दिल्लीः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बुधवार को लोकसभा में नशा के मुद्दे पर बोल रहे थे। इस दौरान बार-बार टोकने पर शाह टीएमसी सांसद सौगत रॉय पर बिफर पड़े और अपनी कुर्सी पर बैठ गए। उन्होंने सौगत रॉय से कहा कि अगर आपको बोलना है तो मैं बैठ जाता हूं। इतने सीनियर सांसद होने के नाते बीच में टोकना शोभा नहीं देता है। ऐसा करना आपकी उम्र और सीनियरटी के लिए अच्छा नहीं है।
अमित शाह ने कहा कि बार-बार ऐसा नहीं करना चाहिए, बल्कि विषय की गंभीरता को समझना चाहिए। इस दौरान किसी ने कहा कि शाह जी आप गुस्सा हो रहे हैं तो उन्होंने कहा कि गुस्सा नहीं हो रहा हूं, बल्कि समझा रहा हूं।
केंद्रीय गृहमंत्री ने लोकससभा में विपक्षियों से कहा कि नशे की समस्या पर सियासत नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नशा हमारी नस्लों को बर्बाद करने वाली समस्या है। PM मोदी ने नशा मुक्त भारत का संकल्प देश के सामने रखा है। गंभीरता पूर्वक इस देश में नशे के खिलाफ बहुत सारी कार्रवाई हुई हैं। ड्रग्स देश को खोखला करता है। ड्रग के कारोबार पर मोदी सरकार ने जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई है। मंगलवार को हरसिमरत कौर ने पंजाब में फैल रहे ड्रग्स कारोबार को लेकर मुद्दा उठाया था। उसी के जवाब में अमित शाह अपनी बात रख रहे थे।
वहीं, 12 विपक्षी दलों के सांसदों ने चीन सीमा विवाद पर बुधवार को संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी सांसदों ने सरकार मांग की कि तवांग झड़प मामले में संसद में विस्तार से चर्चा हो। इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद रहे।
सोनिया गांधी ने कहा कि चीन की तरफ से सीमा पर अतिक्रमण गंभीर चिंता का विषय है। जनता और संसद को LAC की स्थिति का का पता नहीं लग पा रहा है, लेकिन सरकार जिद पर अड़ी है और इस पर चर्चा नहीं करना चाहती।