दिल्लीः संसद का शीतकालीन सत्र समय से पहले समाप्त हो सकता है। पहले यह सत्र 29 दिसंबर को समाप्त होने वाला था, लेकिन अब यह सत्र 23 दिसंबर को समाप्त हो जाएगा। यह फैसला कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में लिया गया। आपको बता दें कि कार्य मंत्रणा समिति संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के शेड्यूल को मैनेज करती है। शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर को शुरू हुआ था, जो 29 दिसंबर तक चलना था।
उधर, राज्यसभा में मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे के कुत्ते वाले बयान पर भारी हंगामा हुआ। बीजेपी ने खड़गे से माफी की मांग की। वहीं, खड़गे का कहना है कि उन्होंने जो कहा वह सदन के बाहर कहा था।
आपको बता दें कि बीजेपी नेता पीयूष गोयल ने कहा कि रविवार को अलवर में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अभद्र भाषण दिया। उन्होंने जिस तरह से अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, निराधार बातें कहीं और देश के सामने झूठ पेश करने की कोशिश की। इसके लिए खड़गे को बीजेपी , संसद और इस देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। खड़गे ने हमें उनकी मानसिकता की झलक दी है।
खड़गे का विवादित बयानः कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजस्थान के अलवर में रविवार को कहा था कि हमने देश को आज़ादी दिलाई और देश की एकता के लिए इंदिरा और राजीव गांधी ने अपनी जान की क़ुर्बानी दी। हमारे पार्टी के नेताओं ने अपनी जान दी, आपने क्या किया? आपके घर में कोई देश के लिए कुत्ता तक मरा है? क्या (किसी ने) कोई क़ुर्बानी दी है? नहीं।
राज्यसभा में क्या हुआः राज्यसभा की कार्रवाई मंगलवार को सुबह 11 बजे शुरू हुई। अभी करीब 15 मिनट ही गुजरे थे। बीजेपी सांसदों ने खड़गे से माफी मांगने की अपील की। पीयूष गोयल ने कहा कि आजादी के बाद महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस को भंग कर देना चाहिए। खड़गे जी इसका जीता जागता उदाहरण हैं और देश को दिखा रहे हैं कि गांधी जी ने जो कहा वह सच था और वह एक ऐसे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जो बोलना नहीं जानते। जब तक वह माफी नहीं मांगते, उन्हें यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है।
वहीं, खड़गे ने कहा, ‘मैंने राजस्थान के अलवर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जो कहा वह सदन के बाहर था। मैंने जो कहा वह राजनीतिक रूप से सदन के बाहर था, भीतर नहीं। उस पर यहां चर्चा करने की जरूरत नहीं है। मैं अभी भी कह सकता हूं कि स्वतंत्रता संग्राम में उनकी कोई भूमिका नहीं थी।’
उधर, संसद के शीतकालीन सत्र से पहले आज बीजेपी की संसदीय दल की मीटिंग हुई। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे। मीटिंग में संसद में चल रही कार्यवाही पर चर्चा हुई। आपको बता दें कि इससे पहले 14 दिसंबर को बीजेपी की बैठक में पीएम मोदी के स्वागत में तीन मिनट तक तालियां बजी थीं। ये स्वागत गुजरात में जीत के लिए किया गया था।