श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को बुधवार को बड़ी कामयाबी मिली। सुरक्षा बलों ने बडगाम जिले के वाटरहेल इलाके में मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के 3 आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकियों में से एक लतीफ राथर था। राथर कश्मीरी पंडित राहुल भट और महिला कलाकार अमरीन भट सहित कई नागरिकों की हत्या में शामिल था।
उधर, पुलवामा में सुरक्षाबलों ने बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया। यहां सर्कुलर रोड पर तहब क्रॉसिंग के पास करीब 30 किलो विस्फोटक बरामद किया गया। पुलिस इन दोनों घटनाओं को जोड़कर देख रही है। माना जा रहा है कि आतंकी स्वतंत्रता दिवस से पहले किसी बड़े हमले को अंजाम देने वाले थे।
आपको बता दें कि इस साल मई में दो हफ्ते के भीतर राहुल भट और अमरीन भट की हत्या कर दी गई। एक कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल की 12 मई को चदूरा बडगाम में उनके कार्यालय के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अपने टिकटॉक वीडियो के लिए मशहूर महिला कलाकार अमरीन की 25 मई को बडगाम जिले में उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ आज तड़के बडगाम के वाटरहेल इलाके में घेराबंदी एवं तलाश अभियान के दौरान शुरू हुई। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने संयुक्त रूप से अभियान शुरू किया। सुरक्षा बल जैसे ही आतंकवादियों के छिपे हुए ठिकाने की ओर बढ़े, तभी आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने भी आत्मरक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गयी।
पुलिस ने कहा, “ कई घंटों तक चली मुठभेड़ में छिपे हुए तीन आतंकवादी मारे गए। हालांकि पुलिस ने मारे गए आतंकवादियों की पहचान का खुलासा नहीं किया। ”
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने लश्कर के तीन आतंकवादियों के मारे जाने को एक बड़ी कामयाबी करार दिया। उन्होंने कहा कि शवों को घटनास्थल से निकाला जा रहा है।
श्री कुमार ने कहा, “ मारे गए लोगों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। इससे पहले दिन में एडीजीपी कुमार ने कहा था कि लश्कर-ए-तैयबा के छाया समूह ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ के तीन आतंकवादी मुठभेड़ में फंस गए हैं। ”
उन्होंने कहा कि फंसे आतंकवादियों में से एक लतीफ राथर था, जिस पर राहुल भट और अमरीन भट सहित कई नागरिकों की हत्याओं का आरोप था।
सुरक्षाबलों ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन ऑलआउट चलाया हुआ है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल अब तक 139 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया है। इनमें 32 से ज्यादा विदेशी हैं। जुलाई के आखिरी हफ्ते में 6 आतंकी मारे गए। इनमें जैश-ए-मोहम्मद के दो और लश्कर के चार आतंकी थे।