जयपुरः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पानी का सामर्थ और महत्व बताया। साथ ही उन्होंने इसकी तुलना पारस से की। उन्होंने कहा कि मेरे लिए पानी पारस के समान है। जैसे पारस का स्पर्श होने से लोहा सोना बन जाता है, वैसे ही पानी जहां भी स्पर्श करे वो एक नई ऊर्जा और शक्ति को जन्म दे देता है
पीएम मोदी ने भजनलाल सरकार के कार्यकाल का एक साल पूरा होने के मौके पर ददिया में आयोजित समारोह में राजस्था और मध्य प्रदेश के बीच हुए नर्मदा कालीसिंध चंबल एकीकृत ईआरसीपी (PKC-ERCP) परियोजना के समझौता ज्ञापन को अंतिम रूप दिया। इन परियोजनाओं से तीन बड़ी नदियों समेत 11 नदियों को आपस में जोड़ा जाएगा, जिससे राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई जिलों को लाभ होगा। इस परियोजना पर लगभग 1.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश होने का अनुमान है। उम्मीद की जा रही है कि यह परियोजना अगले 7-8 वर्ष में पूरू हो जाएगी।
उन्होंने कहा “मुझे याद है, मैं जब गुजरात में मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करता था, तब वहां सरदार सरोवर डेम काम पूरा हुआ, मां नर्मदा का पानी गुजरात के अलग-अलग हिस्सों तक पहुंचाने का बड़ा अभियान चलाया, कच्छ में सीमा तक पानी ले गए, लेकिन तब उसे रोकने के लिए भी कांग्रेस द्वारा और कुछ गैर सरकार संगठनों के द्वारा तरह-तरह के हथकंडे अपनाए गए। लेकिन हम पानी का महत्व समझते थे। मेरे लिए तो मैं कहता हूं पानी पारस है, जैसे पारस लोहे को स्पर्श करे और लोहा सोना हो जाता है, वैसे पानी जहां भी स्पर्श करे वो एक नई ऊर्जा और शक्ति को जन्म दे देता है।”
पीएम मोदी ने कहा “पानी पहुंचाने के लिए इस लक्ष्य पर मैं लगातार काम करता रहा, विरोधों को झेलता रहा, आलोचनाएं सहता रहा, लेकिन पानी के महत्व को समझता था। नर्मदा के पानी का लाभ सिर्फ गुजरात को ही मिले इतना नहीं नर्मदा नदी का पानी राजस्थान को भी इसका फायदा हो और कभी कोई तनाव नहीं, कोई रुकावट नहीं, कोई मेमोरेंडम नहीं, आंदोलन नहीं… जैसे ही डेम का काम पूरा हुआ, और गुजरात को हो जाए उसके बाद राजस्थान को देंगे वो भी नहीं, एक साथ गुजरात में भी पानी पहुंचाना, उसी समय राजस्थान को भी पानी पहुंचाना, यह काम हमने शुरू किया और मुझे याद है जिस समय नर्मदा का पानी राजस्थान में पहुंचा राजस्थान के जीवन में एक उमंग और उत्साह था।”
उन्होंने कहा कि अचानक एक दिन मुख्यमंत्री के कार्यालय में मैसेज आया कि भैरों सिंह शेखावत और जसवंत सिंह जी गुजरात आए हैं और मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं। वो मेरे दफ्तर आए, मैंने पूछा कैसे आना हुआ। मेरे वरिष्ठ नेता थे दोनों, भैरों सिंह जी की तो उंगली पकड़कर के हम कई लोग बड़े हुए हैं। वो आकर के मेरे सामने बैठे नहीं हैं, वो मेरा सम्मान करना चाहते थे, मैं भी थोड़ा भौचक्का था। लेकिन उन्होंने मेरा मान-सम्मान तो किया, पर वो दोनों इतने भावुक थे, उनकी आंखें नम हो गई थी। उन्होंने कहा मोदी जी आपको पता है पानी देने का मतलब क्या होता है, आप इतनी सहज-सरलता से गुजरात नर्मदा का पानी राजस्थान को दें दें, ये बाले, ये मेरे मन को छू गया। और इसीलिए करोड़ राजस्थान वासियों की भावना को प्रकट करने के लिए आज मैं आपके दफ्तर तक चला आया हूं।” उन्होंने कहा कि पानी में कितना सामर्थ्य होता है इसका एक अनुभव था।
प्रधानमंत्री नोदी ने कहा “हमारे यहां कहा जाता था कि नर्मदा जी में स्नान करें, नर्मदा जी की परिक्रमा करें तो अनेक पीढ़ी का पाप धुलकर के पुण्य प्राप्त होता है। लेकिन विज्ञान का कमाल देखिए, कभी हम माता नर्मदा की परिक्रमा करने जाते थे, आज स्वयं माता नर्मदा परिक्रमा करने के लिए निकली है और हनुमानगढ़ तक चली जाती है। नदियों को जोड़ने की ताकत क्या होती है वो मैं गुजरात में करके आया हूं। आज नर्मदा के पानी से साबरमती जिंदा हो गई और अहमदाबाद में रिवर फ्रंट आप देख रहे हैं। ये नदियों को जोड़ने से ये ताकत है और मैं राजस्थान का वैसा ही सुंदर दृश्य मेरी आंखों में कल्पना कर सकता हूं।”
उन्होंने कहा, “मैं वो दिन देख रहा हूं जब राजस्थान में पानी की कमी नहीं होगी, राजस्थान में विकास के लिए पर्याप्त पानी होगा। पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना, इससे राजस्थान के 21 जिलों में सिंचाई का पानी भी मिलेगा और पेयजल भी पहुंचेगा। इससे राजस्थान और मध्य प्रदेश, दोनों के विकास में तेजी आएगी।” उन्होंने कहा कि आज ही ईसरदा लिंक परियोजना का भी शिलान्यास हुआ है। ताजेवाला से शेखावाटी के लिए पानी लाने पर भी आज समझौता हुआ है। इस पानी से, इस समझौते से भी हरियाणा और राजस्थान दोनों राज्यों को फायदा होगा। उन्हें विश्वास है कि राजस्थान में भी जल्द से जल्द शत-प्रतिशत घरों तक नल से जल पहुंचेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि जिन नदियों में जरूरत से ज्यादा पानी है। उसको सूखाग्रस्त क्षेत्र तक पहुंचाया जा सकता है। कांग्रेस कभी आपके जीवन से पानी की मुश्किलें कम करना नहीं चाहती थी। नदियों का पानी बेकार चला जाता था और किसानों को इसका लाभ नहीं मिलता था। कांग्रेस समाधान के बजाय राज्यों के बीच जल विवाद को बढ़ावा देती रही।
पीएम मोदी ने कहा कि राजस्थान को सड़क, रेल और हवाई यात्रा में सबसे कनेक्ट राज्य बनाना है। यह हमारा संकल्प है। राजस्थान दिल्ली-बड़ोदरा और मुंबई जैसे बड़े औद्योगिक केद्रों के बीच स्थित है। यह राजस्थान के लोगों के लिए बहुत बड़ा अवसर है। राजस्थान से जोड़ने वाला जो नया एक्सप्रेस बन रहा है। यह देश के सबसे बड़े एक्सप्रेस में से एक है।
उन्होंने कहा कि नदी पर बड़ा पुल बनने से सवाई माधोपुर, बूंदी, टोंक और कोटा जिलों को लाभ होगा। इन जिलों के किसानों के लिए दिल्ली-मुंबई और बड़ोदरा की बड़ी मंडियों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। जोधपुर रिंग रोड से पाली, बाड़मेर और अंतरराष्ट्रीय सीमा से कनेक्टिविटी बेहतर होने वाली है। इससे जोधपुर आने वाले पैरों को बहुत सुविधा होगी। यहां कार्यक्रम में लाखों भाजपा का कर्तव्य मेरे सामने मौजूद है।
पीएम मोदी ने ईआरसीपी को लेकर कहा कि राजस्थान के लोगों के आशीर्वाद से बीते 10 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार है। इन 10 सालों में हमने देश के लोगों को सुविधा देने पर बहुत जोर दिया है। आजादी के बाद 5-6 दशकों में कांग्रेस ने जो काम किया। उससे ज्यादा काम हमने पिछले 10 सालों में करके दिखाया है।
उन्होंने कहा कि 60 साल में हिंदुस्तान में ऐसा नहीं हुआ, 60 साल बाद भारत की जनता ने तीसरी बार केंद्र में हमारी सरकार बनाई है। लगातार तीसरी बार देशवासियों की सेवा करने का अवसर और आशीर्वाद मिला है। अभी कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र में बीजेपी ने लगातार दूसरी बार सरकार बनाई और चुनाव नतीजे के हिसाब से देखे तो वहां भी लगातार तीसरी बार बहुमत मिला है। हरियाणा में भी पहले से ज्यादा बहुमत लोगों ने दिया है। राजस्थान उपचुनाव में भी हमने देखा है कि कैसे भाजपा को लोगों ने जबरदस्त समर्थन दिया?
वसुंधरा राजे का किया जिक्रः पीएम मोदी ने कहा कि पहले भैरों सिंह शेखावत ने राजस्थान में विकास की सशक्त नींव रखी। उसके बाद वसुंधरा राजे ने कमाल संभाली और सुशासन की विरासत को आगे बढ़ाया। अब भजनलाल की सरकार सुशासन की धरोहर को और मजबूत करने में जुटी हुई है।
पेपर लीक का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने युवाओं के बहुत अन्याय किया। पेपर लीक और भर्तियों में घोटाला राजस्थान की पहचान बन चुकी थी। लेकिन, भाजपा ने सत्ता में आते ही इसकी जांच शुरू की और कई गिरफ्तार हुई। इतना ही नहीं बीजेपी सरकार ने एक साल में हजारों भर्तियां निकाली है और पारदर्शिता के साथ परीक्षाएं भी हुई है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान को अन्य राज्यों की तुलना में महंगा पेट्रोल-डीजल खरीदना पड़ता था। यहां भाजपा सरकार बनते ही राजस्थान के भाई और बहनों को राहत मिली है। पीएम सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों के खातों में पैसा भेजती हैं। अब राजस्थान की डबल इंजन सरकार उसमें इजाफा करके अतिरिक्त पैसे जोड़कर किसानों को मदद पहुंचा रही है। कामों को भी यहां डबल इंजन की सरकार तेजी से जमीन पर उतार रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत गोविंद देव जी को मारो घणा-घणा प्रणाम करते हुए की। उन्होने कहा कि राजस्थान की जनता को राजस्थान की भाजपा सरकार को एक साल पूरा करने के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। एक साल की यात्रा के बाद आप जब लाखों की तादाद में आशीर्वाद देने के लिए आए हैं। मैं उस तरफ देख रहा था, जब खुली जीप में आ रहा था। शायद जितने लोग पंडाल में हैं, उसे तीन गुना लोग बाहर नजर आ रहे थे। आप इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद देने आए हैं, मेरा सौभाग्य है कि मैं आज आपका आशीर्वाद प्राप्त कर सका।
पीएम मोदी ने कहा कि अभी तो एक वर्ष में राजस्थान के विकास को नई गति देने में भजनलाल और उनकी पूरी टीम ने बहुत मेहनत की है। आज का उत्सव सरकार के एक साल पूरे होने तक सीमित नहीं है। राजस्थान के विकास का भी उत्सव है, अभी कुछ दिन पहले मैं इन्वेस्टमेंट समिट के लिए राजस्थान आया था। देश और दुनियाभर के बड़े-बड़े निवेशक यहां आए थे। आज यहां 45 हजार करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट का लोकार्पण शिलान्यास हुआ है।
पीएम ने कहा कि पीकेसी-ईआरसीपी प्रोजेक्ट से यहां पानी की चुनौती का स्थाई समाधान होगा। इससे 21 जिलों में पानी की समस्या दूर होगी। साथ ही राजस्थान को निवेश में बल मिलेगा और रोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे। भाजपा की डबल इंजन सरकार सुशासन का प्रेरक बन रही है। भाजपा जो भी संकल्प लेती है, ईमानदारी से पूरा करने का प्रयास करती है। आज जो भी कर रहे हैं भाजपा शासन की गारंटी है। तभी तो एक के बाद एक राज्य में आज भाजपा को इतना भारी समर्थन मिल रहा है।