्री रविशंकर  प्रसाद, केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह,  केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री  देबाश्री चौधरी, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र  प्रसाद यादव, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री विनोद कुमार सिंह,  पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री गौतम देव, पश्चिम बंगाल के पर्यटन  मंत्री सहित अन्य गणमान्य लोग भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये इस कार्यक्रम में जुड़ेंगे।

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