दिल्लीः विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री मंत्री बिलावल भुट्टो की ओर से संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने को लेकर पाकिस्तान को लताड़ लगाई थी। उन्होंने कहा कि जो देश अमेरिका में 11 सितंबर 2001 के आतंकवादी हमले के सरगना एवं आतंकवादी संगठन अल कायदा के प्रमुख ओसामा बिन लादेन को पनाह देता है तथा पड़ोसी मुल्क की संसद पर हमला करवाता है, उसे संयुक्त राष्ट्र जैसे मंच पर प्रवचन देने का अधिकार नहीं है। डॉ. जयशंकर के इस बयान से बिलावल भुट्टो बिलबिला गए और उन्होंने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित बयान दे दिया, जिस पर भारत ने कड़ा एतराज जताया है और पाकिस्तान को फटकार लगाई है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भुट्टो शायद 1971 भूल गए हैं। वहीं, भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या बोले- बिलावल को पाकिस्तान का पप्पू कहा जाता है। पाकिस्तान से ज्यादातर देश किसी तरह का संबंध नहीं रखना चाहते हैं।

आपको बता दें कि बिलावल भुट्टो ने गुरुवार को कहा था कि ओसामा बिन लादेन तो मर गया, लेकिन गुजरात का कसाई अभी जिंदा है और वह भारत का प्रधानमंत्री है।

बिलावल के इस बयान पर भारत की विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि बिलावल फेल हो चुके देश के प्रतिनिधि हैं और खुद भी फेल हो चुके हैं। आतंकी मानसिकता वाले लोगों से आप इसके अलावा और क्या ही उम्मीद कर सकते हैं।वहीं,  विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता अरिंदम बागची ने कहा कि शायद भुट्टो 1971 भूल गए हैं।

विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि न्यूयॉर्क, मुंबई, पुलवामा, पठानकोट और लंदन शहर में पाकिस्तान समर्थित और प्रायोजित आतंकवाद के जख्म मौजूद हैं। पाकिस्तान के स्पेशल टेररिस्ट जोन्स से आतंकवाद पैदा हुआ और दुनियाभर में फैल गया। पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन को शहीद बताकर इज्जत दी जाती है। हाफिज सईद, लखवी, मसूद अजहर, साजिद मीर और दाऊद इब्राहिम जैसे आतंकवादियों को शरण दी जाती है। पाकिस्तान में यूएन की ओर से घोषित किए गए 126 आतंकवादी और 27 आतंकवादी संगठन मौजूद हैं।

इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री 16 दिसंबर 1971 का दिन भूल गए हैं,  जब पाकिस्तान के 90 हजार से ज्यादा सैनिकों ने भारतीय सेना के आगे घुटने टेके थे। यह पाकिस्तानी शासकों की ओर किए गए बंगाली और हिन्दुओं के नरसंहार का नतीजा था। अल्पसंख्यकों के साथ पाकिस्तान का व्यवहार अभी भी ज्यादा नहीं बदला है। पाकिस्तान अब आतंकवादियों का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है। बिलावल भुट्टो का असभ्य बयान इसी का नतीजा है।

बिलावल भुट्टो को अपने देश में मौजूद आतंक के मास्टरमांइड्स को लेकर बयान देने चाहिए, जिन्होंने आतंकवाद को देश की नीति का हिस्सा बना दिया है। पाकिस्तान को अपना नजरिया बदलना होगा।

वहीं केंद्रिय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पाकिस्तान की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद को बचाने और बढ़ाने के लिए हुआ है। उसकी कुटिल योजनाएं अब दुनिया के सामने आ चुकी हैं।

पाकिस्तानी विदेश मंत्री के बयान से बीजेपी कार्यकर्ताओं में गुस्सा है। शुक्रवार को नाराज कार्यकर्ताओं ने दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के साथ पाकिस्तान उच्चायोग के सामने प्रदर्शन किया। इन्हें रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए। हालांकि बेकाबू भीड़ ने बैरिकेड भी तोड़ दिए। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।

बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने बिलावल भुट्टो के बयान पर पलटवार किया और उन्हें बिलावल को पाकिस्तान का पप्पू करार दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से ज्यादातर देश किसी तरह का संबंध नहीं रखना चाहते हैं। आज दुनिया मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो रही है। बिलावल की मां बेनजीर भुट्टो की हत्या भी आतंकियों ने की थी। इसके बाद भी वो आतंकियों के साथ खड़े हैं।

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