दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी नेशनल हेराल्ड मामले में मंगलवार को एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होंगी। इससे पहले सोनिया गांधी से गत गुरुवार को ईडी के अधिकारी करीब तीन घंटे पूछताछ कर चुके हैं। इस बीच, कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने के खिलाफ पूरे देश में सत्याग्रह करने का ऐलान किया है।
पार्टी प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में मोदी सरकार पर बदलने की भावना से काम करने का आरोप लगाया और कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी पहले जांच कर मामला बंद कर चुकी है। सरकार बदले की भावना से विरोधी पार्टियों के नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। कांग्रेस इसके खिलाफ पूरे देश में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास शांतिपूर्वक सत्याग्रह करेगी।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने राजघाट पर शांतिपूर्ण सत्याग्रह करने के लिए दिल्ली पुलिस से इजाजत मांगी थी, लेकिन पुलिस ने इनकार कर दिया। इसलिए, पार्टी संसद से सड़क तक शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज कराएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं को जहां रोका जाएगा, वहा शांतिपूर्ण सत्याग्रह करेगा।
आपको बता दें कि ईडी ने सोनिया गांधी को पहले सोमवार को तलब किया था, लेकिन बाद में तारीख एक दिन के लिये बढ़ा दी गई थी। सोनिया गांधी से 21 जुलाई को ईडी इसी मामले में करीब तीन घंटे तक पूछताछ कर चुकी है। उन्होंने एजेंसी के 28 सवालों के जवाब दिए। ईडी कांग्रेस द्वारा प्रवर्तित अखबार ‘नेशनल हेराल्ड’ का मालिकाना हक रखने वाली यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है।
आज सोनिया गांधी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी के ईडी कार्यालय में जाने की संभावना है, जैसा कि उन्होंने पिछले सप्ताह किया था। दवा या किसी अन्य जरूरत के लिए प्रियंका उनके साथ रह सकती हैं। कांग्रेस ने अपने शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की निंदा की है और इसे ”राजनीतिक प्रतिशोध” वादा कदम करार दिया है। वर्ष 2013 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी की एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर यंग इंडियन के खिलाफ यहां की एक निचली अदालत ने आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिया था।
ईडी ने पिछले साल के अंत में धन शोधन रोकथाम कानून के आपराधिक प्रावधानों के तहत एक नया मामला दर्ज करने के बाद गांधी परिवार से पूछताछ शुरू की। सोनिया और राहुल गांधी यंग इंडियन के प्रवर्तकों और बहुलांश शेयरधारकों में से हैं। अपने बेटे की तरह कांग्रेस अध्यक्ष के पास भी 38 फीसदी हिस्सेदारी है।