rohit sharma

स्पोर्ट डेस्क

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा से सहित पांच खिलाड़ी इस साल देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न से नवाजे जाएंगे. खेल मंत्रालय ने 21 अगस्त को रोहित शर्मा (क्रिकेट), मरियप्पन टी (पैरा एथलीट), मनिका बत्रा (टेबल टेनिस), विनेश फोगाट (रेसलिंग) और रानी रामपाल (महिला हॉकी) को राजीव गांधी खेल रत्न देने पर मुहर लगा दी। रोहित ह पुरस्कार पाने वाले देश के चौथे क्रिकेटर है। रोहित से पहले सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली को यह पुरस्कार मिल चुका है।

तेंडुलकर राजीव गांधी खेल रत्न पाने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर हैं। उन्हें 1998 में यह पुरस्कार दिया गया था। वहीं धोनी को 2007 और कोहली को 2018 में वेटलिफ्टर मीराबाई चानू के साथ यह पुरस्कार मिला था। वर्ष 2016 में बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, जिमनास्ट दीपा कर्माकर, रेसलर साक्षी मलिक और शूटर जीतू राय को दिया गया था।

इन खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 29 अगस्त को वर्चुअल तरीके से दिए जाएंगे। आपको बता दें कि हर साल 29 अगस्त यानी राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर राष्ट्रपति भवन में एक कार्यक्रम के जरिए यह पुरस्कार दिए जाते हैं, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण पहली बार यह पुरस्कार वर्चुअल तरीके से दिये जाएंगे।

राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए गठित कमेटी ने इस साल खेल मंत्रालय को 29 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड देने की सिफारिश की थी। इनमें खेल रत्न हासिल कर चुकीं रेसलर साक्षी मलिक और मीराबाई चानू भी शामिल थीं,  लेकिन खेल मंत्रालय ने इन दोनों खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड नहीं देने का फैसला किया।

राष्ट्रीय पुरस्कार के विजेताओं के चयन के लिए  खेल मंत्रालय ने 12 सदस्यों की एक समिति गठिक की थी। इस समिति का नेतृत्व सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस मुकुंदकम शर्मा ने कर रहे थे। इस समिति में पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, पूर्व हॉकी प्लेयर सरदार सिंह, पैरालिंपिक रजत पदक विजेता दीपा मलिक, पूर्व टेबल-टेनिस खिलाड़ी मोनालिसा बरुआ मेहता, बॉक्सर वेंकटेशन देवराजन के अलावा पत्रकार आलोक सिन्हा और नीरू भाटिया शामिल थे।

खेल रत्न भारत का सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर इसका नाम रखा गया है। यह पुरस्कार हर साल देश के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को दिया जाता है। पहले यह पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ी को 7.5 लाख रुपए और एक प्रतिमा दी जाती थी, लेकिन अब खेल रत्न पुरस्कार पाने वाले को 25 लाख रुपए मिलेंगे।

वहीं अर्जुन अवॉर्ड हासिल करने वाले खिलाड़ियों को पांच लाख की जगह 15 लाख रुपये, द्रोणाचार्य अवॉर्डी को पांच की बजाय 10 लाख रुपये और मेजर ध्यानचंद लाइफटाइम अवॉर्ड पुरस्कार पाने वाले को पांच की जगह 15 लाख रुपए दिए जाएंगे।

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