Old compass on vintage map with rope closeup. Retro stale

दिल्लीः पिता चाहते थे कि बेटा बड़ा होकर डॉक्टर बने, लेकिन उन्हें तो कीड़े-मकोड़े और प्रकृति के बारे में जानने का शौक था। पढ़ाई-लिखाई में बिल्कुल ही उनका मन नहीं लगता था। जी हां हम बात कर रहे हैं क्रमविकास के सिद्धांत का प्रतिपादन करने वाले चार्ल्स डार्विन। उनका जन्म आज ही के दिन यानी 12 फरवरी 1809 को ब्रिटेन में हुआ था। चार्ल्स डार्विन के पिता रॉबर्ट डार्विन और मां सुसान डार्विन दोनों ही जाने-माने डॉक्टर थे। इसलिए वह चाहते थे कि चार्ल्स भी डॉक्टर बनें।

पिता की लाख कोशिश के बावजूद चार्ल्स का मन पढ़ाई में नहीं लग रहा था। एक दिन हार कर उनके पिता ने कहा, ‘तुम्हें शिकार करने और चूहे पकड़ने के अलावा और किसी चीज की परवाह नहीं है। ऐसे तो तुम अपनी ही नहीं, पूरे खानदान की बदनामी कर दोगे।’ चार्ल्स अक्सर इस बात का पता लगाने की कोशिश करते थे कि पृथ्वी पर जीवन कैसे आया?

दिसंबर 1831 में जब चार्ल्स की उम्र 22 साल थी, तब उन्हें बीगल नाम के जहाज से दूर दुनिया में जाने और उसे देखने का मौका मिला। चार्ल्स ने मौका हाथ से जाने नहीं दिया। रास्ते में जहां-जहां जहाज रुका, वहां-वहां चार्ल्स उतरकर जीव-जंतुओं, पेड़-पौधों, पत्थरों-चट्टानों और कीट-पतंगों को देखने लगे और उनके नमूने जमा करने लगे।

कई सालों तक काम करने के बाद उन्होंने बताया कि इस पृथ्वी पर जितनी भी प्रजातियां हैं, वो मूल रूप से एक ही जाति की उत्पत्ति हैं। समय और हालात के साथ-साथ इन्होंने अपने आप में बदलाव किया और अलग-अलग प्रजाति बन गईं।

24 नवंबर 1859 को चार्ल्स डार्विन की किताब ‘ऑन द ओरिजन ऑफ स्पेशीज बाय मीन्स ऑफ नेचरल सिलेक्शन’ पब्लिश हुई। इस किताब में एक चैप्टर था, ‘थ्योरी ऑफ इवोल्यूशन।’ इसी में बताया गया था, कैसे हम बंदर से इंसान बने।

उनका मानना था कि हम सभी के पूर्वज एक हैं। उनकी थ्योरी थी कि हमारे पूर्वज बंदर थे, लेकिन कुछ बंदर अलग जगह अलग तरह से रहने लगे, इस कारण धीरे-धीरे जरूरतों के अनुसार उनमें बदलाव आने शुरू हो गए। उनमें आए बदलाव उनके आगे की पीढ़ी में दिखने लगे।

उन्होंने समझाया था कि ओरैंगुटैन (बंदरों की एक प्रजाति) का एक बेटा पेड़ पर, तो दूसरा जमीन पर रहने लगा। जमीन पर रहने वाले बेटे ने खुद को जिंदा रखने के लिए नई कलाएं सीखीं। उसने खड़ा होना, दो पैरों पर चलना, दो हाथों का उपयोग करना सीखा।

पेट भरने के लिए शिकार करना और खेती करना सीखा। इस तरह ओरैंगुटैन का एक बेटा बंदर से इंसान बन गया। हालांकि, ये बदलाव एक-दो सालों में नहीं आया बल्कि इसके लिए करोड़ों साल लग गए। इसी थ्योरी की वजह से उन्हें दुनियाभर में पहचान मिली। जो पिता कभी कहते थे कि उनका बेटा पूरे खानदान की बदनामी कराएगा, आज उनकी पहचान चार्ल्स डार्विन की वजह से ही है।

महात्मा गांधी की अस्थियां गंगा नदी में प्रवाहित की गईं-राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 30 जनवरी 1948 को हत्या की गई थी और उनकी मृत्यु के 13वें दिन 12 फरवरी 1948 को उनकी अस्थियों को देश के विभिन्न भागों में अलग-अलग पवित्र सरोवरों में विसर्जित कर दिया गया। एक कलश को इलाहाबाद में गंगा नदी में प्रवाहित किया गया। इस मौके पर दस लाख से अधिक लोगों ने नम आंखों से साबरमती के इस संत को अंतिम विदाई दी। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 12 फरवरी को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर…

 

1742 : मराठा राजनीतिज्ञ बालाजी जनार्दन भानु उर्फ नाना फडणवीस का जन्म।
1762 : ब्रिटिश नौसेना ने कैरेबियाई द्वीप मार्टिनिक पर कब्जा किया।
1771 : गुस्टाव तृतीय स्वीडन के राजा बने।
1809 : हमारे पूर्वज बंदर थे, यह बताने वाले चार्ल्ड डार्विंग का इंग्लैंड में जन्म हुआ। 24 नवंबर 1859 को चार्ल्स डार्विन की किताब ‘ऑन द ओरिजन ऑफ स्पेशीज बाय मीन्स ऑफ नेचरल सिलेक्शन’ पब्लिश हुई। इस किताब में एक चैप्टर था, ‘थ्योरी ऑफ इवोल्यूशन।’ इसी में बताया गया था, कैसे हम बंदर से इंसान बने।
1809 : अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन का जन्म।
1818 : दक्षिण अमेरिकी देश चिली को स्पेन से स्वतंत्रता मिली।
1824 : प्रसिद्ध दार्शनिक एवं आर्य समाज के संस्थापक दयानंद सरस्वती का जन्म हुआ।
1855 : अमेरिका में मिशीगन विश्वविद्यालय की स्थापना।
1871 : ईसाई मिशनरी, शिक्षाविद एवं भारत में समाज सुधार का काम करने चार्ल्स एफ. एंड्रयूज का इंग्लैंड में जन्म।
1912 : चीन ने ग्रेगोरियन कैलेंडर को अपनाया।
1920 : हिन्दी फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता प्राण का जन्म।
1922 : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कांग्रेस कार्यकारिणी समिति को असहयोग आन्दोलन समाप्त करने के लिए मनाया।
1925 : उत्तरी यूरोप में बाल्टिक सागर के तट पर बसे देश एस्टोनिया ने कम्युनिस्ट पार्टी पर प्रतिबंध लगाया।
1928 : गांधी जी ने बारदोली में सत्याग्रह करने की घोषणा की।
1938 : जर्मनी की सेना ऑस्ट्रिया में घुसी।
1953 : सोवियत संघ (अब रूस) ने इजरायल से कूटनीतिक संबंध तोड़े।
1975 : भारत ने खुद को चेचक मुक्त देश घोषित किया।
1979 : ईरान के प्रधानमंत्री बख्तियार ने सेना का समर्थन खोने के बाद अपने पद से इस्तीफा दिया।
1994 : नेशनल गैलरी ऑफ नॉर्वे से एडवर्ड मुंक की विख्यात पेटिंग ‘द स्क्रीम’ चोरी हुई।
1998 : हिंदी फिल्मों के हास्य अभिनेता ओम प्रकाश का निधन।
1999 : अमेरिकी सीनेट में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव गिरा।
2002 : ईरान के एक विमान के खुर्रमबाद हवाई अड्डे पर उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण 119 लोगों की मौत हो गयी।
2009 : प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने डीलिट की उपाधि से सम्मानित करने की घोषणा की।
2010 : कनाडा के वैंकूवर में 21वें शीतकालीन ओलंपिक खेल शुरू हुए।
2013 : उत्तर कोरिया ने तीसरा भूमिगत परमाणु परीक्षण किया।

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