दिल्ली डेस्कः पिछले चार दिनों से पहलवानों का धरना राष्ट्रीय की खबर राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोर रही है और इसके केंद्र में डब्ल्यूएफआई (WFI) यानी भारतीय भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष, जिसके खिलाफ कार्रवाई करने में खेल मंत्रालय भी विवश नजर आ रहा है। अब सवाल उठता है कि कौन है ये डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष, तो चलिए अब आपका डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष के बारे में आपको कुछ जानकारियां दे देते हैं।  गुंडई ऐसी की एसपी ऑफिस में एसपी पर ही पिस्टल तान दी। कारोबार ऐसा कि 50 से ज्यादा स्कूल-कॉलेज के मालिक हैं। दबदबा ऐसा कि 11 साल से भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष हैं और राजनीति ऐसी की लगातार 6 बार से सांसद का चुनाव जीत रहे हैं। रसूख ऐसा कि पार्टी लाइन से अलग भी बयानबाजी करते हैं।

जी हां आपने सही सोचा है हम बात कर रहे हैं बृजभूषण शरण सिंह की, जिनके खिलाफ देश के नामी पहलवान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे।

एसपी पर पिस्टल तानीः उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में कांग्रेसी नेता चंद्रभान शरण सिंह के परिवार में 1957 में पैदा हुए बृजभूषण शरण सिंह कॉलेज के दिनों से ही बृजभूषण छात्र राजनीति में सक्रिय थे।

70 के दशक में उत्तर प्रदेश में अयोध्या के के.एस. साकेत महाविद्यालय महामंत्री बने। स्थानीय पत्रकारों के मुताबिक छात्र राजनीति के दौरान ही कॉलेज के किसी मामले में उन्होंने हैंडग्रेनेड चला दिया जिसके बाद उनका नाम उछला और फिर राजनीति में वे सक्रिय होते गए।

बात 1987 की है। गोंडा जिले के गन्ना डायरेक्टरी के चुनाव में बृजभूषण ने भी पर्चा भर दिया। इसके बाद बृजभूषण को एसपी ने बुलाया और उन्हें गाली देते हुए नामांकन वापस लेने की धमकी दी। बृजभूषण एक इंटरव्यू में बताते हैं, “मैंने एसपी पर पिस्टल तान दी और उसे 200 गालियां दी। स्थानीय पत्रकार हनुमान सिंह सुधाकर वहीं थे। इसके बाद मैंने अपनी बाइक उठाई और वहां से निकल गया।“

बाबरी मस्जिद गिराने के लिए फावड़ा और बेलचा दियाः 1992 में अयोध्या की बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी सहित 40 लोग आरोपी बनाए गए, उनमें बृजभूषण शरण सिंह भी थे। बृजभूषण एक इंटरव्यू में बताया था कि जब कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद पर हमला किया तो किसी के पास कोई हथियार नहीं था। वहां पास में कृष्णा गोयल का काम चल रहा था। हमने स्टोर रूम तोड़ा और कारसेवकों तक गैती फरुआ पहुंचाया। हमने गिराया नहीं है, लेकिन रात 10 बजे तक हम वहीं थे। आपको बता दें कि सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने साल 2020 में बृजभूषण शरण सिंह सहित सभी आरोपियों को इस मामले में बरी कर दिया था।

बीजेपी की टिकट 1991 में जीता चुनावः छात्र राजनीति और राम जन्मभूमि आंदोलन की वजह से बृजभूषण क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हो चुके थे। 1991 में जब बीजेपी ने बृजभूषण सिंह को लोकसभा टिकट दिया, तब इनके खिलाफ 34 आपराधिक मामले दर्ज थे। बीजेपी ने बृजभूषण को गोंडा का रॉबिनहुड कहकर बचाव किया। वे बड़े अंतर से चुनाव जीते।

साल 1996 में जब बृजभूषण सिंह टाडा के तहत तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे, तब इनकी पत्नी केतकी सिंह ने गोंडा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। बृजभूषण के जेल में होने के बावजूद केतकी सिंह ने कांग्रेस के आनंद सिंह को 80,000 वोटों से हराया।

जेल में मिली वाजपेयी की लिखी चिट्ठीः बृजभूषण शरण सिंह को लेकर सबसे बड़ा विवाद तब हुआ था जब इनपर अंडरवर्ल्ड के साथ जुड़े होने के आरोप लगे। इनके खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से टाडा का मामला दर्ज किया गया। दाऊद से फोन पर बात करने और उसकी मदद करने के आरोप भी लगे थे। बाद में सीबीआई ने इन सभी आरोपों से सिंह को बरी कर दिया।

बात 30 मई 1996 की है…दिल्ली के तिहाड़ जेल में सजा काट रहे बृजभूषण सिंह को प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की चिट्टी मिली। इसमें उन्होंने लिखा था कि आप बहादुर हैं। सावरकर जी को याद करिए। उन्हें उम्रकैद की सजा मिली थी।

मायावती और संघ के बड़े नेता से पंगाः मौजूदा डब्ल्यूएफ अध्यक्ष बृजभूषण ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मायावती का गोंडा में एक कार्यक्रम था। उन्होंने गोंडा का नाम बदलकर लोकनायक जयप्रकाश नगर करने की घोषणा की। मैं मायावती से भिड़ गया। मैंने आंदोलन खड़ा किया। इसकी तस्वीरें लेकर मैं अटल जी के पास गया और अटल जी ने एक फोन पर जिले का नाम रोक दिया। लेकिन ये नामकरण संघ के बड़े नेता नाना जी ने कराया था और फिर मेरा संघ में विरोध शुरू हो गया।

बीजेपी ने गोंडा से बृजभूषण का टिकट काटकर घनश्याम शुक्ल को दे दिया। जिस दिन वोट पड़ रहा था, उसी दिन घनश्याम शुक्ल का एक्सीडेंट में निधन हो गया। कुछ दिनों बाद एक्सीडेंट कराने का आरोप बृजभूषण पर लगा। इस घटना की सीबीआई जांच का आदेश दिया गया। बाद में बृजभूषण बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। 2009 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते। 2014 के चुनाव से पहले बीजेपी में घर वापसी हो गई और तब से बीजेपी सांसद हैं।

पहलवान को मंच जड़ा थप्पड़ः कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण ने रांची में अंडर-15 नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप में एक पहलवान को मंच पर ही थप्पड़ जड़ दिया था। दरअसल, उस पहलवान की उम्र ज्यादा थी। वह बृजभूषण के कॉलेज के नाम पर प्रतियोगिता में शामिल होना चाहता था। वहां बृजभूषण बैठे थे और उन्होंने पहलवान पर हाथ छोड़ दिया।

50 से ज्यादा स्कूल-कॉलेजोः चुनावी हलफनामे के मुताबिक बृजभूषण सिंह के पास करीब 10 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है। वहीं उनकी पत्नी के पास करीब 6 करोड़ रुपए की संपत्ति है। उनके पास स्कॉर्पियो, फोर्ड और फॉर्च्यूनर जैसी कई गाड़ियां हैं।

वहीं, स्थानीय पत्रकारों का कहना है कि इस सरकारी डेटा से इतर बृजभूषण सिंह इलाके के करीब 50 से ज्यादा स्कूल कॉलेजों के मालिक हैं। अलग-अलग सेक्टर में वे ठेकेदारी का काम भी करते हैं। वह हेलिकॉप्टर और घोड़ों की सवाली के लिए भी मशहूर हैं। अब आपको बृजभूषण के कुछ विवादित बयानों के बारे में जानकारी देते हैं…

  • बाराबंकी में भागवत समारोह में शामिल होने आए बृजभूषण सिंह ने बाबा रामदेव की बिजनेस चेन पतंजलि के घी को नकली घी बताया। यह बयान नवंबर 2022 में दिया था।
  • चुनाव प्रचार के दौरान बृजभूषण ने कहा कि ओवैसी हमारा मित्र है, वह पुराना क्षत्रिय है और भगवान राम का वंशज है। यह बयान उन्होंने फरवरी 2022 में दिया था।
  • श्रावस्ती के एक सम्मेलन में बृजभूषण बोले- हिजाब तालिबानियों की विचारधारा है। यह आतंकवादियों की विचारधारा है। तालिबानियों के समर्थन में प्रियंका गांधी भी उतर आईं हैं। बृजभूषण ने यह बयान फरवरी 2022 में दिया था।
  • वहीं, मई 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले एक रैली में कहा था कि मायावती उत्तर प्रदेश की गुंडी हैं। मायावती ने मुझे चुनाव के बाद जेल भेजने की धमकी दी थी, अब वह जेल जाएंगी।

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