दिल्ली डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः भारतीय रेलवे ने सेवारत और सेवानिवृत्त अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए टिकट की सुविधा को आसान बना दिया है। रेलवे ने इसे हासिल करने में आने वाली दिक्कतें दूर करने तथा पास के दुरुपयोग को समाप्त करने के लिए अब इसे डिजिटल बना दिया है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने 13 अगस्त को रेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए टिकट बुकिंग हेतु ई-पास मॉड्यूल और ऑनलाइन पास जेनरेशन की व्यवस्था जारी की है। इसके जरिये रेलवे अधिकारी और कर्मचारी अब ई-पास और सुविधा टिकट आदेश के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।।
सूत्रों ने बताया कि पहले कर्मचारियों को रेल पास प्राप्त करने के लिए विभागीय अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ते थे। साथ ही कागजी दस्तावेज होने के कारण रेल पास के दुरुपयोग की भी संभावना बनी रहती थी। पहले एक पास का कई बार इस्तेमाल किया जाता रहा है , लेकिन अब पूरा डाटा ऑनलाइन रहेगा और इलेक्ट्रानिक चेकिंग की नई व्यवस्था से एक पास का दोबारा इस्तेमाल नहीं हो सकेगा। सूत्रों के अनुसार अब रेल अधिकारी एवं कर्मचारी भी आम लोगों की तरह अपने कंप्यूटर या मोबाइल फोन के जरिये टिकट की बुकिंग करा सकेंगे। उन्हें अब सिर्फ मोबाइल पर आए कोड को सहेज कर रखना होगा। यही कोड रिजर्वेशन कराते समय फॉर्म में भरना होगा। अब कर्मचारियों को पास लेकर टिकट काउंटर पर जाने और यात्रा के दौरान इसे संभालकर रखने की जरूरत नहीं होगी।
आपको बता दें कि रेलवे में राजपत्रित अधिकारियों को एक साल में छह और सेवानिवृत्त होने पर तीन रेल पास मिलते हैं। इस पास के जरिए वह एवं उनके आश्रित मुफ्त रेल यात्रा करते हैं। गैर राजपत्रित कर्मचारियों को साल में तीन जबकि सेवानिवृत्त होने पर दो पास दिए जाते हैं। रेलकर्मियों को चार पीटीओ यानि प्रिविलेज टिकट ऑर्डर भी मिलता है। पीटीओ से सफर करने के लिए उन्हें एक तिहाई किराया देना पड़ता है।