संवाददाताः संतोष कुमार दुबे

दिल्लीः बीजेपी की दिल्ली प्रदेश इकाई ने पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी और आम आदमी पार्टी (आप) पर नगर निगम के अस्थायी कर्मचारियों को धोखा देने का आरोप लगाया है और कहा है कि निगम कर्मियों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी का बयान महज एक छलावा है।    दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने रविवार को कहा कि दिल्ली सरकार और नगर निगम दोनों में सत्ता में रहते हुए आतिशी और आप के नेताओं ने दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों को धोखा देने का काम किया और दिल्ली विधानसभा में अब विपक्ष में आने पर भी अस्थायी कर्मचारियों को सेवा नियमितीकरण के नाम पर धोखा देने का प्रयास कर रहे हैं।

उन्होने कहा अस्थायी निगमकर्मी हो या नियमित कर्मी सभी भलीभांति जानते हैं कि ‘आप’ नेता उनसे केवल छलावा करते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ माह पूर्व भी प्रतिपूरक कर्मियों के नियमितीकरण की घोषणा की गई थी, लेकिन आज तक उनको कोई लाभ नही मिला है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि ‘आप’ नेतृत्व की 12 हजार अस्थाई नगर निगम कर्मचारियों को स्थाई करने की घोषणा पूरी तरह छलावा है

राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आज 23 फरवरी को आतिशी ने घोषणा की है कि नगर निगम की 25 फरवरी 2025 की आम सदन बैठक में प्रस्तावना प्रस्ताव पारित कर 12 हजार कर्मियों का नियमितीकरण करेंगे, जो निगम कर्मियों विशेषकर सफाईकर्मियों के साथ एक छलावा है।

उन्होंने कहा कि आतिशी 25 फरवरी को 12 हजार अस्थाई निगम कर्मियों को नियमित करने का दावा कर रही हैं, जबकि आज 23 फरवरी तक कर्मचारियों को नियमित करने का कोई प्रस्तावना प्रस्ताव दिल्ली नगर निगम सचिव दफ्तर में नही बना है।

उन्होंने कहा कि आतिशी दिल्ली सरकार में मंत्री एवं मुख्यमंत्री रही हैं और उन्हें मालूम है कि कर्मचारी नियमितीकरण प्रस्तावना प्रस्ताव बनाने से पहले नगर निगम आयुक्त और वित्तीय विभाग की स्वीकृति आवशयक होती है, जो आज 23 फरवरी तक मांगी ही नही गई है, यह सब एक छलावा था और रहेगा।

उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा में 25 फरवरी को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट रखी जायेगी,  जो ‘आप’ नेताओं को कटघरे में खड़ा करेगी। इसके बाद निगम सदन में ‘आप’ के बहुमत पर भी प्रश्न चिह्न लगेगा। इसी वह से आप नेता यह नौटंकी कर रहे हैं।

वहीं प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि ‘आप’ नेता निगम कर्मियों को नियमित करने पर बिल्कुल भी गम्भीर नहीं हैं। इसका एक प्रमाण यह है कि 2022 में तत्कालीन तीनों नगर निगमों ने सभी प्रशासनिक स्वीकृतियों के साथ लगभग 7200 अस्थाई कर्मियों को नियमित करने का प्रस्तावना प्रस्ताव पारित किया था, दुर्भाग्यवश 2022 निगम चुनाव में ‘आप’ को बहुमत मिला और गत दो साल में ‘आप’ शासन ने मात्र 3400 के लगभग कर्मियों को नियमित किया है, शेष 3800 दस्तावेजों पर आपत्ति लगा कर टरका दिया गया है।

बीजेपी नेताओं ने कहा,“आप नगर निगम में बहुमत खो रही है और जब भी भाजपा निगम में सत्ता में आयेगी, तो हम सभी अस्थाई कर्मियों को प्रशासनिक व्यवस्थाओं का पालन करते हुए नियमित करेंगे।”

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