दिल्लीः 21 महीने बाद बिहार में एक बार फिर जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन टूट गया। अब नीतीश कुमार आरजेडी तथा कांग्रेस सहित सात पार्टियों के सहयोग के मुख्यमंत्री बनेंगे। नीतीश कुमार बुधवार दोपहर 2 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। ऐसी चर्चा है कि नीतीश कुमार के साथ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव या उनकी पत्नी राजश्री में से कोई एक उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले सकता है। जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने मंगलवार शाम को राज्यपाल फागू सिंह चौहान से मुलाकात की और उन्हें सात पार्टियों के 164 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी सौंपी।
इस दौरान नीतीश के साथ तेजस्वी यादव भी राजभवन में मौजूद थे। सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद दोनों ने राजभवन में ही प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान तेजस्वी ने बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि बीजेपी का कोई गठबंधन सहयोगी नहीं है, इतिहास बताता है कि बीजेपी उन दलों को खत्म कर देती है, जिनके साथ वह गठबंधन करती है। हमने देखा कि पंजाब और महाराष्ट्र में क्या हुआ।
नीतीश कुमार ने मंगलवार शाम 4 बजे राज्यपाल फागू सिंह चौहान को मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंपा। उस समय नीतीश ने 160 विधायकों के समर्थन की बात कहते हुए सरकार बनाने का दावा पेश किया था। इसके बाद वे राबड़ी देवी के आवास पहुंचे, जहां उन्हें महागठबंधन का नेता चुना गया। यहां जीतन राम मांझी की पार्टी हम (HAM) भी नीतीश के साथ आ गई। उसके पास 4 विधायक हैं। इसके बाद नीतीश और तेजस्वी एक बार फिर राज्यपाल से मिले।
इसके साथ ही बिहार में बीजेपी और जेडीयू का 2020 में बना गठबंधन टूट गया। इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश ने राजभवन में कहा था कि पार्टी के विधायकों और सांसदों ने एक स्वर में एनडीए (NDA) यानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंध से अलह होने की बात कही।
उधर, बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार शाम को पीसी की और नीतीश कुमार पर धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने सवाल किया कि 2020 में नीतीश बीजेपी के साथ क्यों थे। इसके बाद 2017 में भी वे साथ आए। 2019 में लोकसभा और 2020 में विधानसभा चुनाव भी मिलकर लड़ा। अब ऐसा क्या हुआ जो हम खराब हो गए। अब आइए आपको बताते हैं कि बीजेपी-जेडीयू गठबंधन टूटने को लेकर किसने क्या कहा।
- जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा- नए स्वरूप में नए गठबंधन के नेतृत्व की जवाबदेही के लिए नीतीश कुमार को बधाई। आप आगे बढ़िए। देश आपका इंतजार कर कर रहा है।
- लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य- राजतिलक की करो तैयारी, आ रहे हैं लालटेनधारी।
- केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस- बिहार में आरजेडी और जेडीयू की सरकार पहले भी बनी थी, लेकिन चल नहीं पाई। फिर ये लोग मिलकर सरकार बना रहे हैं। ये बिहार के विकास के लिए शुभ संकेत नहीं है। हमारी पार्टी एनडीए के साथ थी और आगे भी रहेगी।