Old compass on vintage map with rope closeup. Retro stale

दिल्लीः आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जून 2015 को दिल्ली का राजपथ पर हजारों लोगों के साथ योग कर रहे थे और 84 देशों से लोग इस समारोह को देखने ऑनलाइन जुटे थे। ये पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस था। उसके बाद से ही हर साल 21 जून को पूरी दुनिया योग दिवस मनाती है।

योग की परंपरा भारत में प्राचीन काल से ही रही है। स्वस्थ रहने के लिए नियमित योग को बेहद फायदेमंद बताया गया है। योग की महत्ता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दर्जा दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 14 सितंबर 2014 को एक प्रस्ताव रखा था।

इस प्रस्ताव में मांग की गई थी कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया जाए ताकि पूरी दुनिया के लोग योग से जुड़ सकें और खुद को स्वस्थ रख सकें। इस प्रस्ताव पर 195 में से 175 देशों ने अपनी सहमति जताई, उसके बाद 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने घोषणा की कि हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा।

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस प्रस्ताव को 3 महीने से भी कम समय में पास कर दिया था। आपको बता दें कि ये पहला प्रस्ताव था, जिसे महासभा ने इतनी जल्दी पास किया था। साथ ही इस प्रस्ताव को बड़े पैमाने पर दुनियाभर के देशों का समर्थन भी मिला।

योग दिवस को 21 जून के दिन मनाने के पीछे भी एक वजह है। दरअसल 21 जून का दिन उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे ग्रीष्म संक्रांति भी कहा जाता है। भारतीय परंपरा के अनुसार ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है। कहा जाता है कि सूर्य के दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने में बहुत लाभकारी होता है। इसी वजह से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाते हैं।

अब बात करते हैं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की। एक ऐसी महिला जो मात्र 35 साल की उम्र में पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनीं। वे पाकिस्तान के साथ-साथ किसी भी इस्लामी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। आज के दिन यानी 21 जून 1953 को उनका जन्म हुआ था।

बेनजीर भुट्टो ने प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी और वे ऑक्सफोर्ड यूनियन की अध्यक्ष भी रहीं। कहा जाता है कि बेनजीर भुट्टो की 2 शख्सियत थीं। जब वे विदेशों में होती तो जींस-शर्ट पहनतीं और वाइन भी पिया करती थीं। इसके उलट पाकिस्तान में सर पर दुपट्टा ओढ़े उनकी शख्सियत बिल्कुल बदल जाती थी।

साल 1977 में पाकिस्तान में सैनिक विद्रोह हुआ और बेनजीर के पिता जुल्फीकार अली भुट्टो को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया। भुट्टो इसी साल अपनी पढ़ाई खत्म कर पाकिस्तान लौटीं, लेकिन जिया उल हक ने उन्हें उनके घर में ही नजरबंद करवा दिया।

साल 1979 में जुल्फीकार अली भुट्टो को हत्या के मामले में फांसी दे दी गई और बेनजीर के कंधों पर पार्टी के कामकाज संभालने का जिम्मा आ गया। इसी दौरान खुद की जान को खतरा देखते हुए बेनजीर पाकिस्तान छोड़ इंग्लैंड आ गईं और यहीं से पार्टी का कामकाज संभालने लगीं।

बेनजीर भुट्टो 1986 में पाकिस्तान लौटीं और 1987 में आसिफ अली जरदारी से शादी की। अगले ही साल एक हादसे में जिया उल हक की मौत हो गई और पाकिस्तान में आम चुनावों का ऐलान हुआ। भुट्टो की पार्टी को बहुमत मिला और वे पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।

हालांकि दो साल बाद वे प्रधानमंत्री पद से हटा दी गईं, लेकिन 1993 में फिर से प्रधानमंत्री बनीं। बतौर प्रधानमंत्री उनके दोनों कार्यकाल बेहद उथल-पुथल भरे रहे। उन पर तरह-तरह के आरोप लगते रहे और कई मामलों में केस भी दर्ज किए गए।

इस दौरान बेनजीर विदेशों में निर्वासित जीवन जीने लगीं। 2008 में पाकिस्तान में चुनावों की घोषणा हुई और अपनी पार्टी का प्रचार करने बेनजीर 2007 में पाकिस्तान लौटीं। 27 दिसंबर 2007 को रावलपिंडी के लियाकत अली मैदान में एक चुनावी रैली में उन पर हमला हुआ जिसमें बेनजीर समेत 28 लोग मारे गए।

अब बात करते हैं क्रिकेट के पहले विश्वकप की। 21 जून 1975। लॉर्ड्स का ऐतिहासिक मैदान। वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया की टीम के बीच वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल। जो भी टीम इस मैच को जीतेगी उसका नाम इतिहास में पहले वर्ल्ड कप विजेता के तौर पर दर्ज हो जाएगा।

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीता और पहले बॉलिंग करने का फैसला लिया। वेस्टइंडीज के क्लाइव लॉयड ने कप्तानी पारी खेलते हुए शानदार शतक लगाया। टीम ने 60 ओवर में 8 विकेट खोकर 291 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के गैरी गिल्मर ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट चटकाए।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान इयान चैपल और एलन टर्नर के अलावा कोई खिलाड़ी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाया। 58.1 ओवर में 274 रन बनाकर पूरी टीम आउट हो गई। वेस्टइंडीज ने पहले क्रिकेट वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर लिया। 102 रन बनाने वाले वेस्टइंडीज के कप्तान लॉयड मैन ऑफ द मैच चुने गए। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 21 जून को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर-

1756: जॉन जेड हॉलवेल के नेतृत्व वाली अंग्रेज सैन्य टुकड़ी के बंगाल के नवाब सिराजउद्दौला के समक्ष आत्मसमर्पण के बाद 146 अंग्रेजों को एक कमरे में बंद किया गया। उनमें से 123 की मौत।
1862: ज्ञानेंद्र मोहन टैगोर ‘लिंकन्स इन से वकालत की डिग्री हासिल करने वाले प्रथम भारतीय बने।
1898: अमेरिका ने स्पेन को हराकर गुआम पर कब्जा किया।
1933: भारत के प्रसिद्ध लेखक, उपन्यासकार, नाटककार, आलोचक तथा व्यंग्यकार मुद्राराक्षस का जन्म।
1948: सी. राजगोपालाचारी भारत के अंतिम गर्वनर जनरल बने।
1949: राजस्थान उच्च न्यायालय की स्थापना हुई।
1953: पाकिस्तान में लगातार दो बार प्रधानमंत्री बनी बेनजीर भुट्टो का जन्म।
1958: भारतीय अभिनेत्री रीमा लागू का जन्म।
1957: जॉन डायफेनबकर कनाडा के 13 वें प्रधानमंत्री बने।
1975: वेस्टइंडीज टीम ने पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता।
1977: मुस्तफा बुलेंट एसविट ने तुर्की में सरकार का गठन किया।
1991: पी.वी. नरसिम्हाराव भारत के नौंवे प्रधानमंत्री बनें।
2001: पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने आतंकवाद निरोधक क़ानून बहाल किया।
2003: जेके रोलिंग की पांचवी किताब हैरी पॉटर ऐंड द ऑर्डर ऑफ द फीनिक्स जारी।
2004: स्पेसशिप वन स्पेसफ्लाइट हासिल करने वाला पहला निजी रूप से वित्त पोषित अंतरिक्ष विमान बन।
2006: प्लूटो के नए खोजे गए चंद्रमाओं को आधिकारिक तौर पर निक्स और हाइड्रा नाम दिया गया था।
2008: फ़िलिपीन में विनाशकारी तूफ़ान फेंगसेन से सैकड़ों लोगों की मृत्यु।
2009: भारत की बैडमिंटन स्टार खिलाड़ी साइना नेहवाल सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
2009: इंग्लैंड के लॉर्ड्स में वीमंस टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत हुई। पहले मुकाबले में न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को हराया।
2012: ऑस्ट्रेलिया जा रही नौका डूबने से 90 शरणार्थियों की मौत।
2015: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया और देखते ही देखते दुनिया के तमाम देश इस मुहिम में शामिल हो गए।
2018: न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने बेटी को जन्म दिया। प्रधानमंत्री रहते हुए मां बनने वाली वे दुनिया की दूसरी शख्सियत हैं। इससे पहले बेनजीर भुट्टो 1990 में पाकिस्तान की प्रधानमंत्री रहते हुए मां बनी थीं।

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