दिल्लीः शराब के शौकीनों के लिए पैसा कोई मायने नहीं रखता है। दुनिया में मदिरा एक से बढ़कर एक शौकीन हैं, जो महंगी से महंगी शराब पीना पसंद करते हैं। आपने भी अपने आस पास महंगी शराब देखी होंगी, लेकिन क्या आप जानते हैं दुनिया में कुछ शराब की बोतलों की कीमत इतनी है कि एक आम इंसान पूरी उम्र कमाने के बाद भी उसे खरीदने के लिए पैसे नहीं जमा कर सकता है। तो चलिए आज हम आपको दुनिया की कुछ महंगी शराबों के बारे में बताते हैं।
टकीला ले .925 (Tequila Ley . 925)- दुनिया की सबसे महंगी शराब में सबसे पहला नाम आता है टकीला ले .925 (Tequila Ley .925) का। आपको बता दें कि इस शराब से ज़्यादा इसकी बोतल कीमती है, जिस पर 6400 हीरे जड़े हुए हैं। मेक्सिको में लॉन्च हुई इस शराब की कीमत इतनी ज्यादा है कि आज तक कोई इसे खरीद ही नहीं पाया। जी हां इसकी कीमत 25.4 करोड़ रुपये है।
हेनरी IV डुडोगॉन हेरिटेज कॉन्यैक (Henri IV Dudognon Heritage)- इस 100 साल पुरानी बोतल को सबसे दुर्लभ और दुनिया का सबसे महंगा कॉन्यैक कहा जाता है। बोतल को 24 कैरेट सोने और स्टर्लिंग प्लैटिनम में डुबोया जाता है।फिर इसे 6,500 कटे हुए हीरे से सजाया जाता है। 8 किलो की बोतल में रखी शराब का निर्माण 1776 में किया गया था और इसे बैरल में 100 से अधिक वर्षों से रखा गया था। बोतल में 41% एबीवी के साथ 1000 मिलीलीटर तरल है. इस बोतल की कीमत 2 मिलियन डॉलर यानी कि करीब 14 करोड़ 56 लाख 93 हजार रुपये है।
डीवा वोदका (Diva Vodka)- एक अलग तरह के सांचे के साथ आने वाली यह शराब कीमत के मामले में तीसरे नंबर पर आती है। इसकी हर बोतल के बीच में बने अलग तरह के सांचे में स्वरोस्की क्रिस्टल रखे होते हैं। इसका प्रयोग ड्रिंक की गर्निशिंग के लिए किया जाता है।आपको बता दें कि इस 7 करोड़ 30 लाख रुपये की शराब के दाम में 15 किलो सोना आ सकता है।
अमांडा डी ब्रिगनैक मिडास (Amanda De Brignac Midas)- दुनिया की सबसे महंगी शैंपेंन मानी जाने वाली इस शराब का नाम है अमांडा डी ब्रिगनैक मिडास (Amanda De Brignac Midas). इस शैंपेन की बोतल का साइज काफी बड़ा होता है और इसकी कीमत 1 करोड़ 40 लाख रुपये से भी ज्यादा है.
डैलमोर 62 (Dalmore 62)- दुनिया की सबसे महंगी व्हिस्की मानी जाने वाली इस शराब का नाम डैलमोर 62 है। दुनिया की इस सबसे महंगी व्हिस्की की किमात 1 करोड़ 50 लाख रुपये से भी ज्यादा है। इसकी इतनी ज्यादा कीमत के कारण ही इस शराब की आज तक केवल 12 बोतलें ही तैयार की गई हैं।