संवाददाता
प्रखर प्रहरी
पटनाः बिहार में अब चिकित्सा की व्यवस्था की गुणवत्ता में सुधार कर बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है। राज्य सरकार कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक कार्रवाई कर रही है।
सूचना एवं जन-सम्पर्क सचिव अनुपम कुमार ने स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह और अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार के साथ संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 24 जुलाई को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि कोविड-19 की स्थिति की सरकार लगातार समीक्षा कर रही है। सभी बिन्दुओं पर ध्यान दिया जा रहा है और जो कमियां पाई जा रही हैं, उनको दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में कंट्रोल रूम जोड़ दिये गये हैं ताकि लोगों को जानकारी प्राप्त करने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो। साथ ही सभी कंट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर विभिन्न माध्यमों से सार्वजनिक किये गये हैं। कोविड अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था के लिए नियंत्रण कक्ष में प्रशासन, नॉन क्लिनिकल और अस्पताल प्रबंधन से जुड़े लोगों को लगाया गया है। इसके परिणाम सकारात्मक दिख रहे हैं।
सूचना एवं जनसंपर्क सचिव ने कहा कि सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों को यह निर्देश दिया गया है कि उनके यहां जितने स्वास्थ्य संस्थान हैं, उनका निरीक्षण कर फीडबैक लें और कमियों को दूर करने का प्रयास करें। मुख्यालय स्तर से यदि कोई कार्रवाई वांछित है तो उसके विषय में जानकारी दें। चिकित्सा महाविद्यालयों के अनुश्रवण की जिम्मेदारी प्रमंडलीय आयुक्त को दी गई है ताकि सुगमतापूर्वक स्वास्थ्य व्यवस्थाएं एवं आवश्यक सुविधाएं सुचारू रहें। उिन्होंने कहा कि चिकित्सकों के रोस्टर को पब्लिक डोमेन में रखने के लिए चिकित्सा महाविद्यालयों के प्राचार्य और अस्पताल के प्रभारी को निर्देश दिये गये हैं। मरीज के साथ आने वाले अटेंडेंट के बैठने की समुचित व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही इंटरकॉम के माध्यम से उपचार के लिए प्रतिनियुक्त चिकित्सक या अस्पताल प्रबंधन के लोगों से अटेंडेंट बात कर सकें, इसके लिए भी निर्देश दिये गये हैं।