दिल्लीः जरा कल्पना कीजिए एक कार इतनी सेफ कार है कि उसका कभी एक्सीडेंट ही न हो? अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे संभव हो सकता है? लेकिन यह महज कपोल कल्पना नहीं, बल्कि हकीकत में बदलने वाला है। आपको बता दें कि लग्जरी वाहन निर्माता कंपनी मर्सिडीज-बेंज ने दावा किया है कि वह बहुत जल्द एक ऐसी तकनीक को विकसित कर लेगी, जिसके बाद एक्सीडेंट ही नहीं होगा। कंपनी का कहना है कि वह साल 2050 तक “विजन जीरो” लक्ष्य पर काम कर रही है। इस तकनीक के कारण कोई भी मर्सिडीज की कार कभी दुर्घटनाग्रस्त नहीं होगी। कंपनी अपनी ऑटोनोमस ड्राइविंग टेक्नोलॉजी को अपग्रेड कर रही है, जिससे दुर्घटना-मुक्त भविष्य हो सके। हालांकि, अभी तक कारों में अधिकतम लेवल-2 ADAS सेफ्टी टेक्नोलॉजी ही मिलती है। उम्मीद है कि इस टेक्नोलॉजी के विकसित होने के बाद एक्सीडेंट्स की संभावनाएं काफी हद तक कम हो जाएं।
अब जान लीजिए कि क्या है विजन जीरो- ‘विजन जीरो’ वाहन निर्माता कंपनी मर्सिडीज-बेंज का एक ऐसा फ्यूचर प्लान है, जिससे साल 2050 तक मर्सिडीज कारों का रोड एक्सीडेंट लेवल जीरो हो जाएगा। कंपनी की माने तो इसके लिए जीरो 1969 से रोड एक्सीडेंट्स का अध्ययन कर रही है। इसके अलावा कंपनी इसका बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर भी अपग्रेड कर रही है। कंपनी ड्राइवर एसिस्ट टेक्नोलोजी और ऑटोनोमस ड्राइविंग टेक्नोलॉजी को डेवलप कर रही है.
आपको बता दें कि मर्सिडीज-बेंज अपने बेस्ट सेफ्टी फीचर्स और लग्जरीनेस के लिए जानी जाती है। हालांकि, कंपनी अपनी कारों में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, रडार-बेस्ड अडैप्टिव क्रूज कंट्रोल, ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग समेत ट्रैक्शन कंट्रोल (एंटी-स्लिप रेगुलेशन), जैसे कई सेफ्टी फीचर्स देती है, लेकिन, हाल में हुए कुछ बड़े सड़क हादसों ने कंपनी की सेफ्टी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसीलिए, कंपनी अब बहुत तेजी से अपने सेफ्टी फीचर्स को अपग्रेड करने का प्रयास कर रही है, जिससे इस तकनीक की मदद से वैश्विक स्तर पर बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाई जा सके।