दिल्ली डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः भारत में प्राण घातक कोरोना का प्रकोप चरम पर है। इसके रफ्तार का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि महज 11 दिनों में इसके संक्रमण के मामले 10 लाख मामले बढ़े हैं। यानिक सिर्फ 11 दिन में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 40 लाख से 50 लाख पहुंच गई है। इससे पहले इस जानलेवा विषाणु को 10 लाख के आंकड़े तक पहुंचने में 13 दिन लगे थे.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से 16 सितंबर को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में इस जानलेवा विषाणु से अब तक 5020360 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 82066 लोगों ने जान गंवाई है। देश में इस समय इस जानलेवा विषाणु के 9,95,933 सक्रिय मामले हैं, जबकि 39,42,361 लोग अब तक इस महामारी को मात दे चुके हैं। इससे पहले 05 सितंबर को कोरोना ने 40 लाख का आंकड़ा पार किया था। इस दिन देश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 40,23,179 थी तथा 69,561 लोगों की मौत थी।
वहीं कोरोना ने 23 अगस्त को 30 लाख का आंकड़ा पार किया था। इस दिन देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 30,44,940 थी और इसके बाद 13 दिनों में ही लगभग 10 लाख लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। इससे पहले संक्रमण के मामले 10 लाख के आंकड़े को पहुंचने में 16 दिन लगे थे। कोरोना संक्रमितों की संख्या सात अगस्त को 20 लाख के पार पहुंची थी। सात अगस्त को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 20,27,075 थी तथा 41885 मरीजों की मौत हो चुकी थी। इस तरह से 20 लाख से 30 लाख की संख्या तक पहुंचने में 16 दिन लगे थे।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 17 जुलाई को 10 लाख पहुंची थी। इस दिन के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना से 10,03,832 लोग संक्रमित हुए थे तथा 25,602 मरीजों की मौत हो चुकी थी। है। इसी दिन भारत 10 लाख का आंकड़ा पार करने वाला करने वाला दुनिया का तीसरा देश बना था। इस दिन पहले स्थान पर काबिज अमेरिका में 35,74,371 मामले और दूसरे स्थान पर स्थित ब्राजील में 20,1,2515 मामले थे। इस तरह से देश 10 लाख से 20 लाख के आंकड़े तक पहुंचने में इस संक्रमण को 21 दिन लगे थे।गत जनवरी की समाप्ति तक देश में कोरोना संक्रमण के एक हजार से कम मामले थे। शुरुआती महीनों में इसकी रफ्तार काफी धीमी थी और इसे एक हजार से 10 लाख तक की संख्या तक पहुंचने में 170 दिन लगे थे।