दिल्ली डेस्क

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः वैश्विक महामारी को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग जारी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने छह जुलाई को मोदी सरकार की विफलकताओं पर तंज कहसते हुए कहा कि नोटबंदी, कोरोना और जीएसटी क्रियान्वयन की विफलका हावर्ड बिजनेस स्कूल के लिए स्टडी विषय है।

राहुल ने ट्वीट कर कहा, “ भविष्य में एचबीएस में अध्ययन कोविड-19, नोटबंदी और जीएटी क्रियान्वयन की विफलता पर हाेगा।” उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी का लॉकडाउन के शुरुआती दिनों का एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें ने कहा था कि महाभारत का युद्ध 18 दिन में जीता गया था, लेकिन कोरोना के खिलाफ लड़ाई 21 दिन चलेगी। राहुल ने इस पर कटाक्ष करते हुए दिखाया है कि हर दिन कोरोना के केस कैसे बढ़ रहे हैं और भारत दुनिया में कितने नंबर पर पहुंच गया है।

उधर बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला है। नड्डा ने कहा है कि राहुल ने डिफेंस पर गठित स्टैंडिंग कमेटी की एक भी बैठक में हिस्सा नहीं लिया है। लेकिन वह लगातार देश का मनोबल तोड़ रहे हैं। हमारे सैनिकों की वीरता पर सवाल उठा रहे हैं। वह हर वो काम कर रहे हैं जो जिम्मेदार विपक्ष को नहीं करना चाहिए।

राहुल को सितंबर 2019 में रक्षा समिति का सदस्य मनोनीत किया गया था। 31 सदस्यों वाली समिति में 21 लोकसभा और 10 राज्यसभा सदस्य हैं। समिति के अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम हैं। समिति के गठन के बाद करीब 12 बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन राहुल ने किसी भी बैठक में हिस्सा नहीं लिया है।

नड्डा ने ट्वीट कर कहा, “ राहुल महान राजवंशीय परंपराओं से जुड़े हैं, जहां डिफेंस के मामलों में कमेटियां नहीं बल्कि कमीशन मायने रखता है। कांग्रेस में ऐसे कई काबिल लोग हैं जो संसदीय मामलों को समझते हैं, लेकिन राजवंश उन्हें कभी आगे नहीं बढ़ने देगा। यह वाकई अफसोस की बात है।” उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा ,“राहुल गांधी रक्षा समिति के सदस्य होने के बाद भी एक भी बैठक में शामिल नहीं होते हैं जो निराशाजनक है, लेकिन दु:ख की बात है कि वह लगातार राष्ट्र का मनोबल गिरा रहे हैं। हमारे सशस्त्र बलों की वीरता पर सवाल उठाते हैं और वह सब कुछ करते हैं जो एक जिम्मेदार विपक्षी नेता को नहीं करना चाहिए।”

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