इस्लामाबादः पीटीआई (PTI ) यानी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के सभी सदस्य नेशनल असंबली से इस्तीफा देंगे। इसकी घोषणा पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को रावलपिंडी में एक रैली को संबोधित करने के दौरान की। उन्होंने कहा कि वे इस बारे में पार्टी के सभी सीएम और सांसदों से मुलाकात करेंगे। इमरान खान ने कहा कि हम मौजूदा सिस्टम का हिस्सा नहीं रहेंगे। हमने सभी विधानसभाओं को छोड़ने और इस भ्रष्ट व्यवस्था से बाहर निकलने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब में PTI की सरकार है।

पूर्व पीएम इमरान ने कहा कि वे जल्द ही घोषणा करेंगे कि उनकी पार्टी विधानसभाओं को कब छोड़ेगी। इसके साथ ही इमरान ने अपने लॉन्ग मार्च को खत्म करने की घोषणा भी की। इमरान ने कहा कि पीटीआई ने किसी भी तरह की अराजकता से बचने के लिए इस्लामाबाद न जाने का फैसला किया है।

इमरान खुद पर हुए हमले के बाद इमरान पहली बार किसी रैली को संबोधित करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि मैं मौत से डरता नहीं। वह तभी आती है जब अल्लाह चाहता है। उन्होंने कहा कि वे लोग फिर से मुझ पर हमले करने की फिराक में हैं। बता दें कि रावलपिंडी में इमरान की रैली को लेकर अलर्ट जारी किया गया था। इसमें बताया गया था कि उन पर बम से हमला हो सकता है। जिसके बाद उनकी सुरक्षा के लिए सरकार ने एलीट कमांडो तैनात किए गए।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, “डर पूरे देश को गुलाम बना देता है। वह इसलिए आगे बढ़े, क्योंकि उन्होंने मौत को करीब से देखा है। यदि आप जीवन जीना चाहते हैं, तो मौत के भय को छोड़ दें। हमारा देश एक ऐसे टर्निंग पॉइंट पर खड़ा है, जिसके सामने दो ही रास्ते हैं। एक रास्ता आशीर्वाद और महानता का है जबकि दूसरा रास्ता अपमान और विनाश का है।“ उन्होंने कहा, “मैं कहना चाहता हूं कि जिन्होंने अपनी संपत्ति में भारी इजाफा किया है और देश के अधिकारों को रौंदा है, इतिहास भी उनकी तरफ देख रहा है और लिख रहा है कि उन्होंने देश के साथ क्या किया।“

उन्होंने दावा किया कि वजीराबाद में तीन शूटर्स ने उनकी हत्या करने की कोशिश की। इमरान ने कहा, ‘जब मैं नीचे गिरा तो मुझे पता था कि अल्लाह ने मुझे बचा लिया है।’ इमरान ने दावा किया कि उनकी पार्टी चुनाव या राजनीति के लिए रावलपिंडी नहीं आई थी।

पीटीआई चीफ इमरान ने कहा कि शहबाज सरकार बार-बार उन्हें अपमानित करने की कोशिश कर रही है क्योंकि उन्होंने उन्हें ‘चोर’ कहा था। उन्होंने कहा कि देश को नए सिरे से चुनावों की जरूरत है और उन्हें इसकी परवाह नहीं है कि ये नौ महीने बाद होंगे क्योंकि जीत उनकी पार्टी की ही होगी।

उधर, पाकिस्तान के मंत्री बिलावल भुट्‌टो जरदारी ने इमरान की घोषणा को फ्लाप शो करार दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘ पीटीआई का चेहरा बचाने वाला फ्लॉप शो एंटीक्लामैटिक है। यह रिवोल्यूशन की भीड़ को खींचने में असमर्थ रहा। नए प्रमुखों की नियुक्तियों को कमजोर करने में विफल रहे, और निराश हैं। इस्तीफे के नाटक का सहारा लिया जा रहा है। रावलपिंडी से इमरान की मांग आजादी नहीं बल्कि फिर से चुने जाने की है। कब तक केपी और पंजाब को राजनीतिक सहारे के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा?

आपको बता दें कि इमरान ने अपने लॉन्ग मार्च को खत्म करने और विधानसभाओं से इस्तीफे की घोषणा लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर के पाकिस्तानी सेना के नए प्रमुख बनने के दो दिन बाद की है। जाहिर है कि इमरान ने न चाहते हुए भी स्वीकार कर लिया है कि पाकिस्तान में चुनाव अब नौ महीने बाद यानी अपने निर्धारित समय पर ही होंगे।

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