दिल्लीः बीजेपी ने AAP और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल में झुग्गी बस्ती के गरीब लोगों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया है और कहा है कि शीशमहल बनाने में व्यस्त रही केजरीवाल सरकार ने गरीबों के हक पर डाका डाला, क्योंकि पैसा जमा करवाने के बाद भी प्रदेश सरकार ने झुग्गी बस्ती के लोगों को फ्लैट मुहैया नहीं कराया। 

नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल सरकार की असफलताओं और गरीबों के साथ किए गए विश्वासघात को उजागर किया। उन्होंने कहा, ” 2013 में दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) ने गरीब परिवारों से स्थाई घर देने का वादा कर लाखों रुपये जमा करा लिये, लेकिन उन्हें घर मुहैया नहीं करायी। झुग्गी बस्ती में रहने वालों में से किसी ने 70,000 रुपये, तो किसी ने 1,00,000 रुपये जमा किये और कई लोगों ने तो 1,50,000 रुपये तक जमा किए, लेकिन 12 साल बीत जाने के बाद भी इन परिवारों को घर नहीं मिले।”

उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित सरकार के दौरान झुग्गीवासियों के लिए घर बनाने की योजना शुरू की गई थी और इसको लेकर बापरौला और सावदा घेवड़ा जैसे इलाकों में घर बनाए गए थे, लेकिन जब केजरीवाल सत्ता में आए, तो इन घरों को आवंटित करने की प्रक्रिया को रोक दिया गया। गरीबों को उनका हक देने की बजाय केजरीवाल सरकार ने उनकी मेहनत की कमाई को अपने पास जमा करवा लिया।

बीजेपी के पूर्व सांसद ने कहा कि दिल्ली में 8,000 से अधिक मकान पूरी तरह से बनकर तैयार हैं और केवल आवंटन के इंतजार में हैं, लेकिन आप सरकार इन गरीबों का घर नहीं दे रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने गरीबों को घर मुहैया कराने की बजाय अपने लिए पांच-पांच बंगले तोड़कर शीशमहल बनवा लिया। यह गरीबों के साथ सबसे बड़ा धोखा है।

उन्होंने कहा कि बीते एक साल में AAP सरकार और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने मिलकर सिल्वर ओक पार्क, रमेश नगर और करोल बाग जैसे इलाकों में सैकड़ों झुग्गियां तोड़ दीं। गरीब परिवारों ने कई बार गुहार लगाई, लेकिन उनकी समस्याओं का कोई समाधान नहीं किया गया।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना के तहत देश भर में करोड़ों गरीब परिवारों को घर मिले। हाल ही में श्री मोदी ने यहां के अशोक विहार में 1,675 मकानों का आवंटन किया, जो उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके विपरीत श्री केजरीवाल सरकार 12 साल बाद भी गरीबों के घरों का आवंटन करने में विफल रही।
इस दौरान उन्होंने झुग्गी बस्ती के कुछ ऐसे लोगों को मीडिया के समक्ष उपस्थित किया, जिन्होंने घर के लिए पैसे जमा कर दिये हैं, लेकिन उन्हें अब तक घर नहीं मिला है।

वर्मा ने झुग्गियों में रहने वाले कई पीड़ितों को भी पेश किया, जिन्होंने अपनी आपबीती सुनाई। पीड़ितों ने कहा कि उन्होंन 2013 में घर के नाम पर बड़ी रकम दी, लेकिन आज तक न तो घर मिला और न ही कोई आश्वासन।

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