संवाददाताः संतोष कुमार दुबे
दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर तगड़ा प्रहार किया और उस परजीवी पार्टी करार दिया। पीएम मोदी ने 2 घंटे15 मिनट की स्पीच के दौरान कहा कि कांग्रेस के मुंह झूठ का खून लग गया है। प्रधानमंत्री के भाषण के बाद लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।
पीएम (PM) मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी 2024 से परजीवी पार्टी के रूप में जानी जाएगी। कांग्रेस जिसके साथ रहती है, उसी के वोट खा जाती है। मैं ऐसा आंकड़ों के आधार पर कह रहा हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी के ‘हिंदू हिंसक’ वाले कल के बयान पर कहा कि ये गंभीर बात है कि हिंदुओं पर आरोप लगाने का झूठा षड्यंत्र हो रहा है। कल (1 जुलाई को) सदन में देवी-देवताओं की तस्वीरें दिखाई गईं। जिनका दर्शन किया जाता है, उनका प्रदर्शन नहीं किया जाता। अब हिंदू समाज को सोचना पड़ेगा कि क्या ये अपमान कोई संयोग है या बड़े प्रयोग की तैयारी है।
- पहला किस्सा: PM ने राहुल का नाम लिए बिना एक किस्सा सुनाया। कहा, ‘कोई छोटा बच्चा साइकिल लेकर निकला। वह गिर गया, रोने लगा तो कोई बड़ा आकर कहता है कि देखो चींटी मर गई, चिड़िया मर गई। ऐसा कहकर बड़े बच्चे का मन बहला देते है। आजकल बच्चे का मन बहलाने का काम चल रहा है।’
- दूसरा किस्सा: PM ने कहा- 1984 के चुनावों को याद कीजिए। तब से 10 लोकसभा चुनाव हो चुके हैं। तब से कांग्रेस 250 के आंकड़े को छू नहीं पाई है। इस बार 99 के चक्कर में फंस गए हैं। मुझे एक किस्सा याद आता है। एक बच्चा 99% मार्क्स लेकर घूम रहा था। लोगों की वाहवाही ले रहा था। टीचर ने कहा कि ये 100 में से 99 नंबर नहीं लाया, 543 में से लाया है।
- तीसरा किस्सा: मोदी ने कहा, ‘एक बच्चा स्कूल से आया और जोर-जोर से रोने लगा। मां भी डरी कि क्या हो गया। बच्चा बोला- मुझे स्कूल में उसने मारा, इसने मारा, वह जोर-जोर से रोने लगा। मां ने पूछा कि बेटा, बात क्या थी। बच्चा यही बोला कि मुझे मारा, मुझे मारा। बच्चे ने ये नहीं बताया कि उसने किसी को मां की गाली दी थी, किसी की किताब फाड़ दी थी, किसी का टिफिन चुराकर खा गया था। टीचर को चोर बोला था। सदन में कल हमने यही बचकानी हरकत देखी है। कल यहां कहा गया- मुझे इसने मारा, उसने मारा, यहां मारा, वहां मारा। सिम्पैथी हासिल करने के लिए नया ड्रामा खेला गया। जो सच्चाई जानते हैं कि वे हजारों करोड़ रुपए की हेराफेरी में जमानत पर बाहर हैं। ये OBC लोगों को चोर बताने के मामले में सजा काट चुके हैं। इन्हें देश की सर्वोच्च अदालत से गैर-जिम्मेदाराना बयान देने पर माफी मांगनी पड़ी है।’
पीएम मोदी के संबोधन की पांच अहम बातें…
- प्रधानमंत्री ने फिर राहुल का नाम लिए कहा, ‘हमने कल सदन में बचकाना हरकत देखी। ये बालक बुद्धि का विलाप है। बालक बुद्धि में न बोलने का ठिकाना होता है और न ही उनमें व्यवहार का कोई ठिकाना होता है। जब ये बालक बुद्धि पूरी तरह सवार हो जाती है, तो सदन में भी ये किसी के गले पड़ जाते हैं। ये बालक बुद्धि जब अपनी सीमाएं खो देती है तो ये सदन में बैठकर आंखें मारते हैं। इनकी सच्चाई पूरा देश समझ गया है। इसलिए देश आज इनसे कह रहा है कि तुमसे नहीं हो पाएगा।’
- उन्होंने कहा, ‘हमने दुनिया को दिखा दिया कि ये विश्व का सबसे बड़ा चुनावी अभियान था। देश की जनता ने दुनिया के सबसे बड़े चुनावी अभियान ने हमें चुना है। मैं कुछ लोगों की पीड़ा समझ सकता हूं कि लगातार झूठ चलाने के बावजूद उनकी घोर पराजय हुई।’
- पीएम मोदी ने कहा, ‘आज हिंदुओं पर झूठा आरोप लगाने की साजिश हो रही है। षड़ंयत्र हो रहा है। ये कहा गया हिंदू हिंसक होते हैं। ये हैं आपके संस्कार, ये है आपकी सोच, ये है आपका चरित्र। इस देश के हिंदुओं के साथ ये कारनामे। ये देश शताब्दियों तक इसे भूलने वाला नहीं है।’
- उन्होंने कहा, ‘2014 में सरकार में आने के बाद देश के सामने एक बहुत बड़ी चुनौती कांग्रेस के साथ ही कांग्रेस का ईकोसिस्टम भी रहा है। कांग्रेस की मदद से ये ईकोसिस्टम 70 साल तक फला-फूला है। मैं आज इस ईकोसिस्टम को चेतावनी देता हूं, मैं इस ईकोसिस्टम को चेताना चाहता हूं कि इस ईकोसिस्टम की जो हरकतें हैं, जिस तरह ईकोसिस्टम ने ठान लिया है कि देश की विकास यात्रा को रोक देंगे, देश की प्रगति को डिरेल कर देंगे, मैं आज ईकोसिस्टम को बता देना चाहता हूं कि उसकी हर साजिश का जवाब अब उसी की भाषा में मिलेगा।’
- उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति महोदया ने अपने संबोधन में पेपर लीक पर भी चिंता जताई है। मैं भी हर विद्यार्थी को, हर नौजवान को कहूंगा कि सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अत्यंत गंभीर है। युद्ध स्तर पर हम अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए एक के बाद एक कदम उठा रहे हैं। युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। नीट के मामले में देशभर में पहले ही गिरफ्तारियां की जा रही हैं। पेपर लीक को लेकर सरकार पहले ही एक कड़ा कानून बना चुकी है। परीक्षा को पुख्ता करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।’