बेंगलुरु: कर्नाटक में विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है। तमाम अटकलों के बीच चुनाव आयोग (ईसीआई) ने बुधवार को कर्नाटक में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया। चुनाव आयोग ने बताया कि कुल विधानसभा सीटों 224 में एक ही चरण में वोटिंग होगी। नोटिफिकेशन की तारीख 13 अप्रैल है। वहीं, नामांकन भरने की तारीख 20 अप्रैल है। नामांकन पत्रों की जांच 21 अप्रैल तक पूरे कर लिए जाएंगे। नाम वापसी की अंतिम तारीख 24 अप्रैल को रखी गई है। वहीं 10 मई को डाले जाएंगे और नतीजों का ऐलान 13 मई होगा।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तिथिः
नोटिफिकेशन: 13 अप्रैल
नामांकन: 20 अप्रैल
नामांकन वापस लेने की तारीख: 24 अपैल
मतदान: 10 मई
मतगणना: 13 मई
चुनाव आयोग ने कहा कि 19 जिलों में 100 इंटर स्टेट चेक पोस्ट के जरिए चुनाव में धन और बाहुबल के इस्तेमाल पर नकेल लगाई जाएगी। सीईसी अरुण गोयल ने कहा कि धनबल के दुरुपयोग पर अंकुश लगाने के लिए आयोग टीमों को मजबूत कर रहा है। 2400 स्टेटिक सर्विलांस टीमें कड़ी निगरानी रखेंगी। 19 जिलों में 171 अंतरराज्यीय जांच चौकियों पर निगरानी (अन्य राज्यों के साथ सीमा साझा करना)। तालमेल और समन्वय में कई एजेंसियां काम कर रही हैं।
चुनाव आयोग ने बताया कि कर्नाटक विधानसभा में 224 सीटें हैं। यहां 5.21 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 2.59 महिला मतदाता हैं। वहीं 16,976 वोटर्स ऐसे हैं, जो 100 साल से ऊपर हैं। 4,699 तीसरे लिंग और 9.17 लाख पहली बार मतदाता भी शामिल हैं। वहीं 5.55 लाख विकलांग मतदाता हैं। कर्नाटक में चुनाव में 9.17 लाख वोटर्स ऐसे हैं जो पहली बार वोट डालेंगे। राजीव कुमार ने बताया कि अग्रिम आवेदन सुविधा के तहत, 17 वर्ष से अधिक के युवाओं से 1.25 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से लगभग 41,000 आवेदन 1 अप्रैल, 2023 तक 18 वर्ष के हो चुके युवाओं से प्राप्त हुए।
चुनाव आयोग के मुताबिक 224 में से 36 आदिवासी और 15 दलित समुदाय के लिए आरक्षित सीटें हैं। कर्नाटक में 80 साल से ज्यादा उम्र के 12.15 लाख वोटर्स हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि मई से पहले कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी होगी। वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग मतदाताओं की सुविधा के लिए मतदान केंद्र पर सभी व्यवस्थाएं की जाएंगी। पहली बार, कर्नाटक में 12.15 लाख 80 वर्ष से अधिक और 5.55 लाख बेंचमार्क पीडब्ल्यूडी मतदाताओं के लिए घरेलू मतदान की सुविधा भी है।
सीईसी ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रलोभन मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए नागरिकों की जागरूकता और सहयोग महत्वपूर्ण है। नागरिक किसी भी प्रकार की चुनावी कदाचार की रिपोर्ट ECI के cVigil ऐप के माध्यम से ECI को कर सकते हैं। हर शिकायत का 100 मिनट में जवाब मिलेगा।
सीईसी ने बताया कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए 224 विधानसभा क्षेत्रों में 58,282 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। प्रति पीएस औसत मतदाता 883 है। 50% मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की सुविधा है। बेहतर मतदाता अनुभव के लिए, 1320 मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिला अधिकारी करेंगी।
आपको बता दें कि कर्नाटक में आम चुनाव 2019 में, शीर्ष 20 कम मतदान पोलिंग बूथ में से 9 शहरी थे। हाल ही में हुए गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनावों में भी रुझान देखा गया है। सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि शहरी और युवाओं की उदासीनता जैसे मुद्दों को दूर करने के लिए, चुनाव आयोग ने एक हैकाथॉन- इलेक्शन 2023 भी लॉन्च किया। शहरी और युवा मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के समाधान प्रदान करने के लिए अब तक 746 से अधिक टीमों ने पंजीकरण कराया है।
चुनाव आयोग ने दोपहर साढ़े 11 बजे कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के लिए प्रेस कॉन्फ्रेस बुलाई थी।चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के तुरंत बाद ही कर्नाटक में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 में चुनावों की तारीखों की घोषणा 27 मार्च को की गई थी। इस बार तारीखों का ऐलान 29 मार्च को हो रहा है। कर्नाटक में मतदान 10 से 15 मई के बीच होने की संभावना है।
आपको बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 में बीजेपी 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। कांग्रेस को 80 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं जेडीएस को 37 सीटें मिली थीं। येदियुरप्पा की राज्य में वापसी के बाद कर्नाटक में पहले विधानसभा चुनाव हुए, जिसमें बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया। बीजेपी को 36.3, कांग्रेस को 38.1 पर्सेंट वोट मिले थे। जेडीएस को 18.3 प्रतिशत वोट मिले थे। येदियुरप्पा ने सरकार तो बनाई लेकिन बहुमत नहीं जुटा पाए। बहुमत न मिलने के कारण विश्वास मत पर वोटिंग से पहले ही येदियुरप्पा को इस्तीफा देना पड़ा। येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद बाद कांग्रेस और जेडीएस ने गठबंधन सरकार बनाई। कुमारस्वामी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने लेकिन कांग्रेस और जेडीएस के बीच खींचतान भी लगातार चलती रही। 14 महीने तक सरकार चलाने के बाद एचडी कुमारस्वामी को 23 जुलाई 2019 को विश्वास मत में हार के बाद इस्तीफा देना पड़ा।
कांग्रेस जारी कर चुकी है प्रत्याशियों की पहली सूचीः मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने कहा है कि सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। कांग्रेस और जेडीएस ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है, वहीं बीजेपी ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
इस बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि पार्टी की 100 उम्मीदवारों की दूसरी सूची गुरुवार (30 मार्च) के बाद जारी की जाएगी। पिछले हफ्ते जारी अपनी पहली सूची में कांग्रेस ने 124 उम्मीदवारों के नाम रखे थे। इसमें डीके शिवकुमार (कनकपुरा) और सिद्धारमैया (वरुण) के नाम शामिल थे।