दिल्लीः समय बदल रहा है, दुनिया बदल रही है और साथ-साथ तकनीक भी बदल रही है। अब हम धीरे-धीरे डिजिटल दुनिया की तरफ बढ़ रहे हैं। एक समय था जब हम सभी 2G का इस्तेमाल करते थे और अब हम 5G के लॉन्चिंग को लेकर बात चल रही है। इससे जुड़े कई पहलू हैं जो आजतक अनछुए हैं। लगभग हर यूजर के मन में 5G को लेकर कई सवाल हैं, जिनका जवाब हर कोई सही नहीं दे पाता है। आज हम ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब लेकर आए हैं। मसलन 5G कब लॉन्च होगा। क्या किसी एक ऑपरेटर का एकाधिकार हो जाएगा। 4G और 5G के बीच में स्पीड के मामले में क्या अंतर होगा। ऐसे कई सवालों का आज हम आपको जवाब देने जा रहे हैं।
लॉन्च कब होगी…
जवाब: भारत सरकार 5G को लेकर हर तरफ से काम कर रही है। स्पेक्ट्रम ऑक्शन भी काफी तेजी से चल रहा है। यूजर के नजरिए से देखा जाए तो अभी 5G को भारत आने में 3 से 6 महीनों का समय लग सकता है।
क्या किसी एक ऑपरेट का ही एकाधिकार होगा? क्योंकि अगर ऐसा होता है, तो यूजर को ज्यादा पैसे खर्चने पड़ेंगे…
जवाब: इसकी संभावना ही नहीं है। निश्चित रूप से, एकाधिकार नहीं होगा। किसी विशेष टेलिकॉम कंपनी के लिए इसे खासतौर पर नहीं लाया जाएगा। यह सभी के लिए है और देश को डिजिटल दुनिया की तरफ बढ़ाने के लिए है। लेकिन फिर भी सब कुछ कंपनी द्वारा दी जा रही सर्विस पर निर्भर करता है। अगर यूजर को किसी कंपनी की सर्विस पसंद आएगी तो वो उसी कंपनी के साथ जुड़े रहेंगे और अगर नहीं, तो उन्हें नेटवर्क स्विच करने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आएगी। अगर एक पॉजिटिव प्वाइंट के बारे में बात की जाए तो भारत सरकार प्राइवेट इंडस्ट्रीज को भी 5जी स्पेक्ट्रम दे रही है। इसलिए मुझे लगता है कि इससे बिजनेस बदल सकता है और ज्यादा लोग इस सर्विस को आगे जाकर पसंद करेंगे।
4G और 5G के बीच में स्पीड में कितना अंतर होगा…
जवाब: एवरेज स्पीड करीब 5 गीगाबाइट या 5 एमबीपीएस प्रति सेकेंड हो सकती है, जो एक मोबाइल के लिए काफी ज्यादा है। यह 100 गीगबाइट तक जा सकती है। हालांकि, ये अभी आंकड़ें ही हैं। लेकिन आपको 4G और 5G के बीच काफी अंतर दिखाई देगा।
5G का फायदा यूजर्स के लिए क्या होगा…
जवाब: अगर 5G की बात की जाए तो यह बेहद ही यूजर सेंट्रिक है और यूजर स्पेसिफिक है। यह अस्पताल को सीधा मरीज से कनेक्ट करेगा और वह भी रियल टाइम में। उदाहरण के तौर पर- अगर कोई व्यक्ति किसी रिमोट एरिया में है और उसे किसी बड़े शहर के बड़े अस्पताल से ट्रीटमेंट चाहिए तो उसे यह सर्विस 5G के जरिए रियल टाइम में दी जाएगी।
क्या ग्रामीण इलाकों को भी 5G सर्विस सुविधान शुरुआती दिनों में ही मिलेगी…
जवाब: अगर किसी ग्रामीण इलाके में कोई फैक्ट्री लगाई गई तो उसे बाहर से तो कनेक्ट करना ही है, तो ऐसे में उस इलाके के लिए एक प्राइवेट 5G लगाया जा सकता है जिससे उसकी कनेक्टिविटी बढ़ जाए। जैसे ही इसे प्राइवेट एंटरप्राइजेज के पास भेज दिया जाएगा वैसे ही ग्रामीण इलाकों के लिए यह बेहद ही आसान हो जाएगा। इससे होगा ये कि शायद 3 से 4 महीनों में ही 5G को ग्रामीण इलाकों में उपलब्ध कराया जाने लगे।
क्या 5G सर्विस की कीमतें हर यूजर के हिसाब से रखी जाएंगी…
जवाब: जैसा कि आप जानते हैं कि हर कंपनी अंत में रेवन्यू तो चाहती ही है। क्योंकि उन्हें कई जगहों पर बढ़िया सर्विस के लिए पैसा लगाना पड़ता है। लेकिन फिर भी कंपनियां ये पूरी कोशिश करेंगी कि वो 5G सर्विस की कीमतें हर यूजर के हिसाब से रख पाए। हो सकता है कि पहले कीमतें ज्यादा हों लेकिन समय के साथ उन्हें कम किया जा सकता है।