दिल्लीः आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। इस साल के योग दिवस की थीम योगा फॉर ह्यूमैनिटी है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक के मैसुरु पैलेस ग्राउंड में योग दिवस मनाने पहुंचे। उन्होंने यहां पर करीब 15 हजार लोगों के साथ योग किया। मोदी ने योग की शुरुआत ताड़ासन, त्रिकोणासन, भद्रासन जैसे आसनों से की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि योग अब वैश्विक पर्व बन गया है। यह पार्ट ऑफ लाइफ नहीं, वे ऑफ लाइफ बन गया है।

पीएम मोदी ने कहा, “आज योग मानव मात्र को निरोगी जीवन का विश्वास दे रहा है। हम आज सुबह से देख रहे हैं कि योग की तस्वीरें जो कुछ वर्ष पहले आध्यात्मिक केंद्रों पर दिखती थीं, वे आज विश्व के कोने-कोने में दिख रही हैं। ये साझी मानवता की तस्वीरें हैं। यह एक वैश्विक पर्व बन गया है। यह किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहीं संपूर्ण मानवता के लिए है। इसलिए इस बार की थीम है योगा फॉर ह्यूमैनिटी।“

उन्होंने कहा, “मैं योग को दुनिया में पहुंचाने के लिए यूनाइटेड नेशंस का धन्यवाद करता हूं। साथियों योग के लिए हमारे महर्षियों, ऋषियों और आचार्यों ने कहा है- योग हमारे लिए शांति लाता है। यह हमारे देश और विश्व के लिए शांति लाता है। यह पूरा विश्व हमारे शरीर में है। यह हर चीज को सजीव बनाता है। योग हमें सजग, प्रतिस्पर्धी बनाता है। यह लोगों और देशों को जोड़ता है। यह हम सभी के लिए समस्या का समाधान बन सकता है।“

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहा है। ऐसे में देश के 75 ऐतिहासिक केंद्रों पर एक-साथ योग किया जा रहा है। यह भारत के अतीत को भारत की विविधिता को एक सूत्र में पिरोने जैसा है। दुनिया के अलग-अलग देशों में सूर्योदय के साथ लोग योग कर रहे हैं। जैसे-जैसे सूर्य आगे बढ़ रहा है उसकी प्रथम किरण के साथ लोग अलग-अलग देशों में लोग साथ जुड़ते जा रहे हैं। यही गार्डियन रिंग ऑफ योगा है।’

उन्होंने कहा, “साथियों दुनिया के लोगों के लिए योग सिर्फ ‘पार्ट ऑफ लाइफ’ नहीं है बल्कि अब ‘वे ऑफ लाइफ’ बन रहा है। हमने देखा है कि हमारे यहां घर के बड़े, हमारे योग साधक दिन के अलग-अलग समय में प्राणायाम करते हैं, फिर दोबारा काम शुरू करते हैं। हम कितने भी तनाव में हों कुछ मिनट का योग हमारी पॉजिटिविटी और प्रोडक्टिविटी को बढ़ा देता है। हमें योग को पाना भी है, पनपाना और जीना भी है।“

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर आईटीबीपी (ITBP) भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों ने लद्दाख से लेकर छत्तीसगढ़ और असम के गुवाहाटी से लेकर सिक्किम तक योग किया। जवानों ने सूर्य नमस्कार कर योग दिवस मनाया।

उधर, अमेरिका के नियाग्रा फॉल्स के पास योग दिवस की पूर्व संध्या पर योग कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में भारतीय और अमेरिकी नागरिकों ने हिस्सा लिया। न्यूयॉर्क में भारत के काउंसलेट जनरल के समर्थन से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इससे पहले भारतीय दूतावास की तरफ से वाशिंगटन में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से जुड़े एक स्पेशल प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अमेरिकी संगठनों का भी सहयोग रहा।

वहीं, पाकिस्तान के लाहौर में मुस्लिम महिलाओं ने बुर्का पहनकर योग किया। पड़ोसी मुल्क नेपाल की राजधानी काठमांडू में योग दिवस की पूर्व संध्या पर धरहरा टॉवर को लाइट्स से रोशन किया गया।

आपको बता दें कि 21 जून को मनाए जाने वाले योग दिवस के लिए हर साल एक थीम रखी जाती है। इस साल की थीम ‘योगा फॉर ह्यूमैनिटी’ (Yoga For Humanity) चुनी गई है, जिसका मतलब है मानवता के लिए योग। आयुष मंत्रालय के मुताबिक इस थीम को रखने का मकसद कोविड के दौरान जिन लोगों को शारीरिक और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ा है, उन्हें आराम देना है। पिछले साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2021 की थीम ‘योग फॉर वेलनेस’ था।

21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाए जाने की वजहः 21 जून को योग दिवस मनाने की मुख्य वजह ये है कि इस दिन उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है। इसे ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं। इंडियन ट्रेडिशन के मुताबिक, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। साथ ही आज के दिन योग करने से लोगों की आयु भी लंबी होती है। इसी को देखते हुए हर साल 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है।

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