दिल्लीः देश के विभिन्न इलाकों में मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। हरियाणा के फरीदाबाद में तेज बारिश के चलते एक रेलवे अंडरब्रिज में पानी भर गया, जिसमें एक कार डूब गई। गाड़ी में सवार HDFC के बैंक मैनेजर और कैशियर की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार कार के लॉक होने के कारण दोनों समय पर बाहर नहीं निकल पाए।
वहीं, उत्तर प्रदेश तेज बारिश के कारण 48 घंटे में 21 लोगों की मौत हुई। आगरा में 2 दिन की बारिश से 185 मकान गिर गए। ताजमहल में मुख्य मकबरे की छत टपकने लगी है। ASI ने इसकी जांच की है। अनुमान है कि कलश की धातु में ही कहीं जंग लगी है। इसके कारण पत्थर में क्रैक आने से पानी टपका है।
उधर, उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे से जारी भारी बारिश के चलते गंगा, कोसी और काली नदियां उफान पर हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि इन नदी के किनारे न जाएं। लैंडस्लाइड के कारण 200 सड़कें भी बंद हैं। चारधाम यात्रा रोक दी गई है।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल में आसन, क्वारी, सिंध और चंबल नदियां उफान पर हैं। कई जगह पुल और रपटों के ऊपर से पानी बह रहा है। इसकी वजह से 100 से अधिक गांवों का मुख्यालय से संपर्क कट गया है। तेज बारिश के कारण मुरैना में ट्रैक्टर-ट्रॉली नाले में गिर गई। इसमें 3 लोग बह गए। एक को बचा लिया गया, जबकि 2 की तलाश जारी है। वहीं, धर्मपुरा में 6 साल के बच्चे की डूबने से मौत हो गई।
15 सितंबर को 11 राज्यों में 07 सेमी बारिश का अनुमानः मौसम विभाग के मुताबिक, झारखंड में बहुत भारी बारिश (12 सेमी तक) हो सकती है। छत्तीसगढ़, गंगा के पास वाले पश्चिम बंगाल के इलाके, बिहार, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश (7 सेमी तक) का अनुमान है।
आपको बता दें कि आम तौर पर मानसून की 18 सितंबर के बाद से पश्चिमी राजस्थान के रास्ते वापसी शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार इसके करीब 16 दिन और एक्टिव रहने के आसार बन रहे हैं।
यानी देश में सितंबर के आखिर तक तेज बारिश का दौर देखने को मिलेगा। प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, मानसून वापसी के बाद अक्टूबर में भी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, इस बार के मानसून में अब तक 108 फीसदी यानी 8% ज्यादा बारिश हो चुकी है। इसके बावजूद देश के करीब एक चौथाई यानी 185 जिलों (26%) में सूखे की स्थिति है। देश के 68 जिले ऐसे हैं, जिनमें सामान्य से 60% बारिश हुई हैं, इनमें 19 अकेले राजस्थान में हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित उत्तर प्रदेश (30 जिले), बिहार (25), झारखंड (11), ओडिशा (11), पंजाब (15) हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि एक डिप्रेशन उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर बना हुआ है। ये उत्तराखंड की तरफ बढ़ रहा है। इसका असर हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों पर भी होगा।
एक नया लो प्रेशर का एरिया साउथ बांग्लादेश के पास है, जो 2 दिन में डिप्रेशन बनेगा। यह इस सीजन का चौथा डिप्रेशन होगा। इसके चलते बिहार, झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में बारिश होगी। मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में राजस्थान, गुजरात, वेस्ट मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र समेत साउथ के राज्यों में भारी बारिश की आशंका कम देखने को मिलेगी।