दिल्लीः दिल्ली सहित देश के विभिन्न हिस्सों में सर्दी सितम बरपानी लगी है। इसी के साथ दिल्ली में एक बार फिर प्रदूषण भी बढ़ने लगा है। प्रदूषण का स्तर बढ़कर खराब हो गया है। अगले कुछ दिनों में यह बढ़कर बेहद खराब स्तर पर भी पहुंच सकता है। राजधानी में बीते दो दिनों से न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से नीचे बना हुआ है। उधर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी तेजी से पारा गिर रहा है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है।
कहां कितना AQI?
शहर | AQI | वायु गुणवत्ता |
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वाराणसी | 60 | संतोषजनक |
आगरा | 111 | खराब |
लखनऊ | 215 | खराब |
मुंबई | 135 | खराब |
दिल्ली | 210 | बहुत खराब |
पटना | 199 | खराब
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पाकिस्तान के उत्तरी हिस्से में बने वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में लगातार बर्फबारी हो रही है। हिमालय से मैदानी इलाकों की तरफ चल रही हवाओं से 11 राज्यों में शीतलहर चल रही है। विशेषकर मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा के कई जिलों समेत दिल्ली में भी तापमान 5° से नीचे पहुंच गया है। सबसे कम तापमान राजस्थान के सीकर में 1° दर्ज किया गया।
कश्मीर के बारामूला, कुपवाड़ा, शोपियां, पुलवामा और बांदीपोरा बर्फबारी जारी है। यहां 7 जिलों में पारा माइनस में रिकॉर्ड किया गया। हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में केलॉन्ग उदयपुर रोड के पास बर्फबारी के चलते एक नदी जम गई।
दक्षिण भारत के तमिलनाडु और कर्नाटक में आज तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश के चलते पुडुचेरी और कराईकल के स्कूलों में शुक्रवार की छुट्टी घोषित की गई है।
पश्चिम-उत्तर भारत में 12.6 किमी की ऊंचाई पर 278 किमी प्रतिघंटा की गति से तेज ठंडी हवाएं चल रही हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। इस वजह से बर्फ पिघल रही है। जिससे उत्तर भारत और मध्य भारत के इलाकों में ठंड बढ़ रही है। दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पं. बंगाल, बिहार, झारखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में अगले दो-तीन दिन शीतलहर का अलर्ट है।
14 दिसंबर को राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ से लगे मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में शीतलहर से राहत मिल सकती है।
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में बर्फबारी जारी रहेगी। हिमालय से उत्तर प्रदेश के इलाकों में पाला पड़ने का अलर्ट जारी किया गया है। जबकि नॉर्थ ईस्ट के असम, नगालैंड, मेघायल, त्रिपुरा और मणिपुर में कोहरा छाया रहेगा। दक्षिण राज्यों तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, पुडुचेरी में भी 14 दिसंबर को बारिश से राहत मिलेगी।
उत्तर भारत के पहाड़ों पर एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय है। यह शुक्रवार को खत्म होगा। इसके बाद दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसी मौसमी गतिविधि की संभावना नहीं है। इसलिए बर्फ वाले पहाड़ों से लगातार ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों में आएंगी। इससे अगले तीन दिनों में दिल्ली एनसीआर के न्यूनतम तापमान में और अधिक गिरावट आ सकती है।
कश्मीर घाटी के मैदानी इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी हुई, जबकि ऊपरी इलाकों में मध्यम बारिश हुई। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि घाटी के ज्यादातर स्थानों पर न्यूनतम तापमान में सुधार हुआ है। शोपियां, पुलवामा और बारामूला के मैदानी इलाकों के साथ-साथ अनंतनाग, बडगाम और बांदीपोरा के ऊपरी इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई। हालांकि, जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में बर्फबारी नहीं हुई। गुलमर्ग, सोनमर्ग, तंगमार्ग, गुरेज और जोजिला दर्रे जैसे पर्यटक स्थलों सहित घाटी के ऊपरी इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हुई। जोजिला दर्रे पर बर्फ जमा होने के कारण श्रीनगर-लेह राजमार्ग यातायात के लिए बंद कर दिया गया, जबकि बांदीपोरा-गुरेज मार्ग और मुगल रोड को भी बंद कर दिया गया। सड़कों से बर्फ हटाने और यातायात बहाल करने का काम जारी है। मशीनों की मदद ली जा रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मौसम में सुधार का अनुमान जताया है। 20 दिसंबर तक मुख्य रूप से शुष्क स्थिति बनी रहने की उम्मीद है।
राजस्थान का एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल कड़ाके की ठंड का सामना कर रहा है। शुक्रवार सुबह तापमान -5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके चलते खुले मैदानों, घरों होटलों एवं सड़कों पर रात में बाहर खड़े वाहनों पर चढ़ी बर्फ की चादर चढ़ गई। कई क्षेत्रों में तो बर्तनों में रखा पानी भी जम गई। शहर में तेज हवाओं के बीच लगातार बढ़ रही ठंड से यहां का मौसम बेहद खुशनुमा बना हुआ है। पर्यटक इस मौसम का मजा लेने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे है।
माउंटआबू में लगातार पड़ रही तेज ठंड के चलते देर सवेरे तक सड़कों पर इक्का दुक्का ही लोग नजर आ रहे है। जैसे-जैसे दिन बढ़ता जाता है धूप निकलने के बाद सर्दी में हल्की सी राहत मिलती है। इस दौरान लोग धूप सेककर ठंड से बचाव का जतन कर रहे है। शाम होते ही ठंड के तेवर फिर तीखे होते जाते है। गर्म ऊनी कपड़े पहनने के साथ जगह जगह अलाव ठंड से बचाव का सहारा बने है।
पर्यटक होटलों के बाहर वाहनों एवं खुले मैदानों में घास एवं पेड़ पौधों पर जमी बर्फ से अठखेलियां कर इस शानदार मौसम का मजा ले रहे है। इस मामले में मेहसाणा, गुजरात से आए भावेशभाई ने बताया कि बड़े शहरों में ऐसा मौसम कहां देखने को मिलता है। आज माउंटआबू में प्राकृतिक वातावरण के बीच इस मौसम को देखकर लगा कि वास्तव में यह शहर किसी स्वर्ग से कम नहीं है। रागिनीबेन के अनुसार बच्चों को माउंटआबू में बर्फ जमने की बात कहते थे तो उन्हें भरोसा नहीं होता था। आज हमारे से ज्यादा ये लोग खुश है।