मोरबीः गुजरात के मोरबी पुल टूटने से मरने वालों की तादाद सोमवार सुबह तक 140 से ज्यादा हो गई गई है। वहीं, 170 लोग रेस्क्यू किए गए हैं। यह हादसा रविवार शाम 6.30 बजे हुआ था।

इस हादसे में आठ लोगों की जान बचाने वाले चश्मदीद ने बताया कि यहां हजार से ज्यादा लोग मौजूद थे। जो तैरना जानते थे, वे तैरकर बाहर आ रहे थे। बच्चे डूब रहे थे, हमने पहले उन्हें बचाया। उसके बाद बड़ों को निकाला। पाइप के सहारे लोगों को निकाल रहे थे।

वहीं एक अन्य चश्मदीद ने कहा कि मैं यहां हर रविवार को चाय बेचता हूं। मैंने लोगों को तार से लटके देखा। इसके बाद वे फिसलने लगे। मैं रातभर नहीं सोया। पूरी रात लोगों को बचाने में जुटा रहा। मेरा दिल तब दहल गया, जब मैंने 7-8 महीने के गर्भवती की लाश देखी। मैंने अपनी जिंदगी में ऐसा कुछ नहीं देखा।

आपको बता दें कि 143 साल पुराना यह पुल 6 महीने से बंद था। हाल ही में इसकी मरम्मत की गई थी। 25 अक्टूबर को इसे आम लोगों के लिए खोला गया था। रविवार होने की वजह से भीड़ ज्यादा हो गई। हादसे की यही वजह बताई जा रही है।

जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर (02822243300) जारी किया है। घायलों के इलाज के लिए मोरबी और राजकोट हॉस्पिटल में इमरजेंसी वार्ड बनाया गया है। रेस्क्यू में लगे NDRF अफसर ने कहा कि इतनी मौतें पहली बार देखी हैं। नदी के मटमैले पानी में हमें लोगों को ढूंढने में दिक्कत आ रही है।

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