मुंबईः महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। यह बैठक दोपहर करीब 1 बजे हो सकती है। इस बीच शिव सेना ने 4 और बागी विधायकों के नाम विधानसभा के उपाध्यक्ष के पास भेजे और इन्हें निलंबित करने की मांग की है। इससे पहले 12 के नाम पार्टी की तरफ से भेजे गए थे।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष झिरवल नरहरि सीताराम ने पार्टी की अर्जी स्वीकार कर ली है। इन 16 विधायकों को आज नोटिस भेजा जाएगा, जिसका उन्हें सोमवार तक जवाब देना होगा। वहीं, आदित्य ठाकरे आज शाम 6 बजे पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने वाले हैं।

उधर, बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस भी आज सहयोगी दलों के साथ बैठक करके आगे की रणनीति तय करने वाले हैं। वह आज 11 बजे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले से मुलाकात कर सकते हैं।

आपको बता दें कि सीएम उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार शाम शरद पवार के साथ दो घंटे तक बैठक की थी। इसके बाद उन्होंने शिवसेना के नगरसेवकों को संबोधित करते हुए कहा था कि कुछ दिन पहले जब मुझे बगावत का शक हुआ,  तो मैंने एकनाथ शिंदे को फोन किया और कहा कि शिवसेना को आगे ले जाने का अपना कर्तव्य निभाओ, ऐसा करना सही नहीं है।

उन्होंने मुझसे कहा कि एनसीपी-कांग्रेस हमें खत्म करने की कोशिश कर रही है और विधायक चाहते हैं कि हम बीजेपी के साथ जाएं। मैंने उनसे कहा था कि जो विधायक ऐसा करना चाहते हैं,  उन्हें मेरे पास लाओ। बीजेपी जिसने हमारी पार्टी, मेरे परिवार को बदनाम किया है, उसी के साथ जाने की आप बात कर रहे हैं। ऐसा सवाल ही नहीं उठता। विधायक अगर वहां जाना चाहते हैं, तो वे सभी जा सकते हैं। मैं नहीं रोकूंगा। अगर कोई जाना चाहता है, चाहे वह विधायक हो या कोई और। आओ और हमें बताओ और फिर जाओ।

उद्धव ने कहा कि अगर आपको लगता है कि मैं बेकार हूं और पार्टी चलाने में असमर्थ हूं, तो मुझे बताएं। मैं खुद को पार्टी से अलग करने के लिए तैयार हूं, आप बता सकते हैं। आपने अब तक मेरा सम्मान किया, क्योंकि बालासाहेब ने ऐसा कहा था। अगर आप कहते हैं कि मैं अक्षम हूं, तो मैं इस समय पार्टी छोड़ने को तैयार हूं।

उद्धव ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी आज हमारा समर्थन कर रही है। शरद पवार और सोनिया गांधी ने हमारा समर्थन किया, लेकिन हमारे ही लोगों ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा। हमने ऐसे लोगों को टिकट दिया जो जीत नहीं सकते थे और हमने उन्हें विजयी बनाया। उन्हीं लोगों ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा।

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