दिल्लीः अगर आप सोना खरीदने का मन बना रहे हैं, तो इसके लिए इंतजार मत कीजिए। यदि आप सोचने में ज्यादा समय लगाते हैं, तो आपको इसके लिए अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। भारत में सोना महंगा होने वाला है। इसकी वजह सोने पर बेसिक कस्टम ड्यूटी में इजाफा है जिसे सरकार ने 10.75 फीसदी से बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया है। सोने के इंपोर्ट को कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है। दरअसल, सरकार डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर होते रुपए से चिंतित है। इंपोर्ट को कम कर सरकार व्यापार घाटे को कम करना चाहती है। सोने का इंपोर्ट कम होने से रुपए को थोड़ी मजबूती मिल सकती है।

आपको बता दें कि भारत अपनी अधिकांश सोने की मांग को आयात के माध्यम से पूरा करता है। सरकार के इस कदम से घरेलू स्तर पर सोना और महंगा हो जाएगा और उपभोक्ताओं को अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी। इंडियन बुलियन गोल्ड एसोसिएशन (IBJA) के सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता ने कहा, आने वाले दिनों में 2500 रुपए प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी हो सकती है।

भारत ने मई में 6.03 अरब डॉलर का सोना आयात किया, जो एक साल पहले की तुलना में नौ गुना ज्यादा है। इससे मई में देश का व्यापार घाटा बढ़कर 24.29 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। भारी मात्रा में कच्चे तेल और सोने के आयात के कारण विदेशी भंडार कम होता है। सरकार उपभोक्ताओं को फिजिकल गोल्ड के बजाय सोने के बॉन्ड, ETF में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रही है।

विश्व में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता भारत है। भारत ने पिछले साल एक दशक में सबसे ज्यादा सोने का आयात किया था। 2021 में भारत ने 1000 टन से ज्यादा सोना इंपोर्ट किया था। कोरोना महामारी के बाद मांग में सुधार के कारण ये बढ़ा था। जहां इस साल सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी में इजाफा किया है तो इसके उलट पिछले साल सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी को घटा दिया था। ये भी मांग बढ़ने का एक कारण था।

आपको बता दें कि कई बड़े ज्वैलर्स ने इस साल बजट में सरकार से सोने की तस्करी को कम करने के लिए सोने पर लगने वाले आयात शुल्क को घटाने की मांग की थी। चीन, अमेरिका और सिंगापुर जैसे देशों ने घरेलू बाजार को मजबूत करने के लिए सोने पर आयात शुल्क खत्म कर दिया था। चीन दुनिया में सोने का सबसे बड़ा उपभोक्ता है।

 

 

 

 

 

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