दिल्ली डेस्कः जान लेवा विषाणु कोरोना वायरस एक बार फिर डराने लगा है। दुनियाभर में इसके बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया बुधवार को देश में कोरोना वायरस की स्थिति पर वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बैठक करेंगे। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में कहा कि कोरोना के सभी पॉजिटिव केस के सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के वैरिएंट का पता लगाया जा सके।

आपको बता दें कि कोविड-19  इन दिनों चीन, जापान, अमेरिका, कोरिया और ब्राजील में काफी तेजी से फैल रहा है। हालांकि भारत में एक्टिव मामलों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के मुताबिक 20 दिसंबर को सुबह 8 बजे तक की स्थिति में देश में कुल 3 हजार 490 एक्टिव केस थे, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम हैं।

वहीं,. अमेरिका समेत दुनिया के 10 से ज्यादा देशों में कोरोना के मरीजों की संख्या में अचानक इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं, यहां मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। अमेरिका में सोमवार को 19 हजार 893 नए केस सामने आए हैं। वहीं 117 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा 55 हजार केस जर्मनी में मिले हैं। यहां 161 लोगों की जान गई है।

जापान में 72,297 केस और 180 मौते हुईं, जो सबसे ज्यादा हैं। ब्राजील में 29,579 केस और 140 मौतें। दक्षिण कोरिया में 26,622 केस और 39 मौतें। फ्रांस में 8,213 केस और 178 मौतें शामिल हैं।

चीन में कोरोना प्रतिबंधों में ढील के बाद वहां संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। हालात इतने गंभीर हैं कि अस्पतालों के बाहर लंबी लाइन लग रही है, मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं। दवाएं भी नहीं हैं, जहां हैं भी वहां लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। श्मशान में भी शवों की लाइन लगी हुई है। चीन की राजधानी बीजिंग में श्मशानों में 24 घंटे अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग 2000 तक पहुंच गई है।

विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में कोरोना केस दिनों नहीं, बल्कि घंटों में दोगुने हो रहे हैं। वहीं, अमेरिकी साइंटिस्ट और महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल-डिंग ने सोशल मीडिया पर चीन के चौंकाने वाले वीडियोज शेयर किए हैं। इनमें अस्पतालों, श्मशानों और मेडिकल स्टोर्स के हालात चिंताजनक दिखाई पड़ रहे हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने 19 दिसंबर को संसद में बताया था कि भारत में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 220 करोड़ को पार कर चुका है। यह संख्या कोरोना की सभी उपलब्ध वैक्सीन की पहली, दूसरी और प्रिकॉशन डोज को मिलाकर है। देश में 18 जनवरी 2021 को दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था।

विशेषज्ञों का कहना है कि भारत जैसे देश को खतरा नहीं है, क्योंकि हमारे देश में वैक्सीनेशन के 3 राउंड हो चुके हैं। लोगों में इम्यूनिटी डेवलप हो चुकी है। कोरोना तो भारत में भी हर जगह होगा, लेकिन वह अब हम पर इसीलिए असर नहीं कर रहा। अब कोरोना का भारत में खतरा नहीं है।

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