दिल्ली डेस्क
प्रखऱ प्रहरी
दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत, आधुनिक भारत और नए भारत बनाने के साथ-साथ समृद्ध एवं खुशहाल भारत बनाने में देश की शिक्षा को महत्व बताया है और कहा है कि नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों को अपनी जड़ों से जोड़ेने के साथ ही उन्हें ‘ग्लोबल सिटीजन बनने के लिए सामर्थ्य देगी।
उन्होंने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आज यहां लाल किले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए यह बातें कही। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत, आधुनिक भारत और नए भारत बनाने के साथ-साथ समृद्ध एवं खुशहाल भारत बनाने सोच के साथ तीन दशक के बाद एक नई शिक्षा नीति देने में हम सफल हुए है।
पीएम ने कहा कि इस शिक्षा नीति का देश के कोने- कोने से स्वागत के समाचार मिल रहे हैं और हमें नई ऊर्जा और विश्वास दे रहे हैं। यह शिक्षा नीति विद्यार्थियों को न सिर्फ जड़ से जोड़ेगी, बल्कि इसके साथ- साथ एक ग्लोबल सिटीजन बनाने का भी सामर्थ्य प्रदान करेगी। उन्होंने ने नई शिक्षा नीति की विशेषताओं को रेखांकित करते हुए कहा कि इसमें राष्ट्रीय रिसर्च फाउंडेशन की भी बात कही गई है। साथ ही नवाचार पर जोर दिया गया है। देश को प्रगति करने के लिए नवाचार और शोध की जरूरत है। नवाचार से हमें जितना बल मिलेगा, उतनी ही हमारी ताकत बढ़ेगी।