संवाददाताः संतोष कुमार दुबे
दिल्लीः राम कथा का गलत विवरण सुनाने को लेकर दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर तीखा प्रहरा किया है। उन्होंने केजरीवाल को चुनावी हिंदू करार दिया है और उन पर चुनावी सभा में भगवान श्री राम से संबंधित कथा का गलत विवरण सुनाकर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है।
वीरेंद्र सचदेवा मंगलवार को सुबह कनाट प्लेस स्थित श्री हनुमान मंदिर पहुंचे। उन्होंने यहां श्री राम दरबार के साथ ही श्री हनुमान जी और संत शिरोमणी तुलसीदास जी के दर्शन किये। इस दौरान सचदेवा के साथ सांसद योगेन्द्र चांदोलिया, दिल्ली बीजेपी के मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर और पार्टी नेता विक्रम मित्तल भी थे। बीजेपी नेताओं ने प्रभु श्रीराम के दर्शन कर अरविंद केजरीवाल की गलती के लिए क्षमा प्रार्थना की।
पूजा-अर्चना करने के बाद सचदेवा ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “यह खेदपूर्ण है कि केजरीवाल जैसे चुनावी हिंदू राजनेता सभाओं में भगवान के नाम का उल्लेख करते हैं और ज्ञान अभाव में गलत कथा विवरण सुना कर हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं।”
उन्होंने कहा, “हम हिन्दू कभी यह नहीं भूल सकते कि केजरीवाल ने 2015 से 2023 के बीच ना जाने कितनी बार चुनावी सभाओं में अपनी नानी- दादी की कहानी सुना कर बाबरी ढांचा टूटने पर दुख जताया था मंदिर निर्माण का विरोध किया था।”
उन्होंने कहा कि यह वहीं केजरीवाल हैं, जिनकी नानी- दादी की मंदिर विरोधी कहानी के साथ ही हिन्दुओं को मंदिर स्थान पर अस्पताल बनाने का सुझाव दिया था, जिसे हिन्दू समाज कभी नहीं भूलेगा।”
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष ने कहा, “मैं केजरीवाल को चेतावनी देता हूं कि वह हम हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ बंद करें। नहीं तो भाजपा उनके खिलाफ बड़़ा आंदोलन करेगी।”
आपको बता दें कि केजरीवाल ने सोमवार को विश्वास नगर में एक चुनावी सभा के दौरान सीता हरण की कहानी सुनाते हुए कहा था कि एक दिन भगवान राम खाने का इंतेजाम करने जंगल में गए। माता सीता को झोपड़ी में छोड़ गए और लक्ष्मण से बोले कि तू सीता माता की रक्षा करेगा। इतने में रावण आया सोने का हिरण बनके। सीता मैया बोली लक्ष्मण से मुझे यह हिरण चाहिए। लक्ष्मण बोले ना मैया। भगवान राम कहके गए हैं कि मुझे आपकी रक्षा करनी है। उसने बोले नहीं मैं तेरेको आदेश देती हूं कि जाओ और हिरण के पकड़ कर लाओ। लक्ष्मण के पास चारा नहीं था। लक्ष्मण चला गया। रावण अपना भेष चेंज करके सीता मैया का हरण करके ले गया।