दिल्लीः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यहां आयोजित 70वें राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड सेरेमनी में मंगलवार को बॉलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहेब फाल्के अवार्ड से सम्मानित किया। इस दौरान मिथुन चक्रवर्ती ने खुद से जुड़ी दिलचस्प बातें मंच पर सभी के सामने साझा की। उनके फिल्मी सफर को वीडियो के माध्यम से भी दिखाया गया, जिसमें यह बताया गया कि गौरांग चक्रवर्ती, मिथुन चक्रवर्ती कैसे बन गए। पहले ही फिल्म मृराग से उन्हें राष्ट्रीय अवार्ड से नवाजा गया था।

मिथुन चक्रवर्ती को बॉलीवुड के डिस्को डांसर के रूप में पहचाना जाता है। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि उनके डार्क कांप्लेक्शन की वजह से उन्हें करियर की शुरुआती दौर में बेहद मुश्किल का सामना करना पड़ा था और खुद मिथुन चक्रवर्ती ने अपने इंटरव्यू के दौरान यह बताया है कि काला होने की वजह से उन्हें कई बार परेशानी का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने यह ठान लिया था कि वह अपने पैर से डांस करेंगे ताकि लोग उनके पैर की तरफ देखें उनके चेहरे पर लोगों की नजर ही ना पड़े।

मिथुन चक्रवर्ती ने संघर्ष किया और उनकी मेहनत रंग लाई उन्हें तीन बार राष्ट्रीय अवार्ड से नवाजा जा चुका है और अब उन्हें दादा फाल्के अवार्ड से सम्मानित किया गया। दादा साहेब फाल्के अवार्ड पाने के बाद मिथुन चक्रवर्ती ने अपने जज्बात बयान करते हुए बताया कि अब उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है। अब उन्हें ऐसा लगता है कि जो कुछ भी उन्होंने किया है वो सूद समेत वापस मिला है। ऐसे में अब उन्हें किसी से शिकायत नहीं है।

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