प्रखर प्रहरी डेस्क

दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 मई को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ आज बैठक की। इस दौरान उन्होंने लद्दाख सीमा पर चीन के साथ कुछ दिनों से चले आ रहे गतिरोध की समीक्षा की।
पीएम मोदी की बैठक से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जनरल रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की और लद्दाख में चीन सीमा पर सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा की थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के पीएम ने डोभाल , जनरल रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों से सेना के रूख की जानकारी ली। ये दोनों बैठकें सेना के शीर्ष कमांडरों के 27 मई से शुरू होने वाले तीन दिन के सम्मेलन से पहले हुई हैं। इससे कयास लगाये जा रहे हैं कि सैन्य कमांडरों के सम्मेलन में भी यह मुद्दा प्रमुख रूप से छाया रहेगा। उधर, दो दिन पहले ही लेह का दौरा कर लौटे सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने रक्षा मंत्री को नियंत्रण रेखा पर ताजा स्थिति से अवगत कराया।
आपको बता दें कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच पेगांग झील क्षेत्र में गत पांच और छह मई को हुई मामूली झड़प हुई थी। इसके बाद दोनों ओर के सैन्य अधिकारियों की करीब पांच बैठकें हो चुकी हैं लेकिन अभी तक स्थिति सामान्य नहीं हो सकी है।
इस बीच दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों के अधिकारी भी संपर्क बनाये हुए हैं, लेकिन अभी तक दोनों पक्षों के बीच किसी तरह की सहमति नहीं बन पायी है। चीन दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र में संपर्क के लिए भारत द्वारा बनायी जा रही सड़क का कड़ा विरोध कर रहा है। भारत का कहना है कि वह यह सड़क अपनी सीमा में बना रहा है और चीन को इस पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

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