कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस के नेता एवं पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरि जनसभा में लोगों का उत्साह देखकर बेलगाम हो गए। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए  राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू पर विवादित टिप्पणी कर दी। गिरी ने पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में कहा, “हम किसी को उनकी शक्ल से नहीं आंकते। हम भारत के राष्ट्रपति का सम्मान करते हैं, लेकिन हमारी राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं?” अब बीजेपी ने गिरी के इस बयान को लेकर टीएमसी और गिरी पर हमला बोला है। बीजेपी ने गिरी के इस बयान को शर्मनाक बताया। उधर, बीजेपी के हमले के बाद गिरी अपने बयान से पलट गए और कहा कि मैंने किसी का नाम नहीं लिया।

बीजेपी ने गिरी और टीएमसी पर हमला बोलते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आदिवासी हैं और गिरी के बयान से साफ है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी टीएमसी आदिवासी विरोधी है। बंगाल बीजेपी ने कहा कि जब गिरि ने यह टिप्पणी की, तब राज्य की महिला कल्याण मंत्री शशि पांजा भी मौजूद थीं।राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरफ से इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने गिरि के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया और कहा,  “ममता बनर्जी हमेशा से आदिवासी विरोधी रही हैं। चुनाव में उन्होंने द्रौपदी मुर्मू का समर्थन नहीं किया और अब यह। अभिव्यक्ति का शर्मनाक स्तर।“

वहीं, विवाद बढ़ने के बाद अखिल गिरि ने सफाई दी और कहा, “मैंने किसी का नाम नहीं लिया। मैंने शुभेंदु अधिकारी के कमेंट के जवाब में इस तरह की तुलना की थी। उन्होंने कहा था कि अखिल गिरि अच्छे नहीं दिखते हैं। मैं एक मंत्री हूं। मैंने पद की शपथ ली है। मेरे बारे में ऐसा कहना संविधान का अपमान है।“

कैसे शुरू हुआ विवादः
दरअसल TMC नेता गिरी शहीद दिवस समारोह के मौके पर शुक्रवार को नंदीग्राम में लोगों के बीच जाकर उन्हें संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बंगाल में प्रतिपक्ष के नेता शुंभेंदु अधिकारी पर तंज कसते हुए कहा कि वह (शुभेंदु अधिकारी) कहते हैं कि मैं (अखिल गिरि) सुंदर नहीं हूं। वह कितने सुंदर हैं। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति को लेकर यह टिप्पणी की। यही नहीं, उन्होंने शुंभेंदु अधिकारी को धमकी दी कि  ममता बनर्जी नहीं चाहतीं इसलिए चुप हूं, वरना मार-मारकर उनका हाथ तोड़ देता।

आपको बता दें कि अखिल गिरी चार बार के विधायक एवं राज्य के कैबिनेट मंत्री हैं। वह पूर्वी मेदनीपुर क्षेत्र के कद्दावर नेता माने जाते हैं। यह इलाका बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी और दिलीप घोष का भी गढ़ माना जाता है। इसके बावजूद 2021 के विधानसभा चुनाव में गिरि ने बीजेपी उम्मीदवार को हराया था। इसी वजह से ममता ने उन्हें मंत्री बनाया था। गिरि जिस विधानसभा क्षेत्र से आते हैं, वह कांथी लोकसभा में आता है। कांथी से शुभेंदु के भाई शिशिर सांसद हैं।

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