संवाददाताः संतोष कुमार दुबे
दिल्लीः प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना को लागू नहीं किये जाने को लेकर बीजेपी ने AAP, प्रदेश सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है और कहा है कि दिल्ली और पश्चिम बंगाल को छोड़कर देश के 34 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में यह योजना लागू है, सिर्फ दो भ्रष्टाचारी सरकारें जनता को सजा दे रही हैं।
बीजेपी नेताओं ने मंगलवार को इस मुद्दे पर पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित किया। इस मौके पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा, केन्द्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा, सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी, श्री योगेन्द्र चंदोलिया, सुश्री बांसुरी स्वराज और श्री प्रवीण खंडेलवाल, पार्टी के मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर मौजूद थे।
इस दौरान, बीजेपी नेताओं ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और न्यायालय के कहने के बाद भी दिल्ली में आयुष्मान योजना लागू न करने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि ओडिशा सरकार द्वारा राज्य में आयुष्मान योजना लागू कर दी है और अब सिर्फ दिल्ली और पश्चिम बंगाल की ऐसे राज्य हैं, जहां यह योजना लागू नहीं है। उन्होंने बताया कि इन दोनों राज्यों को छोड़कर देश के 34 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में में यह योजना लागू हो चुकी है।
इस मौके पर वीरेंद्र सचदेवा ने ओडिशा की जनता को बधाई देते हुये कहा कि यह खुशी की बात है कि आज ओडिशा में केन्द्र सरकार की आयुष्मान योजना का लाभ आज से मिलने की शुरुआत हो गयी है। उन्होंने कहा कि पहले बीजू जनता दल (बीजद) सरकार ने इस योजना पर रोक लगा रखा थी।
उन्होंने कहा, “ देश में सिर्फ दो राज्य एक पश्चिम बंगाल, जहां ममता बनर्जी की सरकार है और दूसरा दिल्ली, जहां भ्रष्टाचारी अरविंद केजरीवाल सरकार है। ये दोनों सरकारें इस योजना को लागू न करके दिल्ली और बंगाल की जनता को सज़ा दे रही है। ”
उन्होंने कहा केजरीवाल का खेल अजीब है। प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना दिल्ली के लिये खराब है, लेकिन पंजाब में लागू है, क्योंकि वहां चुनाव नहीं है। प्रधानमंत्री अभिम योजना के अंतर्गत दिल्ली के स्वास्थ्य सेवाओं को गति देने के लिये
उन्होंने बताया कि पीएम अभिम योजना के तहत केन्द्र सरकार ने 2400 करोड़ रुपये देने की बात कही है, लेकिन उसे भी आप सरकार ने लागू नहीं किया है।
वहीं, बांसुरी स्वराज ने कहा कि आयुष्मान योजना का दूसरा पहलू है ‘पीएम अभिम योजना’ यानी प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत बुनियादी संरचना मिशन है, जिसकी घोषणा फरवरी 2021 में की गयी थी और अक्टूबर 2021 में शुरू किया गया था। इस योजना के तहत पैसा आवंटित किया जा रहा है, ताकि स्वास्थ्य से स्वास्थ्य संरचना में उन्नयन हो सके। दिल्ली के लिये 2406.77 करोड़ रुपये आवंटन किया गया।
उन्होंने बताया, “ ‘पीएम अभिम योजना’ के अंतर्गत 1139 शहरी स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र बनने थे, 11 डिस्ट्रिक्ट इंटिग्रेटेड पल्बिक हेल्थ लैब, 09 क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स बनने थे, 950 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स बनने थे, लेकिन यह दुर्भाग्य की बात है कि समझौता ज्ञापन बना हुआ रखा है, लेकिन हस्ताक्षर नहीं होता, क्योंकि दिल्ली के विकास में अवरोध डालने के अलावा केजरीवाल को और कुछ नहीं आता। हर योजना को राजनीति के चश्मे से देखना श्री केजरीवाल की नीति है, लेकिन उनके झूठे चेहरे का जवाब दिल्ली की जनता देगी।”
हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि आयुष्मान योजना को लागू करने की जगह दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री उच्चतम न्यायालय इसे रोकने के लिये चले गये हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर हो उसके लिये केजरीवाल ने कोई काम नहीं किया है। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के केन्द्र सरकार के अस्पतालों में लोग आयुष्मान योजना का लाभ ले रहे हैं, लेकिन दिल्ली का दुर्भाग्य है कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में दिल्ली सरकार इसका लाभ नहीं उठा सकते हैं। आज भी दिल्ली अरविंद केजरीवाल के 20 अस्पतालों की राह खोज रही है। सिर्फ झूठे वायदें करना और दिल्ली वालों को धोखा देना यही अरविंद केजरीवाल की अब तक की राजनीति का लेखा-जोखा है।
रमेश बिधूड़ी ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने विधानसभा के पटल पर बोला था कि दिल्ली में प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना को लागू करेंगे, लेकिन उन्होंने इसे लागू नहीं किया, क्योंकि उन्हें इसमें राजनीति करनी थी। उन्होंने बताया कि बीजेपी विधायकों ने इसके लिये विधानसभा के बाहर और मुख्यमंत्री आवास के बाहर भी इसको लागू न करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, लेकिन आज भी उन सभी 70 सालों के बुजुर्गों को इसके लाभ से वंचित रखने का काम किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना को पूरी दिल्ली में लागू किया जायेगा।
प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि राजनीति मदभेद हमारे लोकतंत्र की खूबी है, लेकिन इसके कारण अगर लाभकारी योजनाओं को उन लोगों से दूर रखा गया, जिन्होंने उन्हें सत्ता पर बैठाया है, तो यह पूरी तरह से उनके मानवाधिकारों का हनन है और श्री केजरीवाल दोषी है। उन्होंने कहा कि 15 फीसदी लोग वे लोग हैं, जो हर घर के बुजुर्ग है लेकिन दिल्ली की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री की मानसिकता और उनके चरित्र को उजागर करता है।
चंदोलिया ने कहा, “श्री केजरीवाल अनुसूचित जाति, गरीब, अन्य पिछड़ा वर्ग विरोधी है।”