दिल्लीः दिल्ली पुलिस श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का नार्कोटेस्ट करवाएगी। दिल्ली को गुरुवार को आपताब को साकेत कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश किया और अदालत से आफताब की हिरासत मांगी। कोर्ट ने आफताब की पुलिस कस्टडी 5 दिन बढ़ा दी है। पुलिस ने कोर्ट में आरोपी को हिमाचल की पार्वती घाटी और दिल्ली के वन क्षेत्रों में ले जाकर सीन रीक्रिएट करने की बात कही है। कोर्ट ने आफताब के नार्को टेस्ट की परमिशन दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आफताब ने भी इस टेस्ट के लिए अपनी सहमति जताई है।
इस मामले को लेकर साकेत कोर्ट के बाहर वकीलों ने प्रदर्शन करके जमकर नारेबाजी की। वकीलों की मांग थी कि श्रद्धा के कातिल आफताब पूनावाला को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। वकीलों के प्रदर्शन के कारण कोर्ट परिसर में काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही। पुलिस को इस प्रदर्शन का इनपुट पहले से ही था, इसलिए उसने कोर्ट से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आफताब की पेशी की मांग की थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक आफताब ने पुलिस पूछताछ में कुबूल किया है कि उसने पहचान छिपाने के लिए श्रद्धा का चेहरा जला दिया था।
वहीं, पुलिस सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस नए सुराग वाटर बिल पर आफताब से पूछताछ करना चाहती है। आफताब के महरौली फ्लैट का 300 रुपए का वाटर बिल आया है, जबकि पड़ोसियों का बिल जीरो है। आपको बता दें कि दिल्ली में 20 हजार लीटर पानी मुफ्त दिया जाता है। पुलिस जानना चाहती है कि आखिर आफताब ने इतना पानी कहां खर्च किया। ।
उधर, श्रद्धा के बॉडी पार्ट्स, मर्डर वेपन और मोबाइल की तलाश में महरौली के जंगलों में छानबीन कर रही है। अब तक यहां से 13 बॉडी पार्ट्स मिले हैं, जिन्हें फोरेंसिक जांच और डीएनए (DNA) जांच के लिए भेजा गया है। आपको बता दें कि 28 साल के आफताब ने 18 मई को 27 साल की श्रद्धा का मर्डर किया था और उसके 35 टुकड़े कर जंगल में फेंके थे।
महाराष्ट्र विधान परिषद की उप सभापति एवं उद्धव गुट की नेता नीलम गोरहे ने श्रद्धा के पिता से मुलाकात की। मुलाकात के बाद नीलम ने कहा कि आफताब पैसों के लिए श्रद्धा को परेशान करता था। वह श्रद्धा से पैसे ऐंठता था। यह भी हत्या का कारण हो सकता है। श्रद्धा अपनी मां को झगड़ों के बारे में बताती थीं। इसी गम में मां की मौत हो गई। श्रद्धा की कोई मजबूरी थी, जिस वजह से वह आफताब को छोड़कर वापस नहीं आ पा रही थी।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पूछताछ में आफताब ने पुलिस को बताया कि 18 मई यानी मर्डर वाले दिन श्रद्धा और उसके बीच घरेलू खर्च को लेकर झगड़ा हुआ था। रोज-रोज के खर्च कौन देगा, इसे लेकर दोनों के बीच बहस शुरू हुई थी, इसके बाद ही उसने श्रद्धा की हत्या की। वारदात के बाद आफताब ने श्रद्धा के अकाउंट से 55 हजार रुपए निकाले थे। ये खर्च उसने फ्रिज खरीदने से लेकर धारदार चाकू और कूड़ा फेंकने वाला बैग खरीदने में खर्च किए थे।
जिस डॉक्टर ने मई में आफताब के कटे हुए हाथ का इलाज किया था, उसे पुलिस ने मुख्य गवाह बनाया है। आपको बता दें कि पुलिस ने जब आफताब के फ्लैट की तलाशी ली थी तब एक डॉक्टर का पर्चा उन्हें हाथ लगा था। इसके बाद पुलिस आफताब को लेकर महरौली में डॉक्टर के क्लिनिक पहुंची थी। डॉक्टर ने बताया कि ‘जब मैंने चोट के बारे में पूछा तो उसने कहा कि फल काटते समय उसका हाथ कट गया था। वह आक्रामक और बेचैन लग रहा था।
वहीं एक न्यूज एजेंसी ने पुलिस सूत्रों के हवाले से यह खबर भी दी है कि आफताब ने 18 मई को फ्लैट के बाथरूम में श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए थे। इस दौरान वह शॉवर चालू रखता था, ताकि बॉडी से निकला खून सीवेज में बह जाए। सूत्रों ने बताया है कि आफताब ने फ्रिज को केमिकल से साफ किया था, ताकि सबूत मिटाए जा सकें। दोनों लिव-इन में रहते थे। श्रद्धा के शरीर के टुकड़े रखने के लिए आफताब ने 300 लीटर का फ्रिज खरीदा था। वह 18 दिन तक रोज रात 2 बजे जंगल में शव के टुकड़े फेंकने जाता था।
श्रद्धा हत्याकांड की अहम बातें…
- मकान मालिक ने आफताब का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करवाया
- शक न हो इसलिए नौकरी पर जाता रहा, श्रद्धा का सोशल मीडिया अकाउंट एक्टिव रखा
- 10 दिन पहले मार देता, लेकिन श्रद्धा इमोशनल हो गई थी
- फ्रिज में श्रद्धा का कटा हुआ सिर देखता था आफताब
- जिस रूम में लाश के टुकड़े रखे, वहीं सोता था; आरी से उसका भी हाथ कटा था
- दिल्ली पुलिस आफताब का नार्को टेस्ट कराने की तैयारी में है।
- आफताब के फ्लैट से मिले ब्लड के सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे है। अगर यह खून इंसान का होता है, तो पुलिस डीएनए (DNA) मैचिंग के लिए श्रद्धा के पिता को दिल्ली बुला सकती है।
- क्राइम सीन रीक्रिएशन के लिए पुलिस सोमवार रात आफताब को उसके फ्लैट पर ले गई थी। इसी दौरान उसके किचन में खून के ये निशान मिले।
- श्रद्धा की बॉडी के मिले 13 टुकड़ों की DNA जांच होगी।