दिल्लीः जानलेवा विषाणु कोरोना वायरस एक बार फिर भारत में पांव पसारने लगा है। देश में कोविड-19 के एक्टिव मामलों की संख्या 10 हजार के पार चली गई है। पिछले 24 घंटों में 1,805 नए मरीज मिले। वहीं, 06 लोगों ने दम तोड़ दिया। इससे पहले शनिवार को 1,890 कोरोना केस मिले थे और 7 मौतें हुई थीं।
केंद्रीय स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकडों के मुताबिक, एक्टिव केस बढ़कर 10,300 हो गया हैं, जो नवंबर के बाद सबसे ज्यादा केस है। इससे पहले 12 नवंबर को देश में 11084 एक्टिव केस दर्ज की गई थी।
इस दौरान सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में मिल रहे हैं। यहां केसेस में बढ़ोतरी को देखते हुए टेस्टिंग बढ़ा दी गई है। मुंबई के कुछ प्राइवेट अस्पतालों में कोविड वार्ड खुलने लगे हैं। वहीं, सरकार ने भी सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को स्टैंडबाय मोड में रहने को कहा है। साथ ही लोगों से कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करने के आदेश दिए हैं।
महाराष्ट्र में अक्टूबर के बाद पहली बार एक्टिव केस 2,000 से ज्यादा दर्ज की गई। राज्य में पिछले 24 घंटे में 397 नए केस मिले, जो शनिवार के मुकाबले 40 कम है। शनिवार को राज्य में 437 संक्रमित मिले थे। जबकि 3 मरीजों की मौत हो गई थी।
सिर्फ वाणिज्यिक नगरी मुंबई में रविवार को 123 नए मामले दर्ज किए गए। मुंबई में अभी कोविड के 43 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से 21 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। रविवार को मुंबई में 17 नए पॉजिटिव मरीज भर्ती हुए।
मुंबई में लीलावती अस्पताल के CEO डॉ वी रविशंकर ने कहा कि उन्होंने कोविड मामलों के लिए 15 बेड का आइसोलेशन वार्ड और ICU तैयार किया गया है।
महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा मामले गुजरात और केरल में दर्ज किए जा रहे हैं। पिछले 24 घंटो में गुजरात में 303 मरीज मिले। जबकि 1 मरीज की मौत हो गई। उधर केरल 299, कर्नाटक 209 और दिल्ली 153 में मामले सामने आए।
इसके अलावा पिछले 24 घंटों में उत्तरप्रदेश में 77, राजस्थान में 46, मध्यप्रदेश में 5 और छत्तीसगढ़ में 1 कोरोना केस मिले हैं। फिलहाल, यूपी में 246, राजस्थान में 207, MP में 51 और छत्तीसगढ़ में 23 एक्टिव मामले हैं।
सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिव की मीटिंग आज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण आज यानी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिव और सीनियर अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे। इसमें तैयारियों का जायजा लिया जाएगा। उधर, 10-11 अप्रैल के दौरान देशभर के अस्पतालों में कोविड को लेकर मॉक ड्रिल होगी।
मॉक ड्रिल में सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के अस्पताल शामिल होंगे। इसमें दवाईयां, मरीजों के लिए बिस्तर, मेडिकल इक्विपमेंट और मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता का जायजा लिया जाएगा। मॉक ड्रिल के बारे में पूरी जानकारी आज होने वाली मीटिंग में दी जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दो दिन पहले सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को लेटर भी लिखा था। इसमें उन्होंने राज्यों से कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के लिए कहा था।
वहीं विशोषज्ञों का मानना है कि कोविड के बढ़ते मामलों के पीछे नया XBB.1.16 वैरिएंट हो सकता है, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। एक्सपर्ट के मुताबिक, कोविड से जुड़े सारे प्रोटोकॉल का पालन करें। अगर किसी ने बूस्टर डोज नहीं लिया है तो उन्हें जल्द से जल्द ये डोज लेनी चाहिए।
इससे पहले दिल्ली AIIMS के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि कोरोना और H3N2 केस बढ़ने के पीछे एक वजह मौसम बदलना भी हो सकता है। उन्होंने बताया कि हर साल इन्फ्लुएंजा के केस बढ़ते हैं, घबराने की कोई बात नहीं है। मास्क लगाकर रखें, खांसते समय मुंह को ढक लें और सैनिटाइजर साथ रखें।
वहीं दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में रविवार कोरोना को लेकर मॉक ड्रिल की गई। इस दौरान वैंटिलेटर, ऑक्सीजन, कोविड वार्ड और एंबुलेंस व्यवस्था की समीक्षा की गई।
23 मार्च को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने बताया था कि दुनिया में एक दिन में कोविड के औसतन 94 हजार केस सामने आ रहे हैं। भारत में एक दिन में औसतन 966 नए केस मिल रहे हैं। राजेश भूषण के मुताबिक, दुनिया के 19% कोरोना मामले अमेरिका, 12.6% मामले रूस और सिर्फ 1% मामले भारत में मिल रहे हैं।