दिल्लीः मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को यहां कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया। पार्टी मुख्यालय में चुनाव अधिकारी मधुसूदन मिस्त्री ने उन्हें जीत का प्रमाण पत्र सौंपा। कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले भाषण में खड़गे ने कहा कि आज मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है। आज एक सामान्य कार्यकर्ता को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुनकर ये सम्मान देने के लिए मैं आप सबको हार्दिक धन्यवाद देता हूं। हम हर चुनौती से मिलकर लड़ेंगे और हर झूठ का पर्दाफाश करेंगे।वहीं इस मौके पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने कहा कि खड़गे को अध्यक्ष पद की कमान सौंपकर वह राहत महसूस कर रही हैं। उनके सिर से बोझ उतर गया है और अब खड़गे यह जिम्मेदारी संभालेंगे।
इससे पहले सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने मंच पर खड़गे को गुलदस्ता सौंपकर उनका स्वागत किया था। वह खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष पद का शपथ के लिए AICC मुख्यालय पहुंचने से पहले राजघाट गए और गांधीजी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद वे पूर्व जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की समाधि पर गए। इस तरह खड़गे ने पद संभालने से पहले गांधीजी के साथ कांग्रेस की तीन पीढ़ियों को नमन किया।
खड़गे ने पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री और दलित नेता बाबू जगजीवन राम की समाधि पर भी फूल चढ़ाए। खड़गे ने मंगलवार शाम को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मुलाकात की थी। एआईसीसी मुख्यालय में शपथ के लिए सुबह 10 बजे का समय तय किया गया था। इसमें थोड़ी देर हुई है।
खड़गे ऐसे समय में कांग्रेस अध्यक्ष बने हैं.जब हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव हो रहा है और गुजरात में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाला है। वहीं, अगले साल यानी 2023 में मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़, राजस्थान और महाराष्ट्र समेत 10 राज्यों में चुनाव होने हैं। ऐसे में खड़गे के सामने पार्टी को एकजुट करने और चुनाव मैदान में बेहतर प्रदर्शन करने की चुनौती होगी।
आपको बता दें कि गत 17 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष के लिए मतदान हुआ था, जिसमें मल्लिकार्जुन खड़गे ने शशि थरूर को 6825 वोट से हराया है। खड़गे को 7897 वोट मिले, वहीं थरूर को 1072 वोट ही मिल सके। इस चुनाव में जीत के साथ ही खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाले 65वें नेता हो गए। वे बाबू जगजीवन राम के बाद कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाले दूसरे दलित नेता हैं। इसके अलावा वे कर्नाटक से इस पद को संभालने वाले दूसरे नेता भी हैं।